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लखनऊ: महीने के आखिर में पड़ने वाले होली के त्योहार के समय कोविड-19 (Covid-19) मामलों की संख्या में बढ़ोतरी की आशंका को देखते हुए उत्तर प्रदेश की सरकार 18 से 45 साल के लोगों का टीकाकरण करने की योजना बना रही है. योगी सरकार ने इस मामले में मंजूरी के लिए अपना प्रस्ताव केंद्र को भेज रही है.
उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह ने कहा कि महामारी को रोकने के लिए राज्य ने बढ़िया रणनीति बनाते हुए काम किया, जिसके कारण यहां पर रिकवरी रेट ज्यादा और मृत्यु दर कम रही. केंद्र को भेजे गए प्रस्ताव में कहा गया है कि 18 से 45 आयु वर्ग के उन युवाओं को भी कोविड-19 वैक्सीन लेने की अनुमति देनी चाहिए, खासकर जिन्हें टाइप-1 डायबिटीज, उच्च रक्तचाप की समस्या या दिल की बीमारी हो. साथ ही ऑटो-इम्यून बीमारियों वाले रोगियों का भी टीकाकरण करने की अनुमति दी जा सकती है.
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इस मामले में सरकार शिक्षकों और बैंकिंग कर्मचारियों जैसे पेशेवरों को भी टीकाकरण में शामिल करने पर विचार कर रही है. बता दें कि हर्ड इम्युनिटी के लिए उत्तर प्रदेश को अपनी 22.79 करोड़ आबादी में से 30 प्रतिशत लोगों का टीकाकरण करना होगा, जो कि लगभग 6.8 करोड़ है. वहीं राज्य में अब तक करीब 34 लाख लोगों को टीकाकरण किया गया है, जो कि तय किए गए लक्ष्य का लगभग 5 प्रतिशत है.
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार उत्तर प्रदेश में अब तक कोरोना वायरस (Coronavirus in UP) से 6 लाख 5 हजार 915 लोग संक्रमित हो चुके हैं, जबकि 8751 लोग इस महामारी से अपनी जान गंवा चुके हैं. हालांकि राज्य में 5 लाख 95 हजार 150 लोग ठीक हो चुके हैं और उत्तर प्रदेश में कोविड-19 के 2014 एक्टिव केस मौजूद हैं.