Kannauj Loksabha Seat: कन्नौज से खुद क्यों मैदान में उतरे अखिलेश यादव, लालू के दामाद का टिकट कटा
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Kannauj Loksabha Seat: कन्नौज से खुद क्यों मैदान में उतरे अखिलेश यादव, लालू के दामाद का टिकट कटा

Kannauj Loksabha Election 2024: कन्नौज लोकसभा सीट से अखिलेश यादव ने खुद ताल ठोक दी है. तेज प्रताप यादव की टिकट काटते हुए समाजवादी पार्टी ने ऐलान किया है कि कन्नौज लोकसभा सीट से अखिलेश यादव को चुनावी मैदान में उतारा है. जानें क्यों दो दिन में लालू के दामाद का टिकट काट दिया गया?....

 

Kannauj Loksabha Seat

Kannauj: उत्तर प्रदेश की कन्नौज लोकसभा सीट को समाजवादी पार्टी का गढ़ माना जाता रहा है. बीते 2 दशक में खुद अखिलेश यादव और उनकी पत्नी डिंपल यादव यहां से जीत रही हैं. लोकसभा चुनाव 2024 में सपा ने इस सीट पर तेज प्रताप यादव को अपना उम्मीदवार बनाया, लेकिन अब अखिलेश यादव खुद इस सीट से चुनाव लड़ेंगे. जानकारी है कि इस सीट पर अखिलेश ही चुनाव लड़ने वाले थे, तेज प्रताप को उतार कर माहौल चेक कर रहे थे. 

समाजवादी पार्टी के महासचिव और राज्यसभा सांसद रामगोपाल यादव ने ऐलान किया कि अखिलेश यादव कन्नौज लोकसभा सीट से चुनाव लड़ेगे. गुरुवार 25 अप्रैल 2024 को दोपहर 12 बजे नामांकन दाखिल करेंगे. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार तेजप्रताप यादव की उम्मीदवारी घोषित होते ही सपा की स्थानीय यूनिट विरोध में उतर आई थी. इतना ही नहीं, कन्नौज के सपा नेताओं ने अखिलेश से मुलाकात कर अपना विरोध दर्ज कराया था. स्थानीय कार्यकर्ताओं और लोकल यूनिट के इनपुट को ध्यान में रखते हुए सपा ने कन्नौज से तेजप्रताप की जगह अखिलेश को मैदान में उतारने का फैसला लिया है.

दो दिन पहले ही समाजवादी पार्टी ने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के दामाद और अखिलेश के भतीजे तेज प्रताप यादव को कन्नौज लोकसभा सीट से मैदान में उतारा था. तेज प्रताप 24 अप्रैल 2024 को अपना नामांकन भी दाखिल करने वाले थे लेकिन इस कार्यक्रम को टाल दिया गया और अब उनकी जगह अखिलेश यादव को मैदान में उतारा गया है. अब अखिलेश यादव गुरुवार 25 अप्रैल 2024 को कन्नौज लोकसभा सीट के लिए पर्चा दाखिल करेंगे.

अखिलेश यादव ने अपना लोकसभा चुनाव कन्नौज से ही 2000 में उपचुनाव के तौर पर लड़ा था और फिर 2004-2009 में वो दोबारा यहां से सांसद बने. वर्ष 2012 में अखिलेश ने उपचुनाव में डिंपल यादव को यहां से उतारा और वो दोबारा 2014 में भी चुनाव जीतीं. वर्ष 2019 में सुब्रत पाठक ने भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार के तौर पर डिंपल यादव को यहां से हरा दिया.  

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