ताजनगरी आगरा ने ऐसी मिसाल पेश कर दी है, जिसे लोग सदियों तक याद रखेंगे. यहां के 30 वर्षीय उस्मान अली और 25 वर्षीय प्रिंस शर्मा सामाजिक सौहार्द की मिसाल पेश करते हुए राम नगरी के लिए 480 किलोमीटर की पैदल यात्रा कर रहे हैं.
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नितिन श्रीवास्तव/बाराबंकी: अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को होनी है. इससे पहले बाराबंकी जिले से एक अनोखी तस्वीर सामने आई है, जिसे देखकर सभी हैरान हैं. दरअसल, आगरा से दो दोस्त पैदल ही राम की नगरी अयोध्या के लिये चल पड़े हैं. खास बात यह है कि इनमें से एक दोस्त हिंदू है और दूसरा मुसलमान है. दोनों सामाजिक सौहार्द की मिसाल पेश करते हुए आगे बढ़ रहे हैं. जगह-जगह पर इन दोनों दोस्तों का स्वागत किया जा रहा है. उनका कहना है कि केवल हिंदुओं में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को लेकर उत्साह नहीं है, बल्कि मुस्लिम भी इससे खुश हैं. हम दोनों प्यार बांटने निकले हैं, जिससे हिंदुस्तान के सभी भाई आपस में प्यार बनाए रखें.
दशकों के इंतजार के बाद अब जब राम मंदिर बनकर तैयार हो रहा है, तो हर कोई इस कार्यक्रम का साक्षी बनना चाहता है. ऐसे में यूपी ताजनगरी आगरा ने ऐसी मिसाल पेश कर दी है, जिसे लोग सदियों तक याद रखेंगे. यहां के 30 वर्षीय उस्मान अली और 25 वर्षीय प्रिंस शर्मा सामाजिक सौहार्द की मिसाल पेश करते हुए राम नगरी के लिए 480 किलोमीटर की पैदल यात्रा कर रहे हैं. उस्मान के हाथों में श्रीराम का झंडा और पीठ पर राम मंदिर की तस्वीर है. प्रिंस जय श्रीराम के नारे लगा रहे हैं. इन दोनों की दोस्ती और प्यार देख हर कोई दंग है. सभी लोग दोनों को दुआएं और आशीर्वाद दे रहे हैं. अपनी इस यात्रा को लेकर उस्मान और प्रिंस का कहना है कि इस समय पूरा देश राममय है. हिंदू के साथ मुस्लिम भी प्राण प्रतिष्ठा को लेकर काफी उत्साह में हैं.
उस्मान अली का कहना है कि 480 किलोमीटर की पैदल यात्रा के बाद वह भगवान श्रीराम के दर्शन करेंगे. अगर मुस्लिम होने के नाते उन्हें मंदिर में इंट्री नहीं मिली तो वह रोड पर बैठकर ही दीपक जलाकर दिवाली मना लेंगे. उनके हाथों में राम का झंडा और पीठ पर राम मंदिर की तस्वीर है. इसी पर फूल चढ़ाकर खुशी मना लेंगे. उस्मान अली ने कहा कि सिर सभी झुकाते हैं, लेकिन क्या भगवान या अल्लाह को किसी ने देखा है. फिर भी सभी आस्था रखते हैं. उन्होंने कहा कि भगवान श्रीराम सबके हैं. मुझे मुस्लिम होने पर गर्व है.
वहीं प्रिंस ने बताया कि वह आगरा से 11 जनवरी को निकले थे. वे राम नाम के सहारे अपने दोस्त उस्मान अली के साथ 480 किलोमीटर की पैदल यात्रा कर रहे हैं. अयोध्या पहुंचने के बाद वह भगवान श्रीराम के दर्शन करेंगे. उन्होंने कहा कि श्रीराम की पूजा के लिए हिंदू होना जरूरी नहीं है, बल्कि इंसान का दिल साफ होना जरूरी है. राम जी सिर्फ भारत के ही नहीं हैं, वह तो पूरी दुनिया और हर धर्म के हैं. प्रिंस ने कहा कि जैसा मेरा उस्मान से प्रेम है, ठीक उसी तरह हिंदुस्तान के भाई अपना प्यार बनाए रखें.
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