Ayodhya Ram Mandir: प्राण प्रतिष्ठा को लेकर शासन से 75 फार्मासिस्टों की ड्यूटी लगाई गई है. प्राण प्रतिष्ठा के दौरान रामभक्तों के स्वास्थ्य का भी ध्यान रखा जाएगा.
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अजीत सिंह/अयोध्या: पूरे देश को 22 जनवरी 2024 के उस ऐतिहासिक क्षण का इंतजार है जब करोड़ों लोगों के आराध्य प्रभु राम की मूर्ति गर्भगृह में विराजित होगी. अयोध्या में अनगिनत लोगों की मेहनत, प्रयासों से बनकर तैयार हुए विशाल और भव्य मंदिर का उद्घाटन होगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के यजमान होंगे. प्राण प्रतिष्ठा के दौरान रामभक्तों के स्वास्थ्य का भी ध्यान रखा जाएगा. रामनगरी में चिकित्सकों की कमी देखते हुए प्रदेश के सात जिलों से 75 फार्मासिस्टों की ड्यूटी लगाई गई है. विभिन्न जिले से 100 से अधिक चिकित्सकों की सूची भी तैयार की जा रही है. महानिदेशक ने इन्हें 15 जनवरी से एक महीने के लिए तैनात किया है. इससे बेहतर चिकित्सीय सेवाएं प्रदान करने में मदद मिलेगी.
कुंभ की तर्ज पर प्राण प्रतिष्ठा की तैयारियां करने के निर्देश
बीते दिनों समीक्षा बैठक में डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कुंभ की तर्ज पर प्राण प्रतिष्ठा की तैयारियां करने के निर्देश दिए थे. रायबरेली के सर्वाधिक 15, उन्नाव के 12, लखनऊ, सीतापुर,और हरदोई के 10-10, सिद्धार्थनगर के 7, बस्ती के 5, लखीमपुर खीरी व संतकबीरनगर के 3-3 फार्मासिस्ट शामिल. इसके अलावा इन्हीं जिलों के लगभग 100 से अधिक चिकित्सकों की सूची भी तैयार हो रही है. शीघ्र ही इनकी ड्यूटी लगने की भी उम्मीद है. इन सभी फार्मासिस्टों को 15 जनवरी तक पहुंचने का निर्देश दिया गया है.
अयोध्या में 22 जनवरी को श्रीराम प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम में सुल्तानपुर से दो दर्जन स्वास्थ्य कर्मियों की स्पेशल ड्यूटी लगाई गई है. इसमें 14 डॉक्टर, 2 चीफ फार्मासिस्ट और 8 फार्मासिस्ट शामिल हैं. सीडीओ के आदेश पर सीएमओ द्वारा एक महीने की ड्यूटी लगाई गई है.
प्राण प्रतिष्ठा का आयोजन 15 जनवरी 2024 को मकर संक्रांति के दिन से शुरू होगा और 22 जनवरी 2024 को प्राण प्रतिष्ठा होने तक कई अनुष्ठान होंगे. इसका पूरा शेड्यूल मंदिर समिति ने जारी किया है. अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम हफ्ते भर चलेगा. वहीं रामलला की मूर्ति को गर्भगृह में स्थापित करने का समय सबसे अहम होगा. यह 84 सेकंड का सबसे शुभ समय है, जिसे ज्योतिष और धर्मविदों ने रामलला की मूर्ति की स्थापना के लिए चुना है. राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में मेहमानों के बड़ी संख्या में पहुंचने का अनुमान लगाया जा रहा है. श्री राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष है नृपेंद्र मिश्रा जिनकी मानें तो 22 जनवरी को श्रीराम लला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह वाले दिन मेहमानों की अधिकतम संख्या सीमा 8000 होगी. तीन-चार हजार साधू-संत की संख्या इसी में होगी.
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