प्रेरणा ज्ञानोत्सव अभियान के तहत प्राइमरी क्लासेस के बच्चों के लिए रेमेडियल क्लास लगााई जाएंगी, जिससे कि क्लास के साथ उन्हें अपेक्षित लर्निंग आउटकम मिल सके.
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लखनऊ: कोरोना महानारी की वजह से लोगों देश के हर क्षेत्र को नुकसान हुआ है. देश ने लाखों लोगों को खोया, अर्थव्यवस्था डूब गई, और तो और बच्चों की पढ़ाई को भी गंभीर नुकसान पहुंचा है. हालांकि उत्तर प्रदेश सरकार जिंदगी को वापस पटरी पर लाने की पूरी कोशिश कर रही है. हाल ही में योगी सरकार ने फैसला लिया है कि कोरोना संक्रमण के कारण बाधित हुई बच्चों की पढ़ाई की भरपाई जरूरी है. इसके लिए सरकार परिषदीय स्कूलों के खुलने पर 'प्रेरणा ज्ञानोत्सव' अभियान चलाने वाली है. यह अभियान करीब 100 दिन तक चलेगा.
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पढ़ाई से वापस जुड़ने के लिए बच्चों की मदद करेगी सरकार
प्रेरणा ज्ञानोत्सव अभियान के तहत प्राइमरी क्लासेस के बच्चों के लिए रेमेडियल क्लास लगााई जाएंगी, जिससे कि क्लास के साथ उन्हें अपेक्षित लर्निंग आउटकम मिल सके. इस अभियान के जरिए बच्चों को शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए कई एक्टिविटी आयोजित की जाएंगी. बीते सोमवार बेसिक शिक्षा अपर मुख्य सचिव रेणुका कुमार ने इसके लिए आदेश जारी किया है.
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शुरू होगा 'समृद्ध' हस्तपुस्तिका मॉड्यूल
छात्रों में एजुकेशन स्किल डेवलप करने के लिए बेसिक शिक्षा विभाग ने एक अलग तरीके का मॉड्यूल तैयार किया है, जिसे 'समृद्ध' हस्तपुस्तिका नाम दिया गया है. रेमेडियल टीचिंग इसी पर आधारित होगी. स्कूल खुलने के बाद इस मॉड्यूल में बनाए गए नियमों के अनुसार सभी छात्रों का मैथमेटिक्स और लैंग्वेज का प्राइमरी एनालिसिस किया जाएगा.
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क्लास और सब्जेक्ट के अनुसार 3 ग्रुप में डिवाइड किए जाएंगे छात्र
इस नए मॉड्यूल के मुताबिक, प्राइमरी क्लास को 3 ग्रुप में बांट कर क्लास का संचालन किया जाएगा. मैथ्स के लिए 3 ग्रुप डिवाइड होंगे, जिनमें क्लास 1-2, क्लास 3-4 और क्सास 5 सामिल होंगे (इसी प्रकार ग्रुप बनेंगे). इसी तरह हिंदी के लिए भी तीन ग्रुप इस प्रकार बांटे जाएंगे- क्लास 1, क्लास 2-3 और क्लास 4-5. समृद्ध हस्तपुस्तिका पर आधारित 100 दिन की रेमेडियल टीचिंग के बाच बच्चों का असेसमेंट टेस्ट होगा, जिस आधार पर उनका एनालिसिस किया जाएगा.
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शिक्षा चौपाल का किया जाएगा आयोजन
जानकारी के मुताबिक, स्कूल खुलने पर प्रिंसिपल नई गठित स्कूल मैनेजमेंच कमेटी की मीटिंग करेंगे. इसमें स्कूल का संचालन किस प्रकार किया जाए, इसक कार्ययोजना बनाई जाएगी. स्कूल की तरफ से हर गांव में शिक्षा चौपाल लगाई जाएगी. शिक्षा चौपाल का उद्देश्य है कि इसके तहत स्कूल मैनेजमेंट कमेटी मेंबर्स छात्रों के परिजनों को प्रेरणा ज्ञानोत्सव के बारे में जानकारी दें. उनको समझाया जाए कि इस अभियान का लक्ष्य क्या है और इसके लिए क्या प्रयास किए जा रहे हैं. इस चौपाल में अभिभावकों को बताया जाएगा कि बच्चों के साथ समय बिताना, उन्के साथ बैठकर उनका होमवर्क कराना और लिखित कार्य के माध्यम से प्रैक्टिस कराना कितना जरूरी है. इसके साथ ही उन्हें, दीक्षा ऐप, प्रेरणा तालिका और प्रेरणा सूची के बारे में जानकारी दी जाएगी.
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