जेवर एयरपोर्ट का निर्माण करने वाली कंपनी ज्यूरिख इंटरनेशनल एयरपोर्ट और नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड के बीच करार करने की समय सीमा को 15 अक्टूबर तक बढ़ा दिया गया है.
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नोएडा: जेवर एयरपोर्ट की संस्थापक एजेंसी 'यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण' (YEIDA) और 'नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड' (NIAL) ने स्पष्ट किया है कि हवाई अड्डे के शिलान्यास में भले ही देरी हो रही है, लेकिन उड़ानें 2023 तक किसी भी हाल में शुरू हो जाएंगी. अधिकारियों का दावा है कि शिलान्यास के बाद काम तेजी से किया जाएगा और प्रोजेक्ट में हुई देरी की भरपाई कर ली जाएगी. आपको बता दें कि करीब 1,339 हेक्टेयर में बनने वाले जेवर एयरपोर्ट के निर्माण का ठेका ज्यूरिख इंटरनेशनल एयरपोर्ट कंपनी के पास है. इस हवाई अड्डे पर करीब 29,500 करोड़ रुपए की लागत आएगी.
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पहले 17 अगस्त को होना था ZIA के साथ करार
जेवर एयरपोर्ट का निर्माण करने वाली कंपनी ज्यूरिख इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Zurich International Airport) और नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड के बीच करार करने की समय सीमा को 15 अक्टूबर तक बढ़ा दिया गया है. कोरोना महामारी के चलते अंतरराष्ट्रीय उड़ानें बंद होने की वजह से ZIA के अधिकारी स्विट्जरलैंड से भारत नहीं आ पा रहे हैं. यमुना विकास प्राधिकरण के सीईओ डॉ अरुणवीर सिंह ने बताया कि ZIA के साथ जेवर एयरपोर्ट निर्माण का करार इस साल जून महीने में ही होना था, जिसे कोरोना के चलते 17 अगस्त तक बढ़ाया गया.
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15 अक्टूबर तक कभी भी किया जा सकता है करार
अब एक बार फिर इसे 15 अक्टूबर तक के लिए बढ़ा दिया गया है. उन्होंने बताया कि स्विस कंपनी ने उत्तर प्रदेश सरकार और नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड से करार की समय अवधि बढ़ाने का निवेदन किया था. ZIA ने यूपी सरकार से करार की अवधि बढ़ाने का निवेदन किया था. प्रोजेक्ट मॉनिटरिंग एंड इंप्लीमेंटेशन कमेटी (पीएमआईसी) की ओर हरी झंडी मिलने के बाद सोमवार को अनुबंध की अंतिम तारीख आगे बढ़ाई गई. अधिकारियों ने बताया कि 15 अक्टूबर तक कभी भी करार पर हस्ताक्षर किया जा सकता है.
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