ये हैं पीएम मोदी के पसंदीदा IAS अफसर, पत्नी से दिलवाई फ्री-एजुकेशन, भेष बदलने में हैं माहिर
Advertisement
trendingNow0/india/up-uttarakhand/uputtarakhand773260

ये हैं पीएम मोदी के पसंदीदा IAS अफसर, पत्नी से दिलवाई फ्री-एजुकेशन, भेष बदलने में हैं माहिर

मंगेश घिल्डियाल की काबिलियत और समझदारी से प्रधानमंत्री भी प्रभावित हुए हैं, और उन्हें पीएमओ में सेक्रेट्री के पद पर तैनाती दी गई है.

ये हैं पीएम मोदी के पसंदीदा IAS अफसर, पत्नी से दिलवाई फ्री-एजुकेशन, भेष बदलने में हैं माहिर

रुद्रप्रयाग: सिविल सर्विस देश की वो सेवाएं हैं, जो चाहें तो समाज और देश की तस्वीर बदल सकती हैं. पहाड़ों में तैनात IAS अफसर मंगेश घिल्डियाल ऐसे ही अफसरों में से हैं, जिन्हें जहां भी पोस्टिंग मिली, अपने मानवीय गुणों को लेकर चर्चा में रहे. लेकिन पिछले कुछ दिनों ने उनकी चर्चा कुछ ज्यादा ही हो रही है. इसकी वजह भी खास है - मंगेश घिल्डियाल की काबिलियत और समझदारी से प्रधानमंत्री भी प्रभावित हुए हैं, और उन्हें पीएमओ में सेक्रेट्री के पद पर तैनाती दी गई है. प्रधानमंत्री हमेशा से काबिल और जिम्मेदार अफसरों को सम्मानित करते रहे हैं. ऐसे में आईएएस ऑफिसर मंगेश घिल्डियाल की कर्तव्यनिष्ठा को सम्मानित करते हुए उन्हें प्रधानमंत्री कार्यालय में नियुक्ति दी गई है. 

बच्चों के भविष्य के लिए पत्नी से ली मदद 
मंगेश घिल्डियाल की तरह ही उनकी पत्नी उषा घिल्डियाल ने भी उनकी जिम्मेदारियों के निर्वहन में पूरा सहयोग किया. जब वे रुद्रप्रयाग में डीएम थे, तो उन्होंने एक विद्यालय को गोद लिया था. टीचर्स की कमी होने के चलते उनकी पत्नी ने राजकीय प्राथमिक विद्यालय और बालिका इंटर कॉलेज में समय-समय पर बच्चों की कक्षाएं लीं. इतना ही नहीं राजीव गांधी नवोदय विद्यालय और जवाहर नवोदय विद्यालय की प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी के लिए खुद डीएम मंगेश धिल्डियाल और उनकी पत्नी ने पांचवीं के बच्चों गणित, अंग्रेजी और विज्ञान विषय पढ़ाया. बच्चों का बौद्धिक स्तर बढ़ाने के लिए उनकी पत्नी बालिका इंटर कॉलेज में 10वीं की बच्चियों को महीने भर तक पढ़ाने जाती थीं. 

साक्षी महाराज को याद आया कब्रिस्तान-श्मशान राग, बोले 'हमारे धैर्य की परीक्षा न ली जाए'

निरीक्षण के लिए अपनाया अनोखा तरीका 
मंगेश घिल्डियाल रुद्रप्रयाग में डीएम रहने के दौरान भेष बदलकर इलाके में निरीक्षण पर निकलते थे. इस अनोखे तरीके से उन्होंने कई बड़े-बड़े भ्रष्टाचार करने वाले चेहरों को बेनकाब किया था. उनका ये तरीका काफी चर्चित रहा था.

सितंबर में आया PMO से बुलावा 

12 सितंबर 2020 को मंगेश घिल्डियाल को पीएमओ के बुलावा आया. वे उस वक्त टिहरी जिले के जिलाधिकारी थे. उत्तराखंड शासन को उन्हें रिलीव करने के सबंध में चिट्ठी भेजी गई और उन्हें पीएमओ में सेक्रेट्री के पद पर तैनाती की सूचना दी गई. पीएम के ड्रीम प्रोजेक्ट केदारनाथ धाम पुनर्निर्माण कार्यों में भी मंगेश घिल्डियाल ने अहम भूमिका निभाई है. 

watch live tv

Trending news