गौरीकुण्ड-केदारनाथ पैदल मार्ग पर पांच फीट से अधिक तक बर्फ जमी है प्रशासन के सामने सबसे बड़ी चुनौती पैदल यात्रा मार्ग से बर्फ हटाने की है.
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रुद्रप्रयाग: सर्दियों के जाने के बाद भी लगातार मौसम का मिजाज बदल रहा है. मार्च की शुरुआत में भी आसामानी आफत जारी है. जिससे मैदान से लेकर पहाड़ी इलाकों में जनता को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. मैदानी इलाकों में जहां बारिश बरस रही है, वहीं पहाड़ों पर बर्फबारी हो रही है. जिससे केदारनाथ यात्रा की तैयारियों में काफी परेशानियां आ रही हैं.
29 अप्रैल से केदारनाथ धाम की यात्रा शुरू हो रही है, ऐसे में प्रशासन ने यात्रा तैयारियां शुरू कर दी हैं. गौरीकुण्ड-केदारनाथ पैदल मार्ग पर पांच फीट से अधिक तक बर्फ जमी है प्रशासन के सामने सबसे बड़ी चुनौती पैदल यात्रा मार्ग से बर्फ हटाने की है. हालांकि प्रशासन ने बर्फ को हटाने में जवानों को तैनात कर दिया है, लेकिन लगातार हो रही बर्फबारी के कारण पैदल मार्ग से बर्फ को हटाने में दिक्कतें हो रही हैं.
लगातार हो रही बर्फबारी को लेकर मौसम विभाग की ओर से अलर्ट जारी किया गया है. जिसके बाद केदारनाथ पैदल मार्ग से बर्फ हटाने का कार्य भी बंद हो गया है. जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल का कहना है कि मौसम के परिवर्तित होने से बर्फ को साफ करने में दिक्कतें हो रही हैं, बावजूद इसके जवान बर्फ हटाने में लगे हुये हैं. प्रशासन का लक्ष्य है कि किसी भी तरह से अप्रैल के पहले हफ्ते तक पूरे पैदल मार्ग से बर्फ हटाई जाए.