आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने फर्जी दस्तावेजों और जालसाजी के जरिए नौकरी कर रहे शिक्षकों की पहचान करने के लिए राज्य के सभी शिक्षकों का फिर से सत्यापन करा रही है. इसमें बड़े पैमाने पर फर्जी शिक्षकों का पर्दाफाश हो रहा है.
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गोंडा: उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में फर्जी शिक्षकों के मिलने का सिलसिला जारी है. इस वजह से शिक्षा विभाग के अधिकारी उलझन में पड़ गए हैं. गोंडा जिले में बेसिक शिक्षा विभाग ने अब तक 52 फर्जी शिक्षकों पर विभागीय कार्रवाई और रिपोर्ट दर्ज करने के आदेश दिए हैं. शुक्रवार को किसी दूसरे के नाम पर शिक्षक की नौकरी करने का एक और मामला प्रकाश में आया.
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इस फर्जीवाड़े का खुलासा तब हुआ जब बस्ती जनपद के कप्तानगंज स्थित पूर्व माध्यमिक विद्यालय में वीरेंद्र कुमार ने अपना नाम फीड कराने के लिए मानव संपदा पोर्टल पर डिटेल्स खंगाला. पोर्टल पर उन्हीं के नाम से गोंडा में तैनात किसी और वीरेंद्र कुमार का नाम आया. असली वीरेंद्र कुमार के शिकायत दर्ज करने पर गोंडा बीएसए ने जांच शुरू की. इसकी भनक फर्जी अध्यापक को लग गई और वह फरार हो गया.
फर्जी शिक्षक की सर्विस बुक में दिए गए पते पर बीएसए ने नोटिस भेजा है, लेकिन अभी तक कोई जवाब नहीं आया है. अब गोंडा बीएसए ने ब्लॉक शिक्षा अधिकारी (बीईओ) वजीरगंज को फर्जी अध्यापक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के आदेश दिए हैं. आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने फर्जी दस्तावेजों और जालसाजी के जरिए नौकरी कर रहे शिक्षकों की पहचान करने के लिए राज्य के सभी शिक्षकों का फिर से सत्यापन करा रही है. इसमें बड़े पैमाने पर फर्जी शिक्षकों का पर्दाफाश हो रहा है.
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