बसपा का कोर वोटर क्या अखिलेश के पाले में जाएगा?, चुनाव के आखिरी चार चरणों के लिए सपा सुप्रीमो की नई चाल
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बसपा का कोर वोटर क्या अखिलेश के पाले में जाएगा?, चुनाव के आखिरी चार चरणों के लिए सपा सुप्रीमो की नई चाल

Lok Sabha Chunav 2024: सपा और बसपा की राहें इस बार जुदा हो चुकी हैं. बसपा अकेले ताल ठोक रही है. वहीं, समाजवादी पार्टी ने इस बार कांग्रेस का हाथ थामा है. सपा प्रमुख अखिलेश यादव की नजर बसपा के जाटव वोटरों पर हैं. 

बसपा का कोर वोटर क्या अखिलेश के पाले में जाएगा?, चुनाव के आखिरी चार चरणों के लिए सपा सुप्रीमो की नई चाल

Lok Sabha Chunav 2024: 2019 लोकसभा चुनाव साथ में लड़ने वाले सपा और बसपा की राहें इस बार जुदा हो चुकी हैं. बसपा अकेले ताल ठोक रही है. वहीं, समाजवादी पार्टी ने इस बार कांग्रेस का हाथ थामा है. सपा प्रमुख अखिलेश यादव की नजर बसपा के जाटव वोटरों पर हैं. इनको पाले में लाने के लिए सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने योजना तैयार की है. 

अखिलेश कर रहे संविधान बचाने की बात
अखिलेश यादव बीएसपी के कोर वोटबैंक में सेंध लगाने की कोशिश में जुटे हैं. बता दें कि दलित मतदाताओं में करीब 55 फीसदी जाटव हैं. यही वजह है कि सपा अध्यक्ष संविधान बचाने की बात भी अपनी हर सभा में कर रहे हैं. सपा सूत्रों का कहना है कि अगर जाटव मतदाताओं के बीच यह संदेश चला जाए कि बसपा नेतृत्व भाजपा को फायदा पहुंचाने के लिए प्रत्याशी उतार रहा है, तो संविधान बचाने के लिए जाटव मतदाता भी सपा के साथ आ सकते हैं. 

बसपा प्रत्याशी बदलने पर सपा प्रमुख का निशाना 
इस लोकसभा चुनाव में कई सीटों पर बसपा के प्रत्याशी समाजवादी पार्टी का खेल बिगाड़ रहे हैं. सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भी प्रत्याशी बदलने को लेकर निशाना साधा था. उन्होंने कहा, अब स्पष्ट हो गया है कि बसपा चुनाव में बीजेपी की मदद कर रही है,  मैं बहुजन समाज से अपील करता हूं कि बसपा की इस साजिश को समझें और सपा का साथ दें.'

बसपा चुनाव में सपा के एम-वाई (मुस्लिम- यादव) समीकरण में सेंध लगाती दिख रही है. पार्टी ने कई सीटों पर सपा प्रत्याशियों के मुकाबले या तो सजातीय उम्मीदवार उतारा है या मुस्लिम प्रत्याशी को टिकट दिया है. बसपा ने इस चुनाव 23 मुस्लिम और 4 यादव प्रत्याशी उतारे हैं. 

14 सीटों पर बदले प्रत्याशी
बसपा अब तक 14 सीटों पर प्रत्याशी बदल चुकी है. जौनपुर में श्रीकला का टिकट काटकर श्याम सिंह यादव को उम्मीदवार बनाया. आजमगढ़ में धर्मेंद्र यादव के सामने भीम राजभर की जगह मशहूद आलम को उतारा. मैनपुरी में सपा की डिंपल यादव के सामने पहले गुलशन यादव को टिकट दिया था, लेकिन बाद में यहां से शिव प्रसाद यादव को कैंडिडेट बनाया है. इसके अलावा बस्ती, अमेठी, गाजियाबाद, भदोही, संतकबीरनगर, डुमरियागंज, झांसी, मथुरा और अलीगढ़ में भी उम्मीदवार बदले हैं. 

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