ज्ञानवापी मामले में 'सुप्रीम' सुनवाई, नीलकंठ महादेव Vs जामा मस्जिद मामले में कोर्ट तय करेगा केस चलेगा या नहीं
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ज्ञानवापी मामले में 'सुप्रीम' सुनवाई, नीलकंठ महादेव Vs जामा मस्जिद मामले में कोर्ट तय करेगा केस चलेगा या नहीं

UP News: आज कोर्ट में उत्तर प्रदेश के दो अहम मामलों पर सुनवाई होनी है. वाराणसी के ज्ञानवापी मस्जिद विवाद को लेकर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होनी है. इसके अलावा बदायूं नीलकंठ महादेव बनाम जामा मस्जिद मामले की सुनवाई भी है.

 

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UP News: आज कोर्ट में उत्तर प्रदेश के दो अहम मामलों पर सुनवाई होनी है. वाराणसी के ज्ञानवापी मस्जिद विवाद को लेकर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होनी है.  मामले में कोर्ट ने ज्ञानवापी मस्जिद प्रबंधन समिति और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) को नोटिस जारी किया था. वहीं आज  नीलकंठ महादेव बनाम जामा मस्जिद मामले की सुनवाई है.कोर्ट में इस बात को लेकर बहस होनी है कि यह मामला अदालत में चलने योग है या नहीं. प्रयागराज इलाहाबाद हाईकोर्ट में संभल हिंसा में आरोपियों के पोस्टर सार्वजनिक जगह लगाने पर रोक की मांग वाली याचिका पर  सुनवाई होगी.

ज्ञानवापी पर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई
वाराणसी के ज्ञानवापी मस्जिद विवाद को लेकर भी सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होनी है.  बता दें कि SC ने ज्ञानवापी मस्जिद प्रबंधन समिति और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण को नोटिस जारी किया था. मुस्लिम पक्ष और हिंदू पक्ष की कुल 7 याचिकाओं पर देश की सबसे बड़ी अदालत में सुनवाई होगी. मुस्लिम पक्ष ने अपनी 6 याचिकाओं में इलाहाबाद हाईकोर्ट के अलग-अलग आदेशों को चुनौती दी है. इनमें हिंदू पक्ष की तरफ से दाखिल मुकदमों को सुनवाई योग्य मानने का इलाहाबाद हाईकोर्ट का आदेश, व्यास जी के तहखाने में पूजा की इजाजत, वजूखाना के सर्वे की इजाजत, एडवोकेट कमिश्नर की नियुक्ति शामिल है. 17 दिसंबर को होने वाली सुनवाई में ही सुप्रीम  कोर्ट तय करेगा कि अलग अलग पहलुओं पर जो दोनों पक्ष की अर्जियां सुप्रीम कोर्ट में लंबित है,उनमें सबसे पहले किस पर सुनवाई हो.

न्यायालय  तय करेगा कि केस चलने योग्य है या नहीं
नीलकंठ महादेव बनाम जामा मस्जिद मामले की सुनवाई 17 दिसंबर को होगी. पिछली सुनवाई 10 दिसंबर को होनी थी, वरिष्ठ अधिवक्ता के निधन के कारण सुनवाई टल गई थी.  हिंदू महासभा की ओर से जमा मस्जिद में नीलकंठ महादेव मंदिर होने का दवा करते हुए 2022 में कोर्ट में वाद दायर किया गया था जो सिविल जज सीनियर डिवीजन फास्ट ट्रैक कोर्ट के न्यायाधीश अमित कुमार के न्यायालय में विचाराधीन है. कोर्ट में इस बात को लेकर बहस होनी है कि यह मामला अदालत में चलने योग है या नहीं.  फिलहाल आज जामा मस्जिद इंतजामिया कमेटी की ओर से अधिवक्ता अपनी बहस पूरी करेंगे.  जामा मस्जिद के अधिवक्ता की बहस पूरी होने के बाद न्यायालय यह तय करेगा कि यह केस न्यायालय में चलने योग्य है या नहीं. हिन्दू पक्ष नीलकंठ महादेव मंदिर में पूजा करने की इजाजत मांग रहा है तो मुस्लिम पक्ष मंदिर के अस्तित्व न होने की बात कह रहा है.

प्रयागराज इलाहाबाद हाईकोर्ट में सुनवाई
संभल हिंसा में आरोपियों के पोस्टर सार्वजनिक जगह लगाने पर रोक की मांग वाली याचिका पर  सुनवाई होगी. भीड़ पर फायरिंग में शामिल पुलिसकर्मियों पर एफआईआर दर्ज करने की मांग है. एसोसिएशन ऑफ प्रोटेक्शन एंड सिविल राइट्स संस्था की तरफ से दाखिल है जनहित याचिका. याची वकील ने कहा है कि याचिकाकर्ताओं पर भी एफआईआर दर्ज हो गई है. दोपहर 2बजे के बाद जनहित याचिका पर सुनवाई की उम्मीद है. 24 नवंबर को मस्जिद के सर्वे के दौरान संभल में हुई थी हिंसा. 

 

दायूं के इतिहासिक सूर्यकुण्ड को लेकर विवाद 
हिन्दू और बौद्ध समुदाय आमने सामने आ गए हैं. सूर्यकुण्ड पर भगवान शिव लिंग और नंदी की प्रतिमाएं तोड़ने का आरोप बौद्ध भिक्षुओं पर लगा था. पुलिस ने कई बौद्ध भिखुओं को हिरासत मे लेकर मुचेलका पावंद किया था.   सोशल मीडिया पर अपील के बाद बौद्ध अनुयायी मलावीय आवास पर पहुंचे और महात्मा बुद्ध की प्रतिमा और शिलालेख तोड़ने का आरोप पुलिस पर लगाया.  बौद्ध अनुयायी लोगों ने  मालावीय आवास पर भारी संख्या मे पहुंच कर धरना दिया और माइक से अल्टीमेटम दे डाला कि आगामी 21 दिसंबर तक अगर ताला नहीं खोला गया तो लाठियाँ लेकर और झंडे लेकर सूर्यकुण्ड पहुँचेगे चाहे गोली चले या चलानी पड़े.

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