शायर मुनव्वर राना बीमार, ट्वीट कर कहा- 'अभी अफसोस करने की जरूरत नहीं...मैं जिंदा हूं'
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शायर मुनव्वर राना बीमार, ट्वीट कर कहा- 'अभी अफसोस करने की जरूरत नहीं...मैं जिंदा हूं'

मशहूर शायर मुनव्वर राना को सांस फूलने और सीने में दर्द की शिकायत के बाद लखनऊ के संजय गांधी पीजीआई में भर्ती कराया गया है.

शायर मुनव्वर राना बीमार, ट्वीट कर कहा- 'अभी अफसोस करने की जरूरत नहीं...मैं जिंदा हूं'

लखनऊ: मशहूर शायर मुनव्वर राना को सांस फूलने और सीने में दर्द की शिकायत के बाद लखनऊ के संजय गांधी पीजीआई में भर्ती कराया गया है. डॉक्टरों ने उनकी हालत स्थिर बताई है. मंगलवार देर रात मुनव्वर राना की सांस अचानक फूलने लगी और उनके सीने में दर्द होने लगा जिसके बाद उनके परिवार वालों ने उन्हें एसजीपीआई में भर्ती कराया. उन्हें कॉर्डियॉलाजी वॉर्ड में रखा गया है.

हालांकि शायर मुनव्‍वर राणा ने अपने स्‍वास्‍थ्‍य के बारे में शुभचिंतकों को आश्‍वस्‍त करते हुए ट्वीट किया, ''अभी अफसोस करने की जरूरत नहीं...मैं जिंदा हूं.''

संजय गांधी पीजीआई के कार्डियोलोजी विभाग के प्रो सुदीप कुमार ने बुधवार को बताया कि उनके स्वास्थ्य की जांच की गयी, जिसके बाद पता चला कि मधुमेह (डायबिटीज) के कारण उनके गुर्दो पर असर हुआ था और उनके शरीर में सूजन आ गयी थी. उनका रक्तचाप भी बढ गया था. उनका उपचार किया जा रहा है और वह डाक्टरों की निगरानी में है.

फिलहाल उन्हें अभी दो तीन दिन पीजीआई के कार्डियोलोजी विभाग में ही रखा जाएगा. अभी उनकी कुछ और जांच की जाएंगी.

शायर मुनव्वर राना की अब तक एक दर्जन से ज्यादा पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं, जिनमें प्रमख हैं, माँ, ग़ज़ल गाँव, पीपल छाँव, बदन सराय, नीम के फूल, सब उसके लिए, घर अकेला हो गया, कहो ज़िल्ले इलाही से, बग़ैर नक़्शे का मकान, फिर कबीर, नए मौसम के फूल शामिल है. इनके द्वारा रचित एक कविता शाहदाबा के लिये उन्हें साहित्य अकादमी पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है.

(इनपुट: एजेंसी भाषा से भी)

 

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