गोरखपुर: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के गोरखपुर (Gorakhpur) में स्वीपर द्वारा प्रसूता के ऑपरेशन कर डिलीवरी करने के मामले में अस्पताल संचालक पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. मामले में सहयोगियों पर भी गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज किया गया है.
दरअसल, गुलरिया थाना क्षेत्र स्थित भटहट बाजार के पास प्रियांशु अस्पताल में एक फोर्थ क्लास कर्मचारी द्वारा एक प्रसूता का ऑपरेशन करने का मामला सामने आया था. जिसके कुछ देर बाद भी नवजात की मौत हो गई थी. वहीं, प्रसूता की हालत गंभीर देख कर तीमारदारों ने उसे मेडिकल कॉलेज में भर्ती करा दिया.
शुरुआती जांच में सामने आया कि अस्पताल की कुछ दिन पहले ही एडिशनल सीएमओ ने जांच की थी और जांच में ये अस्पताल बिना चिकित्सक एवं प्रशिक्षित कर्मचारियों के संचालन द्वारा पाया गया था. जिसके बाद एडिशनल सीएमओ ने इसे सील कर दिया था. लेकिन, सील के बावजूद अस्पताल का संचालन जारी था.
परिजनों ने बताया कि बीते मंगलवार की शाम को महाराजगंज जिले की निवासी सुनीता को प्रसव पीड़ा के चलते इस अस्पताल में भर्ती कराया गया था. परिजनों के अनुसार ₹15000 अस्पताल में जमा भी कर दिए थे. लेकिन अस्पताल प्रशासन ने ₹25000 की डिमांड की थी. हालांकि, ₹15000 जमा करने के बाद प्रसूता की डिलीवरी कराई गई.
वहीं, बुधवार को नवजात की हालत बिगड़ने लगी तो परिजनों के साथ अस्पताल में कर्मचारी उसे लेकर झुग्गियां स्थित एक निजी अस्पताल ले गए. जहां थोड़ी देर के बाद नवजात की मौत हो गई. वहीं, घटना के बाद से अस्पताल के संचालक फरार है.