Business Leadership Summit: इन्वेस्टर्स को है उत्तर प्रदेश पर भरोसा- सतीश महाना
Advertisement
trendingNow0/india/up-uttarakhand/uputtarakhand808812

Business Leadership Summit: इन्वेस्टर्स को है उत्तर प्रदेश पर भरोसा- सतीश महाना

कई लोग ऐसे भी होते हैं जो प्लॉट खरीद कर सालों-साल छोड़ देते हैं और कुछ नहीं करते. सतीश महाना ने जानकारी दी कि अब ऐसा नहीं होगा. सरकार की पॉलिसी के तहत 5 साल के अंदर प्लॉट पर इंडस्ट्री खड़ी करनी होगी वरना प्लॉट कैंसल कर दिया जाएगा. 

Business Leadership Summit: इन्वेस्टर्स को है उत्तर प्रदेश पर भरोसा- सतीश महाना

उत्तर प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना ने बताया कि अब बाहर की इंडस्ट्री उत्तर प्रदेश पर अपना भरोसा दिखा रही हैं. साथ ही, प्रदेश सरकार भी सभी नए उद्योगों को सुविधाएं, संरक्षण और सुरक्षा देने के लिए प्रतिबद्ध है. वे जी Zee UPUK के खास Real Estate Conclave और Business Leadership Summit में पहुंचे थे. इस मौके पर उन्होंने Zee से बातचीत की और प्रदेश के विकास के बारे में जानाकारी दी.

औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना का कहना है कि उत्तर प्रदेश में 2017 के बाद औद्योगीकरण का नया दौर शुरू. इसके बाद लोगों में भरोसा आया कि उत्तर प्रदेश में जाएंगे तो सुविधाओं के साथ सुरक्षा मिलेगी. यह पहले नहीं होता था क्योंकि इंडस्ट्री को कभी प्राथमिकता नहीं दी गई. सतीश महाना ने कहा कि आज उन्हें इस बात का गर्व है कि प्रदेश में औद्योगीकरण को प्रथमिकता मिलती है. प्रगति के नाते से इंडस्ट्री आज प्रदेश की बैक-बोन है और नौजवानों को रोजगार देने के लिए सबसे ज्यादा चर्चा का विषय है. 

ये भी पढ़ें: #BusinessLeadershipSummit: हम विकास के मुद्दे पर लड़ते हैं चुनाव, जनता जिताती है: ऊर्जा मंत्री

पहले इन्वेस्टर समिट में कर दिया था विकासशील प्रदेश का ऐलान
सतीश महाना ने बताया कि इंडस्ट्री का माहौल बनाने की जरूरत थी इसलिए सबसे पहले काम किया लॉ एंड ऑर्डर का. 2018 के फरवरी में पहला इन्वेस्टर समिट हु्आ. वहां पर पूरे देश और दुनिया में एक मैसेज गया कि उत्तर प्रदेश में इंडस्ट्री की लिस्ट तैयार है. उस दौरान पीएम मोदी की उपस्थिति में सतीश महाना ने एक बात कही थी कि जो इंडस्ट्री आएंगी उनके साथ समन्वय स्थापित किया जाएगा, जो पहले नहीं होता था. साथ ही, उन्हें संरक्षण और सुरक्षा दी जाएगी. इसपर सरकार ने पूरी तरीके से काम किया और आज नतीजा यह है कि बाहर की बहुत सी इंडस्ट्री उत्तर प्रदेश में आना चाहती हैं और काम करना चाहती हैं. 

ये भी पढ़ें:Business Leadership Summit: कृषि कानून किसानों के हित में, विपक्ष कर रहा ट्विटर की राजनीति- डिप्टी सीएम मौर्य

उद्योगपतियों को उत्तर प्रदेश पर भरोसा
ईज़ ऑफ डूइंग बिजनेस में भी पहले हमारी रैंकिंग 12 थी जो अब लंबी छलांग मार कर नंबर 2 पर आ गई है. कोवल आंध्र प्रदेश ही हमसे आगे है. यह रैंकिंग इंटरनेशनल लेवल के मानकों के आधार पर तय की जाती है. और इसमें हर राज्य के इंडस्ट्रियलिस्ट के फीड बैक भी महत्व  रखता है. स्वभाविक रूप से प्रदेश में सरकार जितने बड़े स्तर पर निवेश ले कर आई है. जाहिर है कि उद्योगपतियों को उत्तर प्रदेश पर भरोसा है. इसके अलावा, सरकार ने हर देश से बात करने के लिए अलग-अलग डेस्क बनाई है. जापान, कोरिया, आदि बड़े देशों से बात की जा रही है कि चाइना से बिजनेस शिफ्ट कर भारत लाएं और फिर उत्तर प्रदेश.

ये भी पढ़ें: Business Leadership Summit: EVM की वजह BJP चुनाव जीतती है, बैलट पेपर से हार जाती है- नरेश उत्तम

प्लॉट मिलने के 5 साल के अंदर सेट करनी होगी इंडस्ट्री
सतीश महाना का कहना है कि अब प्रदेश में इंडस्ट्री को देखने की नजरिया बदल गया है. इसके विकास के लिए कई पॉलिसी तय की गई हैं. इसके तहत सरकार ने निवेश मित्र पोर्टल लॉन्च किया था जिसपर उद्योग लगाने आए लोग अपनी आवश्यक्ताओं के बारे में हमें बता सकते हैं. पोर्टल के जरिए उन्हें बस इंडस्ट्री सेट-अप के लिए पैसा जमा करना है और जमीन और नक्शे की स्वीकृति कुछ ही समय में मिल जाती है. इससे जल्द से जल्द लोग व्यवसाय सेटअप कर काम शुरू कर सकते हैं. वहीं, कई लोग ऐसे भी होते हैं जो प्लॉट खरीद कर सालों-साल छोड़ देते हैं और कुछ नहीं करते. सतीश महाना ने जानकारी दी कि अब ऐसा नहीं होगा. सरकार की पॉलिसी के तहत 5 साल के अंदर प्लॉट पर इंडस्ट्री खड़ी करनी होगी वरना प्लॉट कैंसल कर दिया जाएगा.    

ये भी पढ़ें: Business Leadership Summit: सुविधाओं के साथ मौके हैं, धैर्य के साथ बस शुरुआत करिए

WHO ने की थी प्रदेश की तारीफ
सतीश महाना ने बताया कि कोविड काल में भी प्रदेश ने बेहतरीन काम किया है. कोरोना काल में भी सीएम योगी और उनके नेतृत्व में सभी ने शिद्दत से काम कर महामारी से लड़ाई की है. World Health Organization ने भी इसकी तारीफ की. सरकार ने आपदा को भी अवसर में बदलने की कोशिश की है. इस दौरान भी नई इंडस्ट्री के लिए प्लॉट अलॉटमेंट की प्रक्रिया चल रही थी. 1000 से ज्यादा प्लॉट अलॉट भी कर दिए गए हैं. 

Trending news