#BusinessLeadershipSummit: हम विकास के मुद्दे पर लड़ते हैं चुनाव, जनता जिताती है: ऊर्जा मंत्री
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#BusinessLeadershipSummit: हम विकास के मुद्दे पर लड़ते हैं चुनाव, जनता जिताती है: ऊर्जा मंत्री

सबका साथ सबका विकास और सबका विश्वास हमारा फॉर्मूला है. लोग हमें चुनते हैं, क्योंकि हम काम करते हैं. पीएम ने गरीबों को एक पूरा पैकेज दिया, जिसमें उसकी सुविधाओं का ध्यान रखा. पहले गरीबी हटाओ नारा लगता था, हम नारा नहीं देते बल्कि काम करते हैं.

#BusinessLeadershipSummit: हम विकास के मुद्दे पर लड़ते हैं चुनाव, जनता जिताती है: ऊर्जा मंत्री

लखनऊ: प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने दावा किया है कि बीजेपी को उत्तर प्रदेश समेत देश के ज्यादातर राज्यों में सत्ता इसलिए मिली क्योंकि पार्टी विकास के मुद्दे पर चुनाव लड़ती है और जनता उन्हें चुनती है, क्योंकि वे काम करते हैं. वे जी UPUK के खास Real Estate Conclave और Business Leadership Summit में पहुंचे थे. इस मौके पर संपादक दिलीप तिवारी से बातचीत करते हुए उन्होंने प्रदेश में बिजली के मुद्दे और 2022 में चुनाव को लेकर भी अपनी राय रखी.  

पर्याप्त, निर्बाध और सस्ती बिजली है लक्ष्य
ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने कहा कि केंद्र और प्रदेश सरकार का लक्ष्य सबको बिजली, पर्याप्त बिजली, निर्बाध बिजली और सस्ती बिजली है. उन्होंने कहा कि 19 मार्च 2017 को शपथ ग्रहण के बाद जब वे मंत्रालय पहुंचे तो उन्होंने गांवों के अंधेरे को रौशन करना और जहां बिजली पहुंच चुकी है वहां निर्बाध आपूर्ति करना अपना लक्ष्य बनाया. उन्होंने बताा कि गांवों में पहले ट्रांसफार्मर उड़ने पर कैसे उन्होंने हफ्तों इंतजार करना पड़ता था, लेकिन अब 24 घंटों में इसे बदल दिया जाता है. 

हेल्पलाइन की 99 फीसदी शिकायतों का समाधान 
ऊर्जा मंत्री ने बताया कि उत्तर प्रदेश में बदलाव लाने के लिए खुद को बदलना पड़ता है. उन्होंने कहा कि बिजली उपभोक्ता देवो भव की तर्ज पर काम कर रहा है. श्रीकांत शर्मा ने कहा कि मैं ऊर्जा मंत्री नहीं उपभोक्ता के नाते मंत्रालय में बैठता हूं. बिजली से जुड़ी शिकायतों के लिए 1912 हेल्पलाइन जारी की गई. उपभोक्ताओं को इस पर रजिस्ट्रेशन कराने पर 30 सेकेंड में ही रजिस्ट्रेशन नंबर पहुंच जाता है. उन्होंने दावा किया कि हेल्पलाइन पर आई 99 फीसदी समस्याओं का समाधान कर दिया जाता है. 

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बिजली कनेक्शन नहीं है संपत्ति पर अधिकार का प्रमाण 
उन्होंने बताया कि अब बिजली कनेक्शन वोटर आईडी और आधार कार्ड पर मिल जाता है. मोबाइल कनेक्शन की तर्ज पर बिजली का कनेक्शन दिया जा रहा है. उन्होंने साफ किया कि बिजली मीटर या कनेक्शन के आधार पर अब संपत्ति पर आधार का दावा नहीं किया जा सकता. ऐसे में मल्टी प्वाइंट कनेक्शन को बढ़ावा मिल रहा है. उन्होंने नोएडा और ग्रेटर नोएडा जैसे जिलों में सोसायटी में सिंगल प्वाइंट कनेक्शन  के सवाल पर कहा कि सोसायटी के लोगों की शिकायत पर इन्हें मल्टी प्वाइंट किया जा सकता है. इसके अलावा भविष्य में बिल्डर्स मल्टी प्वाइंट कनेक्शन दें, इस पर भी काम किया जा रहा है. 

'मैंने खटखटाए उपभोक्ताओं के दरवाजे'
ऊर्जा मंत्री ने कहा कि  बिजली विभाग उपभोक्ता के दम पर ही चलता है. इसलिए उन्होंने बिजली कनेक्शन सीधा काटने के बजाय उपभोक्ताओं के घर जाकर उनसे बात करने का अभियान शुरू किया. उन्होंने बताया कि वे खुद कई उपभोक्ताओं के घर गए. उन्होंने बिजली चोरी के मुद्दे पर भी बात करते हुए कहा कि इसके लिए थाना और पोर्टल की व्यवस्था की गई है. ताकि पारदर्शिता लाई जा सके. उन्होंने कहा कि ईमानदारी से काम करने पर उपभोक्ता का भरोसा विभाग पर बढ़ता है. यूपी में उपभोक्ताओं का भरोसा बढ़ा है और डिमांड भी. उन्होंने कहा कि सरकार ने 2030 तक 31 हजार मेगावाट तक का लक्ष्य तय किया है क्योंकि सरकारें लंबे वक्त के लिए काम करती हैं, सत्ता में कोई भी हो. 

धीरे-धीरे खत्म करेंगे टैरिफ बढ़ाने की व्यवस्था 
पिछली सरकारों में आर्थिक अनियमितता का जिक्र करते हुए ऊर्जा मंत्री ने कहा कि हमने विभाग से कहा है कि सही और समय पर बिल बढ़ाओ तो धीरे-धीरे टैरिफ बढ़ाने की व्यवस्था हटा देंगे. बिजली का बिल नियमित देने वालों को टैरिफ बढ़ने से दिक्कत होती है. बिलिंग सही हो, इसके लिए स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं. उन्होंने स्मार्ट मीटर में आई गड़बड़ी का जिक्र आने पर कहा कि अधिकारियों की लापरवाही से ऐसा हुआ और इसकी जांच जारी है. उन्होंने जल्दी ही प्रदेश में प्रीपेड मीटर लगने का भी संकेत किया और कहा इसके जरिये बिजली खर्च करने के लिए कूपन पहले डालेंगे और उसी हिसाब से बिजली खर्च करेंगे. प्राइवेट डिशकॉम की बात पर ऊर्जा मंत्री ने कहा कि इस वक्त जो व्यवस्था है, हम फिलहाल उसे ठीक कर रहे हैं. हालांकि उन्होंने ये जरूर कहा कि प्राइवेट प्लेयर्स भी हमारे ही लोग होते हैं.

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'उपभोक्ताओं के प्रति जवाबदेही मैं तय करता हूं'
ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने साफ कहा कि ट्रांसफर और पोस्टिंग के विषय में उनका दखल नहीं होता है. लेकिन उपभोक्ताओं के प्रति विभाग की जवाबदेही वे खुद तय करते हैं. डायरेक्टर्स से खुद बात करते हैं और ये तय करते हैं कि विभाग के कार्य में गड़बड़ी न हो. इस आधार पर कई डिमोशन भी किए जा चुके हैं. 

'लोग हमें चुनते हैं, क्योंकि हम काम करते हैं'

चुनाव में मुख्य विरोधी कौन होगा? इस सवाल पर ऊर्जा मंत्री ने सधा हुआ जवाब देते हुए कहा कि सबका साथ सबका विकास और सबका विश्वास हमारा फॉर्मूला है. लोग हमें चुनते हैं, क्योंकि हम काम करते हैं. पीएम ने गरीबों को एक पूरा पैकेज दिया, जिसमें उसकी सुविधाओं का ध्यान रखा. पहले गरीबी हटाओ नारा लगता था, हम नारा नहीं देते हम काम करते हैं. साइकिल चलाने की अपनी मुहिम पर ऊर्जा मंत्री ने बताया कि वे प्रदूषण कम करने के लिए ऐसा कर रहे हैं. वे बोलो 'इस पर कोई कटाक्ष करता है, तो मैं कुछ नहीं कह सकता.' लगातार चुनाव जीतने के सवाल पर ऊर्जा मंत्री ने बताया कि कार्यकर्ता हमारी ताकत है और हमें प्रधानमंत्री मोदी से बिना विश्राम और छुट्टी से लगातार काम करने की प्रेरणा मिलती है. उन्होंने वो दौर भी याद किया जब लगातार हार की वजह से बीजेपी का अपमान होता था.  राहुल गांधी पर तंज कसते हुए श्रीकांत शर्मा ने कहा कि हम उन्हें भी रिटायर होने को नहीं कह रहे हैं. 

किसानों को गुमराह कर रही हैं पार्टियां 
ऊर्जा मंत्री ने कृषि कानून पर बात करते हुए कहा कि मैं खुद किसान परिवार से हूं और जो भी कृषि कानून आए हैं, वो किसान के हित में हैं. ज्यादातर अन्नदाता उनसे सहमत है. पहले बटाई पर कर्ज लेकर किसान काम करते थे, उन्हें अब साझीदार मिल रहा है, तो दिक्कत नहीं होगी. चूंकि कुछ राजनीतिक पार्टियों का अस्तित्व खतरे में है, ऐसे कुछ लोग किसानों को गुमराह कर रहे हैं. 

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