Chhoti Diwali: दिवाली के एक दिन पहले और धनतेरस के एक दिन बाद नरक चौदस का त्योहार मनाया जाता है. इस दिन कुछ कामों को करने की मनाही है. आइये जानते हैं वो काम कौन से हैं...
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Naraka Chaturdashi 2023: हिंदू पंचांग के अनुसार, कार्तिक मास की चतुर्दशी तिथि को नरक चतुर्दशी या रूप चौदस मनाते हैं. नरक चतुर्दशी को छोटी दिवाली, रूप चौदस, नरक चौदस, रूप चतुर्दशी और नरका पूजा के नाम से भी जाना जाता है. इसे छोटी दिवाली के नाम से भी जाना जाता है.
नरक शब्द पौराणिक कथाओं में वर्णित दैत्य राजा नरकासुर से संबंधित है जबकि चतुर्दशी का अर्थ है चौदहवां दिन. मान्यता है कि इसी दिन भगवान श्रीकृष्ण ने नरकासुर का वध किया था, इसलिए इसे नरक चतुर्दशी कहा जाता है. इस दिन भगवान श्रीकृष्ण की भी पूजा की जाती है. इस दिन मृत्यु के देवता यमराज की पूजा की जाती है. नरक चतुर्दशी वाले दिन कुछ कामों को वर्जित माना गया है. ऐसे में आइये जानते हैं कि उन कामों के बारे में जो इस दिन भूलकर भी नहीं करना चाहिए.
भूलकर भी ना करें ये काम
1. इस दिन अपने घर को खाली नहीं छोड़ना चाहिए. अगर किसी जरूरी काम से बाहर जाना पड़े तो कोशिश करें कोई सदस्य घर पर ही रहे.
2. घर में समृद्धि का वास बनाए रखने और अकाल मत्यु से बचने के लिए नरक चतुर्दशी पर घर की दक्षिण दिशा में एक दीपक जलाएं. उसमें कौड़ी, 1 रुपये का सिक्का रखकर जलाएं. इस दौरान यमराज से अकाल मत्यु से बचने के लिए प्रार्थना करें.
3. इस दिन मांस-मदिरा का सेवन न करें. मान्यता है कि इस दिन जीव जंतुओं को हानि पहुंचाने और मांसाहार खाने से लक्ष्मी जी नाराज हो जाती हैं.
4. नरक चतुर्दशी के दिन भूलकर भी झाड़ू को पैर न मारें. इससे मां लक्ष्मी नाराज होती हैं और घर में आर्थिक तंगी का दौर शुरू हो जाता है.
5. इस दिन लड़ाई-झगड़ा न करें. घर में शांति और खुशहाली से रहें. अच्छे वातावरण में मां लक्ष्मी का आगमन होता है.
6. इस दिन घर की दक्षिण दिशा में भूलकर भी गंदगी न करें. दरअसल, इसे यम की दिशा मानी गई है. ऐसे में इस दिशा को गंदा रखने से यमराज नाराज हो जाते हैं, जो व्यक्ति के जीवन के लिए सही नहीं है.
7. नरक चतुर्दशी के दिन भूलकर भी तेल का दान नहीं करना चाहिए. इससे घर की लक्ष्मी नाराज हो जाती हैं. साथ ही शनिदेव भी रुष्ट हो जाते हैं.
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