उत्तर प्रदेश में खाद्य प्रसंस्करण कौशल विकास केंद्र चल रहे हैं राम भरोसे!
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उत्तर प्रदेश में खाद्य प्रसंस्करण कौशल विकास केंद्र चल रहे हैं राम भरोसे!

भाजपा शासित उत्तर प्रदेश में खाद्य प्रसंस्करण के कौशल विकास केंद्र संसाधनों की भारी कमी से जूझ रहे हैं. पिछले तीन साल से इन केंद्रों पर कोई नई नियुक्ति नहीं हुई है.

उत्तर प्रदेश में खाद्य प्रसंस्करण कौशल विकास केंद्र संसाधनों की कमी से जूझ रहे हैं.

प्रयागराजः केंद्र की मोदी सरकार का जहां कौशल विकास पर जोर है, वहीं, भाजपा शासित उत्तर प्रदेश में खाद्य प्रसंस्करण के कौशल विकास केंद्र संसाधनों की भारी कमी से जूझ रहे हैं. पिछले तीन साल से इन केंद्रों पर कोई नई नियुक्ति नहीं हुई है.

उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण निदेशालय के निदेशक राघवेंद्र प्रताप सिंह ने बताया, “प्रधानाचार्य से नीचे के पदों पर पिछले तीन साल से कोई नियुक्ति नहीं हुई है. हमने उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग को रिक्त पदों का ब्यौरा दे रखा है.” 

प्रयागराज में विभाग का खाद्य विज्ञान प्रशिक्षण केंद्र का कार्यालय 1973 से ही किराये के मकान में चल रहा है. यह विभाग का मंडल स्तरीय कार्यालय है जिसके तहत चार जिले- कौशांबी, फतेहपुर, प्रतापगढ़ और प्रयागराज आते हैं.

खाद्य विज्ञान प्रशिक्षण केंद्र के एक अधिकारी ने बताया कि भवन मालिक इसे खाली करने के लिए कोर्ट से नोटिस भिजवा रहा है, लेकिन इसकी कोई सुध लेने वाला नहीं है.

उन्होंने बताया कि कार्यालय में एक भी सरकारी वाहन नहीं है. दूसरे केंद्रों से कर्मचारियों को संबद्ध करके विद्यार्थियों को प्रशिक्षण दिया जाता है. इस कार्यालय के अलावा मंडल के चार फल संरक्षण केंद्रों में कर्मचारियों की भारी कमी है. कुल स्वीकृत 41 पदों में से 26 पद रिक्त हैं.

अधिकारी ने बताया कि खाद्य विज्ञान प्रशिक्षण केंद्र में तीन ट्रेड- खाद्य प्रसंस्करण एवं कैनिंग, बेकरी एवं कान्फेक्शनरी और पाक कला (कुकरी) का प्रशिक्षण दिया जाता है. इसके अलावा, यह केंद्र खाद्य प्रसंस्करण में उद्यमिता विकास और स्वरोजगार का भी प्रशिक्षण देता है.

प्रयागराज के खाद्य विज्ञान प्रशिक्षण केंद्र ने पिछले वर्ष 120 लोगों को ढाबा चलाने का प्रशिक्षण दिया जिसमें से कई लोग हाइवे पर आज सफलतापूर्वक अपना ढाबा चला रहे हैं.

इस केंद्र से सेवानिवृत्त होने के बाद गेस्ट लेक्चरर के तौर पर अपनी सेवाएं दे रहे मेवा लाल कुशवाहा ने बताया कि कई बच्चे बेकरी का कोर्स करके विदेश में नौकरी कर रहे हैं. सरकारी संस्थान होने से यहां फीस नाम मात्र है जिससे गरीब लोगों के बच्चे यहां कौशल विकास कर अपना करियर बना सकते हैं.

खाद्य प्रसंस्करण विभाग प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के पास है. प्रयागराज में अमरूद और कौशांबी में केले की जबरदस्त खेती होती है और इनके प्रसंस्करण की जबरदस्त संभावनाएं हैं.

(इनपुटः भाषा)

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