Chaat History: क्या आपने कभी सोचा कि जिस चाट को हम इतने चाव से खाते हैं, उसे पहली बार कब बनाया गया. इस पूरे खाने के पीछे किस व्यक्ति का दिमाग था.
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नई दिल्ली: कोरोना वायरस संक्रमण के दौरान जिस फूड को आम भारतीयों ने काफी मिस किया, वो है चाट (Chaat) और पानी पूरी. स्ट्रीट फूड में अपनी बादशाहत जमाने वाली चाट को हम चाट-चाट कर खा जाया करते हैं. लेकिन क्या आपने कभी सोचा कि जिस फूड को हम इतने चाव से खाते हैं, उसे पहली बार कब बनाया गया. इस पूरे खाने के पीछे किस व्यक्ति का दिमाग था. आइए जानते हैं...
उत्तर प्रदेश की डिश है चाट
चाट को लेकर इतिहासकारों के बीच कई किस्म के दावे मिलते हैं. उनमें से दो काफी प्रचलित हैं. पहला कि चाट को पहली बार उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में बनाया गया. वहीं, कुछ इतिहासकार मानते हैं कि चाट को दिल्ली में बनाया गया है. हालांकि, इस दोनों ही कहानियों के केंद्र में मुगल राजा शाहजहां हैं.
1. यूपी की चाट- खानपान के बारे में लिखने वाले कृष दलाल की मानें, तो चाट का इजाद उत्तर प्रदेश में हुआ. दरअसल, शाहजंहा के समय में हैजा का प्रकोप बढ़ गया. ऐसे में शाहजांह के वैद्यों ने उन्हें एक घरेलू इलाज के बारे में बताया कि विशेष मसालों का इस्तेमाल किया जाए, जो बैक्टरिया को मारने में मदद करेंगे. ऐसे में चाट (UP Chaat) बनाने की शुरुआत हुई. ध्यान देने वाली बात है आलू की एंट्री भी भारत में जाहांगीर के समय में ही हो गई थी.
2. दिल्ली की चाट- एक और पक्ष है, जो चाट को दिल्ली का बताता है. दरअसल, जब मुगल राजा शाहजहां ने आगरा से निकलकर दिल्ली के किनारे शाहजहांनाबाद बसाया. तब यमुना का एल्काइन पानी रास नहीं आया. ऐसे में दिल्ली के वैद्य हाकिम अली की सलाह पर इमली, लाल मिर्च, धनिया और पुदीना जैसे मसालों के इस्तेमाल पर जोर दिया गया. इस दौरान ही शाकाहरी लोगों के लिए चाट (Delhi Chaat) और मांसाहारी लोगों के लिए निहारी का इजाद किया गया.
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नाम का क्या है इतिहास?
नाम को लेकर भी दो दावे मिलते हैं. द हिंदू में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, चाट का नाम चाटने से आए. दरअसल, जिस तरीके से लोगों इसे चाट-चाट कर खाते थे, उस वजह से इसे चाट कहा गया. हालांकि, दूसरा दावा है कि इसके स्वाद की वजह से ये नाम दिया गया. बताया जाता है कि चाट का स्वाद अपने आप चटपटा था. इस वजह से इसे चाट कहा गया.
यूपी और दिल्ली के चाट में क्या है अंतर
इस वक्त देखा जाए, तो यूपी और दिल्ली के चाट में काफी अंतर है. दिल्ली में आलू टिक्की चाट फेमस है, जिसमें मटर या चने का इस्तेमाल नहीं किया जाता है. ना ही टमाटर का इस्तेमाल देखने को मिलता है. यूपी में आलू टिक्की चाट भी मिलती है, जिसमें मटर के छोले का यूज किया जाता है. इसके अलावा टमाटर चाट भी चलन में है, जो तवे पर टमाटर को इमली के पानी और मसालों के साथ पका कर परोसा जाता है. अब चाट चाहे दिल्ली की हो या यूपी की. उसे खाने का अपना ही मजा है.