विपक्ष का कहना था कि प्रदेश में अराजकता का माहौल है. कर्मचारी हड़ताल पर हैं, 300 से ज्यादा स्टोन क्रेशर बंद हो चुके हैं, रोडवेज कर्मचारियों को वेतन नहीं मिल रहा है.
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चमोली: गैरसैंण में उत्तराखंड विधानसभा के बजट सत्र की शुरुआत हंगामेदार रही. राज्यपाल बेबी रानी मौर्य के बजट अभिभाषण से सत्र का आगाज हुआ. वहीं इस बीच विपक्ष का हंगामा जारी रहा. राज्यपाल ने सदन में करीब 45 मिनट का भाषण दिया. अभिभाषण शुरू होने के साथ ही विपक्ष ने सदन के भीतर हंगामा शुरू कर दिया. कांग्रेस के कई विधायक वेल में पहुंचकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे. विपक्ष का कहना था कि प्रदेश में अराजकता का माहौल है. कर्मचारी हड़ताल पर हैं, 300 से ज्यादा स्टोन क्रेशर बंद हो चुके हैं, रोडवेज कर्मचारियों को वेतन नहीं मिल रहा है. विपक्ष का कहना था कि जो सरकार फैसला नहीं कर सकती उसे सत्ता में नहीं रहना चाहिए.
बुधवार तक के लिए सदन की कार्यवाही स्थगित
भोजन अवकाश के बाद फिर से सदन की कार्यवाही शुरू हुई तो कार्य मंत्रणा समिति की बैठक में उल्लिखित विषयों को लेकर फिर से विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया. विपक्ष ने सदन की अवधि, राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा और बजट के प्रस्तुतिकरण के वक्त को लेकर आपत्ति जताई. जिसके बाद सदन की कार्यवाही को बुधवार के लिए स्थगित कर दिया गया.
जनरल-ओबीसी कर्मचारी धरने पर बैठे
बजट सत्र के दौरान जनरल ओबीसी कर्मचारी धरने पर बैठ गए. इस दौरान कर्मचारियों ने विधानसभा का घेराव करने की कोशिश भी की. जिस पर पुलिस ने भराड़ीसैंण से पहले ही उन्हें रोक दिया. वहीं, यूकेडी ने गैंरसैंण को राजधानी बनाने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया.
''विपक्ष निराश है असंगठित है''
सदन में विपक्ष के हंगामे पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि विपक्ष निराश है असंगठित है. उसके पास झूठे आरोपों के सिवा बोलने के लिए और कुछ नहीं है. जनरल ओबीसी कर्मचारियों की हड़ताल पर प्रतिक्रिया देते हुए सीएम ने कहा, ''हमने कर्मचारियों से पहले भी हड़ताल न करने की बात कही है. अब भी कह रहे है. किसी भी बात का हल वार्ता से होता है. बातचीत के लिए दरवाजे खुले हुए हैं.''सदन में विपक्ष के हंगामे पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि विपक्ष निराश है असंगठित है. उसके पास झूठे आरोपों के सिवा बोलने के लिए और कुछ नहीं है. जनरल ओबीसी कर्मचारियों की हड़ताल पर प्रतिक्रिया देते हुए सीएम ने कहा, ''हमने कर्मचारियों से पहले भी हड़ताल न करने की बात कही है. अब भी कह रहे है. किसी भी बात का हल वार्ता से होता है. बातचीत के लिए दरवाजे खुले हुए हैं.''
सदन में उठाये गए विपक्ष के मुद्दों पर स्पीकर प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि जो भी मुद्दे सदन में उठे हैं कल उनको लेकर कार्यमंत्रणा समिति की बैठक बुलाई गई है. उसके बाद इस संबंध में अपना निर्णय देंगे. गैरसैंण को स्थायी राजधानी घोषित करने के मुद्दे पर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि बहुत जल्द सरकार इस पर अंतिम निर्णय लेगी. गैरसैंण में नेटवर्क और बिजली की दिक्कतों को लेकर प्रेमचंद अग्रवाल ने निराशा जाहिर की.