बीजेपी जाति तो सपा खेलेगी फैमिली कार्ड, यूपी विधानसभा उपचुनाव की 10 सीटों पर कहां किसको टिकट संभव
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बीजेपी जाति तो सपा खेलेगी फैमिली कार्ड, यूपी विधानसभा उपचुनाव की 10 सीटों पर कहां किसको टिकट संभव

UP Assembly By election: लोकसभा चुनाव में हार के बाद भाजपा अपनी साख बचाने के लिए उपचुनाव में पूरी ताकत झोंक दी है.  उपचुनाव में डैमेज कंट्रोल करने के लिए भाजपा ने विशेष रणनीति बनाई है. यूपी में 10 विधानसभा सीटों के उपचुनाव को लेकर चर्चाएं जोर पकड़ चुकी है. बीजेपी और सपा की सीधी लड़ाई देखी जा रही है. 

UP Assembly by-election

UP Assembly By election: यूपी में विधानसभा की 10 सीटों पर उपचुनाव होना है.  लोकसभा चुनाव 2024 के बाद होने वाले उपचुनाव में बीजेपी और योगी सरकार लोकसभा में खोई हुई अपनी साख बचाने के लिए पूरी ताकत लगाएगी.  लोकसभा चुनाव में यूपी में कम सीटें मिलने के बाद बीजेपी ने उपचुनाव में डैमेज कंट्रोल की रणनीति बनाई है.  उत्तर प्रदेश में खाली हुई 10 विधानसभा सीटों पर समाजवादी पार्टी और बीजेपी के बीच सीधी लड़ाई है.

सहयोगी दल को मिल सकती है 2 सीट
सरकार की तरफ से 18 मंत्रियों को 10 विधानसभाओं का प्रभारी बनाया गया है.  भाजपा ने भी एक एक पदाधिकारी को प्रभारी नियुक्त किया है. भाजपा सहयोगी दल निषाद पार्टी को दो सीट दे सकती है. बीजेपी निषाद पार्टी को  कटेहरी और मझवा सीट गठबंधन में दे सकती है.  RLD को एक सीट मीरापुर दे सकती है.

उपचुनाव में 10 सीटों का समीकरण
करहल: भाजपा यादव परिवार के दामाद अनुज यादव को मैदान में उतार सकती है. सपा से तेज प्रताप यादव के चुनाव लड़ने की संभावना है. 
मिल्कीपुर: भाजपा –पूर्व विधायक गोरखनाथ, चंद्रकेश रावत, बबलू पासी और राधेश्याम त्यागी में से किसी एक को टिकट दे सकती है. सपा–अवधेश पासी के बेटे को टिकट दे सकती है.
कटेहरी: भाजपा ब्राह्मण या निषाद जाति के ही किसी कार्यकर्ता को प्रत्याशी बना सकती है  तो सपा, कुर्मी समाज से किसी को प्रत्याशी बनाएगी.
सिसामऊ: भाजपा किसी ब्राह्मण प्रत्याशी को चेहरा बना सकती है तो सपा इरफान सोलंकी की पत्नी या उसकी मां को टिकट दे सकती है.
फूलपुर: बीजेपी किसी कर्मी जाति के चेहरे को आगे कर सकती है.
कुंदरकी: भाजपा यहां किसी क्षत्रिय या जाट के जाति के प्रत्याशी को टिकट दे सकती है.
मीरापुर: यह सीट आरएलडी के खाते में जा सकती है.आरएलडी यहां पर जाट समाज से किसी प्रत्याशी को टिकट दे सकती है.
मझवा: इस सीट पर भाजपा बिना कुर्मी राजभर और निषाद जाति के प्रत्याशी की तलाश कर रही है.
खैर: इस सीट पर बीजेपी बाल्मीकि या जाटव समाज के प्रत्याशी को टिकट दे सकती है.
गाजियाबाद: इस सीट पर भाजपा किसी वैश्य या ब्रह्मण समाज को टिकट दे सकती है.

बीजेपी के उच्च पदस्थ सूत्रों के मुताबिक इन 10 में से तीन सीटों पर साल 2022 में सहयोगी दल के प्रत्याशी चुनाव लड़े थे. मीरापुर से रालोद, मझवा से निषाद पार्टी और कटेहरी से निषाद पार्टी चुनाव लड़ी थी. मीरापुर से रालोद के चंदन चौहान विधायक से सांसद बन चुके हैं. मीरापुर उप चुनाव के लिए बीजेपी ने अपने मंत्रियों की ड्यूटी लगाई है. मीरापुर सीट से बीजेपी  खुद लड़ने की तैयारी कर रही है. कटेहरी विधानसभा सीट से वर्ष 2022 में निषाद पार्टी के अवधेश कुमार चुनाव हारे थे. मझवा सीट से निषाद पार्टी के विधायक विनोद कुमार बिंद भदोही से सांसद बने हैं. सूत्रों के मुताबिक बीजेपी मझवा से निषाद पार्टी की जगह अपने सिंबल पर प्रत्याशी चुनावी मैदान में उतार सकती है. 

किन सीटों पर चुनाव
यूपी की करहल, मिल्कीपुर,  गाजियाबाद, कटेहरी, कुंदरकी,खैर मीरापुर, फूलपुर, मझवा और सीसामऊ विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना है.अभी उपचुनाव कार्यक्रम घोषित नहीं हुआ है.

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