Chandra Grahan 2021: जल्द लगने जा रहा है साल का आखिरी सबसे लंबा चंद्रग्रहण, जानें आपके ल‍िए शुभ या अशुभ
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Chandra Grahan 2021: जल्द लगने जा रहा है साल का आखिरी सबसे लंबा चंद्रग्रहण, जानें आपके ल‍िए शुभ या अशुभ

धार्मिक दृष्टि से इसका खास महत्व है. जानकारों की मानें तो ऐसा 580 साल बाद होगा जब इतना लंबा आंशिक चंद्र ग्रहण देखा जाएगा. आइए जानें कहां-कहां, कैसे और कब इस ग्रहण को देख पायेंगे. 

Chandra Grahan 2021: जल्द लगने जा रहा है साल का आखिरी सबसे लंबा चंद्रग्रहण, जानें आपके ल‍िए शुभ या अशुभ

Chandra Grahan 2021: साल 2021 का आखिरी चंद्र ग्रहण शुक्रवार, 19 नवंबर को लगने जा रहा है. हिंदू पंचांग (Hindu Panchang) अनुसार, साल का अंतिम चंद्र ग्रहण कार्तिक शुक्ल पूर्णिमा को लगेगा. ये आंशिक चंद्र ग्रहण होगा जो भारत के उत्तर-पूर्वी राज्यों में दिखाई देगा. 

580 साल बाद होगा इतना लंबा आंशिक चंद्र ग्रहण
धार्मिक दृष्टि से इसका खास महत्व है. जानकारों की मानें तो ऐसा 580 साल बाद होगा जब इतना लंबा आंशिक चंद्र ग्रहण देखा जाएगा. इससे पहले इतना लंबा चंद्रग्रहण 18 फरवरी 1440 में पड़ा था. इसकी अवधि करीब छह घंटे से भी अधिक रहेगी. यह चंद्र ग्रहण वृष राशि, कृतिका नक्षत्र में लगेगा. वृष राशि के स्वामी शुक्र और कृतिका नक्षत्र के स्वामी सूर्यदेव (Suryadev) हैं. आइए जानें कहां-कहां, कैसे और कब इस ग्रहण को देख पायेंगे. 

ग्रहण का समय
भारतीय समयानुसार चंद्र ग्रहण 19 नवंबर की सुबह 11 बजकर 34 मिनट से शाम को 5 बजकर 33 मिनट तक रहेगा. अगला चंद्र ग्रहण 16 मई 2022 को लगेगा. ऐसे में यह ग्रहण काफी लंबे समय तक रहेगा। ग्रहणकाल की कुल अवधि लगभग 05 घंटे 59 मिनट तक होगी.

सूतक काल
भारत (India) में यह उपछाया ग्रहण होने के कारण सूतक काल (Sutak Kaal) मान्य नहीं होगा. इसे आंशिक ग्रहण भी कहा जा रहा है. इस ग्रहण को भारत में न देखे जाने के कारण इसका कोई भी असर जनमानस के ऊपर नहीं पड़ेगा.

कहां पर दिखाई देगा ग्रहण?
भारत में आखिरी चंद्र ग्रहण (Chandra Grahan) सिर्फ उन्हीं जगहों पर नजर आएगा. जहां चंद्रमा आकाश के घेरे में यानी क्षितिज के ऊपर होता है. असम और अरुणाचल प्रदेश समेत पूर्वोत्तर राज्यों के लोगों को यह दिखाई दे सकता है. साल का यह आखिरी चंद्रग्रहण यरोप, अमेरिका, पश्चिमी अफ्रीका, इंडोनेशिया, रूस, चीन, ऑस्ट्रेलिया और ब्रिटेन में साफ दिखाई देगा. यदि आप भारत के उत्तरपूर्वी क्षेत्र में हैं तो आप ग्रहण को अपनी नग्न आंखों से देख सकते हैं. दूरबीन जैसे किसी खास उपकरण की कोई आवश्यकता नहीं है.

क्या होता है चंद्रग्रहण?
पूर्णिमा पर सूर्य-चंद्रमा के बीच पृथ्वी आ जाती है तो छाया चंद्रमा पर पड़ती है. इससे चंद्रमा का छाया वाला भाग अंधकारमय रहता है. जब हम धरती से चांद को देखते हैं तो वह भाग काला दिखता है, जिसे चंद्र ग्रहण कहा जाता है. एक साल में अधिकतम तीन चंद्र ग्रहण हो सकते हैं. अनुमान है कि 21वीं सदी में कुल 228 चंद्र ग्रहण होंगे.

Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं. Zee News इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें.

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