संघ प्रमुख डॉ मोहन भागवत ने कुछ दिन पहले जनसंख्या को लेकर देश में एक समग्र नीति बनाए जाने की जरुरत पर बल दिया था. आरएसएस प्रमुख के इस बयान पर यूपी के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा है कि यूपी में फिलहाल जनसंख्या नियंत्रण पर कानून बनाने की कोई योजना नहीं है.
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मोहम्मद गुफरान/प्रयागराज: संघ प्रमुख डॉ. मोहन भागवत द्वारा जनसंख्या नियंत्रण को लेकर कानून बनाए जाने की सलाह पर यूपी के डिप्टी सीएम बृजेश पाठक प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा है कि उत्तर प्रदेश में फिलहाल जनसंख्या नियंत्रण कानून बनाए जाने की कोई योजना नहीं है. लेकिन संघ प्रमुख ने जो बातें कही हैं, उस पर पूरे देश को गंभीरता से सोचना चाहिए. उत्तर प्रदेश में जनसंख्या नियंत्रण कानून बनाए जाने के सवाल पर बृजेश पाठक ने कहा है कि इस बारे में शीर्ष नेतृत्व उचित समय आने पर फैसला लेगा. बृजेश पाठक के मुताबिक बढ़ती हुई आबादी देश के लिए बड़ी चुनौती है. देश के पास संसाधन सीमित हैं.
उन्होंने कहा है कि जनसंख्या तेजी से बढ़ रही है, लेकिन जमीन और संसाधन वही हैं. जनसंख्या को कम करने के लिए कोई न कोई रास्ता निकालना ही पड़ेगा. उन्होंने जनसंख्या नियंत्रण कानून को लेकर मुस्लिम धर्मगुरुओं के विरोध पर कहा है कि जो हिंदुस्तान और भारत माता से प्रेम करेगा वह कभी विरोध नहीं करेगा. सरकार की कोशिश है कि देश के पास जो मौजूदा संसाधन है, उसका उपयोग हो. सबको अच्छी शिक्षा, भोजन,आवास, रोजगार और स्वास्थ्य सुविधाएं मिलें. इसके लिए सरकार चिंता भी करता रहती है.
गांधी परिवार पर साधा निशाना
डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के एक महीने पूरे होने पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि कांग्रेस पूरी तरह डिरेल्ड हो चुकी है. यह वो कांग्रेस नहीं है जिसे महात्मा गांधी ने बनाया था. बृजेश पाठक ने सोनिया गांधी (Sonia gandhi), राहुल गांधी (Rahul Gandhi) और प्रियंका गांधी (Priyanaka Gandhi) पर निशाना साधते हुए कहा है कि गांधी सरनेम का जिस तरह से प्रयोग किया जा रहा है, वह पूरा देश जानता है. उनके मुताबिक आजादी के बाद कई दशक कांग्रेस सत्ता में रही, लेकिन गरीबों के जीवन में बदलाव के लिए कुछ नहीं किया गया.
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क्या कहा था संघ प्रमुख ने
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत (Mohan Bhagawat) ने कहा था कि जनसंख्या को लेकर भारत में एक समग्र नीति बननी चाहिए. यह नीति सभी पर समान रूप से लागू हो. किसी को इससे छूट नहीं मिलनी चाहिए. संघ प्रमुख ने ये बयान विजयादशमी के मौके पर नागपुर स्थित संघ मुख्यालय में दिया था. उन्होंने कहा था कि जनसंख्या नियंत्रण के साथ-साथ पंथ आधारित जनसंख्या संतुलन भी महत्व का विषय है जिसकी अनदेखी नहीं की जा सकती.
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