उत्तर प्रदेश के लोगों में मोटापे की समस्या तेजी से बढ़ रही है. नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे की रिपोर्ट में मोटापे को लेकर चौकाने वाले खुलासे हुए थे. एनएफएचएस की सर्वे रिपोर्ट के मुताबिक उत्तर प्रदेश में 15-49 आयु वर्ग का हर पांचवां व्यक्ति मोटापे से परेशान है. आइए जानते हैं मोटापे से बचाव के लिए क्या है हेल्थ एक्सपर्ट की राय
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अरविंद मिश्रा/लखनऊ: यूपी वाले बहुत तेजी से मोटापे का शिकार हो रहे हैं. यह रफ्तार मोटापे के राष्ट्रीय औसत से कहीं अधिक है. मोटापे के औसत आंकड़ों पर नजर दौड़ाएं तो इस मामले में प्रदेश के पुरुष अब महिलाओं से कहीं आगे हैं. पांच साल पहले 2015-16 में पुरुषों के मोटापे की दर 12.5 प्रतिशत थी. वहीं अब 18.5 फीसदी के स्तर पर जा पहुंची है. अर्थात पुरुषों में मोटापे (Obesity) की दर 6 प्रतिशत की दर से बढ़ रही है. सर्वे की चौथी रिपोर्ट से तुलात्मक अध्ययन करें तो पता चलता है कि इस अवधि में 4.8 फीसदी की रफ्तार से मोटापे का शिकार हुई हैं. एएफएचएस (NFHS) की रिपोर्ट में मोटापे को लेकर कई तरह के मापदण्ड परखे गए. रिपोर्ट बताती है कि शहरों में रहने वाले पुरुष और महिलाएं गांव वालों के मुकाबले कहीं अधिक तेजी से मोटापे की चपेट में आ रहे हैं. रिपोर्ट में बताया गया है कि मोटापा किसी समय विकसित देशों की समस्या हुआ करता था. लेकिन अब यह विकासशील और गरीब देशों में भी बड़ी स्वास्थ्य चुनौती बनकर सामने आया है.
जीवनशैली में करना होगा बदलाव
प्रसिद्ध डायटिशियन मनीषा अग्रवाल (Dietician Manisha Agarwal) के मुताबिक मोटापे की एक बड़ी वजह जीवनशैली में आ रहा अप्रत्याशित बदलाव है. मोटापे की समस्या के शहरी और ग्रामीण इलाकों में अलग-अलग कारण हैं. शहरों में लोग जहां देर तक कुर्सियों में बैठकर काम करते हैं, इससे उनका फिजिकल एक्सरसाइज बहुत कम होता है. जंक फूड पर निर्भरता ने मोटापे को और बढ़ाया है. मनीषा अग्रवाल के मुताबिक ग्रामीण इलाकों में लोग एक बार में ज्यादा कैलोरी का भोजन करते हैं. यही नहीं अक्सर उनके भोजन का अंतराल काफी लंबा होता है. उनका कहना है कि मोटोपे से बचाव के लिए शारीरिक श्रम और भोजन तथा नाश्ते की टाइमिंग में संतुलन होना चाहिए. खानेपीने की चीजों में सलाद और फल जरुर शामिल करें.
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दिल को सबसे ज्यादा खतरा
प्रसिद्ध कॉर्डियोलॉजिस्ट डॉ आनंद कुमार पांडे (Dr Anand Kumar Pandey) के मुताबिक मोटापा एक साथ कई बीमारियों को दावत देता है. आजकल जो भी आप खा रहे हैं, उसमें ट्रांस फैट और प्रिजर्वेटिव (Preservatives) जरुरत से ज्यादा है. पहले प्राकृतिक वसा (Natural Fat) लोग लेते थे. मोबाइल और गैजेट्स का जरुरत से ज्यादा इस्तेमाल होने से शारीरिक श्रम बिल्कुल न के बराबर हो गया है. ऐसे में मेटाबोलिक सिंड्रोम (Metabolic Syndrome) की समस्या सामान्य हो गई है. लड़कियों में मोटापे की वजह से पॉलीसिस्टिक बीमारियां देखने को मिलती हैं. इसी तरह युवाओं में जिस तरह प्री मैच्योर हार्ट डिजीज बढ़ रही हैं, उनमें मोटापा एक बड़ी वजह है. डॉ आनंद पांडे कहते हैं कि 20 मिनट हर दिन व्यायाम, अच्छी नींद और लो फैट फूड लोगों को लेना चाहिए. लाइफ स्टाइल को तनाव मुक्त करके मोटापे की समस्या से निजात मिल सकती है.