UP News: फर्रुखाबाद में प्रशासन ने नपा की पूर्व चेयरमैन बसला अग्रवाल और मोरम ठेकेदार राना की करोड़ों रुपये कीमती प्लाटिंग को बुलडोजर से ध्वस्त कराया गया. जानिए पूरा मामला...
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अरुण सिंह/फर्रुखाबाद: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार माफिया पर लगातार एक के बाद एक एक्शन कर रही है. इसी के तहत फर्रुखाबाद जिला प्रशासन ने नगर पालिका की पूर्व चेयरमैन बसला अग्रवाल और मौरम ठेकेदार राना की करोड़ों की कीमती प्लाटिंग पर बुलडोजर चलाकर ध्वस्त कर दिया गया. बता दें कि विनियमित क्षेत्र के जूनियर इंजीनियर डीके सिंह ने आज नगरपालिका के 2 बुलडोजर और फोर्स लेकर थाना मऊदरवाजा की ग्राम पंचायत ढिलावल के ग्राम गढि़या पहुंचे. जहां ये एक्शन किया गया है.
बता दें कि गांव गढ़िया के पूर्वी बेवर रोड के पास तकरीबन 10 बीघा जमीन पर तकरीबन आधा सैकड़ा प्लाटों की नींव भरी थी. इसे शासन ने कई घंटों की मशक्कत करके बुलडोजर से उखाड़ फेंका. एक्शन के दौरान इस नजारे को देखने के लिए काफी संख्या में लोगों की भीड़ लगी रही. सूचना मिलने पर प्लाटों के मालिकों ने कार्रवाई का विरोध किया, लेकिन उनकी एक नहीं सुनी गई. जानकारी के मुताबिक नगर मजिस्ट्रेट दीपाली भार्गव ने ये कार्रवाई ग्राम पंचायत ढिलावल के प्रधान रजनेश कुमार कठेरिया की शिकायत पर की.
जांच के दौरान ये मिला
आपको बता दें कि जेई डीके सिंह ने जांच में पाया की सोता बहादुरपुर निवासी विक्रांत सिंह की गाटा संख्या 914, 861, 913 व 856 पर बिना नक्शा स्वीकृत हुए एवं हरित पट्टी के अंतर्गत बिना ले-आउट स्वीकृत भूमि की प्लाटिंग, निर्माण और खुदाई का काम किया जा रहा है. इससे राजस्व की क्षति हो रही है. इस बाबत नोटिस तामील करने के बावजूद प्रतिवादी अदालत में उपस्थित नहीं हुए, मजबूरन नगर मजिस्ट्रेट ने 16 फरवरी को एक पक्षीय आदेश पारित कर दिया.
वत्सला अग्रवाल व राना ठेकेदार की करोड़ों की प्लॉटिंग, बुलडोजर से करायी गई ध्वस्त
जानकारी के मुताबिक नगर मजिस्ट्रेट ने प्रतिवादी को आदेश दिया कि वह 3 दिन के अंदर उपरोक्त अनाधिकृत कब्जा खुद हटा लें. अन्यथा नगर पालिका के माध्यम से उसे ध्वस्त कराया जाएगा. इतना ही नहीं, ध्वस्तीकरण का खर्चा भी प्रतिवादी से ही वसूला जाएगा. बता दें कि ग्राम पंचायत ढिलावल के खसरा नंबर 861 रकबा 13 बीघा भूमि के खाते में लोहाई रोड निवासी वत्सला अग्रवाल पत्नी मनोज कुमार अग्रवाल का नाम दर्ज है. बताया जाता है कि वत्सला अग्रवाल ने साल 2007 में ग्राम गढ़िया के राजेंद्र पाल की आठ बीघा जमीन खरीदी थी.
ऐसा बताया जाता है कि बीते साल प्लाटिंग का काम करने वाले बबलू ने मनोज अग्रवाल से जमीन का 5 करोड में सौदा किया था. वहीं, राना ठेकेदार के पास 2 बीघा जमीन थी. उस जमीनों के सभी प्लाटों की बिक्री की जा चुकी है. खरीदारों ने ही प्लाट के चारों तरफ नींव भरवाई थी. वहीं, ढिलावल के प्रधान मोनू कठेरिया ने सिटी मजिस्ट्रेट की इस कार्रवाई पर सवालिया निशान लगाया है.
इस मामले में कठेरिया ने जानकारी दी. उन्होंने बताया कि 861/959 नम्बर की भूमि चर्मस्थान के रूप में दर्ज है. उक्त गाटा संख्या सुरक्षित श्रेणी 6.2 की आराजी है, जिसको मुन्ना व आरिफ कुरेशी आदि लोगों ने अपने कब्जे में कर लिया है. इससे ग्राम सभा को काफी नुक्सान हो रहा है. सवाल ये है कि मुन्ना और आरिफ ने भी गाटा संख्या 861 में से बैनामा कराकर बिना मानचित्र के 5 दुकानें अवैध रूप से बनाई हैं. आखिर इन दबंग पर कब कार्रवाई होगी. जानकारी के मुताबिक नाला बघार पर मौरम की ठेकेदारी करने वाले राना सरकार का बीते साल भाजपा के पूर्व सांसद से विवाद हो गया था.