सभी बीमारियों के लिए हमारा खान-पान जिम्मेदार होता है. अगर आप संतुलित और पोषक तत्वों से भरपूर डाइट लेते हैं तो आपके शरीर के एनर्जी लेवल को बढ़ाने और मेंटल हेल्थ को स्ट्रॉग रखने में मदद मिलती है.
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Health Tips: डिप्रेशन (Depression) आज के वक्त में एक आम बीमारी होती जा रही है. कई लोग इससे प्रभावित हैं. डिप्रेशन और एंग्जाइटी पर अलग-अलग तरह की रिसर्च भी की जा चुकी हैं. इन सब में एक बात निकल के सामने आई है की हम जैसा खाना खाते हैं उसका सीधा असर हमारे शरीर पर होता है, सरल शब्दों में कहे, तो सभी बीमारियों के लिए हमारा खान-पान जिम्मेदार होता है. अगर आप संतुलित और पोषक तत्वों से भरपूर डाइट लेते हैं तो आपके शरीर के एनर्जी लेवल को बढ़ाने और मेंटल हेल्थ को स्ट्रॉग रखने में मदद मिलती है.आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे की अपने डाइट में किस तरह के भोजन को शामिल करके आप डिप्रेशन जैसी बीमारियों से बच सकते हैं.
ग्रीन सैलेड
हरी पत्तेदार सब्जियों में सबसे ज्यादा मात्रा में पोषक तत्व पाए जाते हैं. सलाद में खीरा, पालक,पत्ता गोभी, चुकंदर, गाजर का सेवन करने से फाइबर, विटामिन C और विटामिन B मिलता है. साथ ही ग्रीन सलाद विटमिन B-12 का अच्छा स्रोत माना जाता है. इसमें पाए जाने वाले सेरोटोनिन और डोपामाइन पाया जाता है. ये दोनों हार्मोन शरीर में खुश करने वाले हार्मोन के रूप में जाने जाते हैं, ग्रीन सैलेड के सेवन से इन्हें बैलेन्स करने में मदद मिलती है.
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आयरन
आयरन मूड और मेंटल हेल्थ के लिए बहुत जरूरी है. आयरन की कमी से एनीमिया, चिंता, चिड़चिड़ापन और कॉग्नेटिव एबिलिटी में गिरावट सहित कई परेशानियों हो सकती हैं, जो डिप्रेशन का कारण बनती है. पालक, दालें, रेड मीट, कीन्वा, ब्रोकली और नट्स में आयरन की भरपूर मात्रा होती है. इनका सेवन करनें से आयरन की कमी दूर होती है.
ग्रीन टी
ग्रीन टी में थायमिन अमीनो एसिड होता है, जो कि मूड से जुड़े परेशानियों को ठीक करने में मदद करता है. थायमिन में अवसाद-रोधी और दिमाग को आराम देने वाले गुण होते हैं. यह सेरोटोनिन और डोपामाइन के उत्पादन में भी वृद्धि करता है. ग्रीन टी का रोज सेवन करने से डिप्रशेन से बचा जा सकता है.
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दही
दही में लैक्टोबेसिलस और बिफिडोबैक्टीरिया नामक स्वस्थ बैक्टीरिया होते हैं. अलग-अलग स्टडी में यह बात सामने आई है कि ये दोनों बैक्टीरिया मस्तिष्क पर पॉजटिव प्रभाव डालते हैं. रोज दही का सेवन करने से स्ट्रेस को कम किया जा सकता है.
केसर
केसर का उपयोग एंग्जाइटी और स्ट्रेस को दूर करने के लिए भी किया जाता है. केसर आपके दिमाग में हैप्पी हार्मोन को एक्टिव करता है, जो कि एंग्जाइटी और स्ट्रेस को दूर करने के लिए मददगार है.
डिस्क्लेमर: यह आर्टिकल सामान्य जानकारी के लिए लिखा गया है. किसी भी चीज के सेवन से पहले आप डॉक्टर्स या एक्सपर्ट्स की सलाह जरूर लें. जी मीडिया इस तरह की किसी भी जानकारी का दावा नहीं करता है.
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