Sambhal: कोल्ड स्टोर संचालक अंकुर और रोहित गिरफ्तार,14 मजदूरों की मलबे में दबकर हुई थी मौत
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Sambhal: कोल्ड स्टोर संचालक अंकुर और रोहित गिरफ्तार,14 मजदूरों की मलबे में दबकर हुई थी मौत

मौत के इस कोल्ड स्टोर में जान गंवाने वाले सबसे अधिक 5 मजदूर एंतोल गांव के हैं... एक ही गांव के 5 मजदूरों की दर्दनाक मौत के हादसे से गांव में मातम का माहौल है...मृतक मजदूरों के परिजनों की सिसकियों और चीत्कार में पूरा गांव डूबा हुआ है. बीते गुरुवार को कोल्ड स्टोर हादसे की खबर मिलने के बाद से गांव में चूल्हे नही जले हैं...

हादसे से परिजनों की चीत्कार में डूबा गांव

सुनील सिंह/संभल: उत्तर प्रदेश के संभल जिले के चंदौसी में कोल्ड स्टोर हादसे में जिंदगी गंवाने वाले 14 मजदूरों की दर्दनाक मौत के हादसे से मृतक मजदूरों के गांव में मातम पसरा हुआ है. मौत के कोल्ड स्टोर में हादसे का शिकार हुए सबसे अधिक 5 मृतक मजदूर एंतोल गांव के हैं. इनकी मौत से गांव-परिजनों की सिसकियों और चीत्कार में डूबा हुआ है. कई घर ऐसे भी हैं जिनमे मृतक मजदूर घर का इकलौता सहारा थे. अब इन परिवारों के सामने जिंदगी की गुजर-बसर का संकट सामने खड़ा हो गया है.

मुख्य आरोपी कोल्ड स्टोर संचालक अंकुर और रोहित गिरफ्तार
 कोल्ड स्टोर हादसे के 2 मुख्य आरोपी कोल्ड स्टोर संचालक अंकुर और रोहित गिरफ्तार कर लिए गए हैं.  एस पी चक्रेश मिश्र ने इसकी जानकारी दी.

संभल हादसे में 14 लोगों की मौत
बता दे , बीते गुरुवार को संभल जनपद के चंदौसी तहसील के एंतोल गांव के नजदीक कोल्ड स्टोर की इमारत अचानक ढह जाने से 14 मजदूरों की दर्दनाक मौत हो गई थी. 10 मजदूर गंभीर तौर पर घायल हो गए थे. हादसे का शिकार हुए मजदूर संभल जिले के चंदौसी और बदायूं जनपद के रहने वाले थे, जिन्हे ठेकेदार द्वारा मजदूरी के लिए कोल्ड स्टोर में लाया गया था.  सभी मजदूर परिवार के भरण पोषण के लिए 2 जून की रोटी का इंतजाम करने के मकसद से मौत के कोल्ड स्टोर में मजदूरी करने के लिए गए थे ,लेकिन कोल्ड स्टोर मजदूरों के लिए कब्र साबित हुआ.

जिंदा ही कोल्ड स्टोर के मलबे में दफन
हादसे का शिकार हुए सभी 5 मजदूर बेहद गरीब परिवार के है जो की परिवार के लिए 2 जून की रोटी के इंतजाम के मकसद से मौत के कोल्ड स्टोर में मजदूरी करने पहुंचे थे. लेकिन कोल्ड स्टोर संचालक की कोल्ड स्टोर के निर्माण में लापरवाही के चलते जिंदा ही कोल्ड स्टोर के मलबे में दफन हो गए.

हादसे के शिकार हुए कई मजदूर ऐसे भी थे जो की परिवार का इकलौता सहारा थे. हादसे में अपनी जिंदगी खोने वाले प्रमोद की पत्नी के 15 दिन पूर्व ही बेटा पैदा हुआ था , घर में खुशी का माहोल था लेकिन हादसे में प्रमोद की मौत के बाद से घर परिजनों के मातम , चीत्कार और सिसकियों में डूबा हुआ है.

मृतक मजदूरों के परिजन और गांव के ग्रामीण मजदूरों की मौत के हादसे के लिए सीधे तौर पर कोल्ड स्टोर के संचालक को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं. मृतक मजदूरों के परिजनों और ग्रामीणों की मांग है की कोल्ड स्टोर संचालक को सख्त सजा दी जाए. वहीं , मृतक मजदूरों के परिजनों ने परिवार के भरण-पोषण के लिए सरकार से नौकरी और उचित मुआवजे की मांग की है.

हादसे में जान गंवाने वाले मजदूर रोहताश , सूरज ,भूरे ,प्रमोद और सतीश के सफेद कपड़े के कफन में लिपटे शव देर रात गांव पहुंचे तो गांव में मौजूद हर शख्स की आंख नम हो गई , देर रात गमगीन माहौल के बीच सभी मृतक मजदूरों का अंतिम संस्कार कर दिया गया.

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