कम उम्र में ठीक नहीं है हाथों का कांपना, गंभीर बीमारी के हो सकते हैं लक्षण, जानें क्‍या है उपाय
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कम उम्र में ठीक नहीं है हाथों का कांपना, गंभीर बीमारी के हो सकते हैं लक्षण, जानें क्‍या है उपाय

 Parkinson Disease Symptoms : उम्र बढ़ने के साथ लोगों का हाथ कांपने लगता है. अमूमन लोग इसे उम्र संबंधी दिक्‍कत समझकर अनदेखा कर देते हैं. हालांकि कई बार यह किसी अन्‍य गंभीर बीमारी के कारण भी हो सकता है. 

फाइल फोटो

Parkinson Disease Symptoms : अक्‍सर हम देखते हैं कि उम्र बढ़ने के साथ लोगों का हाथ कांपने लगता है. अमूमन लोग इसे उम्र संबंधी दिक्‍कत समझकर अनदेखा कर देते हैं. हालांकि कई बार यह किसी अन्‍य गंभीर बीमारी के कारण भी हो सकता है. ऐसे में अगर आपके आसपास कोई भी इस समस्‍या से जूझ रहा हो तो उन्‍हें कुछ एक्‍सरसाइज बताकर गंभीर बीमारी होने से बचा सकते हैं. तो आइये जानते हैं हाथ कांपने की दिक्‍कत क्‍यों होती है और इसका इलाज क्‍या है. 

ये हो सकते हैं पार्किंसन के लक्षण 
जानकारों के मुताबिक, एक उम्र के बाद हाथ कांपने की समस्‍या पार्किंसन के लक्षण हो सकते हैं. यह एक प्रोग्रेसिव डिसआर्डर है. इस बीमारी में समय के साथ ही लक्षण गंभीर रूप ले लेते हैं. इस बीमारी में दिमाग की नसें प्रभावित होने लगती हैं. नसें कमजोर होने के साथ ही टूटने लगते हैं. यही वजह है कि इस बीमारी का प्रभाव शरीर के उन सभी हिस्सों पर होता है, जो तंत्रिका तंत्र या नसों द्वारा नियंत्रित होते हैं.  पार्किंसन की बीमारी का जोखिम उम्र के साथ बढ़ता है. 

मेडिटेशन से होगा फायदा 
जानकारों के मुताबिक, माइंडफुलनेस मेडिटेशन इस समस्या में बहुत फायदेमंद साबित हो सकती है. इस तरह के मेडिटेशन में सांसों पर ध्यान केंद्रित किया जाता है. इसमें जैसे ही आप सांस लेते हैं, उसके बाद आपको अपनी सांसों पर पूरी तरह से ध्यान केंद्रित करना होता है. इस दौरान आपके दिमाग में तरह-तरह के विचार नहीं आएंगे. आपके तन-मन और आत्मा का पूरी तरह से सांसों पर ही ध्‍यान रहेगा. इस मेडिटेशन का अभ्यास करने से आपके तनाव, चिंता को कम करने और डिप्रेशन में फायदा मिलता है. इसके चलते हाथ कांपना बंद कर देते हैं. 

विटामिन बी 12 का इस्‍तेमाल करें 
जानकारों के मुताबिक, हाथ कांपने की दिक्‍कत से बचने के लिए लोगों को समय रहते ही विटामिन बी 12 का इस्‍तेमाल शुरू कर देना चाहिए. इससे शरीर में सुन्नपन, दिल की बीमारी और स्ट्रोक का खतरा कम हो जाता है. इसके अलावा यह आपको सेहतमंद रखने में भी मदद करता है. 

रोजाना एक्‍सरसाइज कर दूर करें बीमारी 
वहीं, कम उम्र में पार्किंसन की बीमारी होने पर इसे डीप ब्रेन स्टिमुलेशन सर्जरी से दूर किया जा सकता है. प्रतिदिन एक्सरसाइज करने से भी पार्किंसन का खतरा कम हो जाता है. वहीं, आप पार्किंसन की समस्या के निदान के लिए फिजिशियन, न्यूरॉलजिस्ट, सायकाइट्रिस्ट से मिल सकते हैं. आपकी स्थिति के हिसाब से ये आपकी बीमारी से जुड़ी सलाह और दवाई आपको सुझाएंगे. 

डिस्क्लेमर: यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. zeeupuk इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

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