चाचा शिवपाल को घर बुलाकर अब दहलीज के अंदर नहीं घुसने दे रहे अखिलेश, प्रसपा को गठबंधन में सिर्फ एक सीट देने तैयार
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चाचा शिवपाल को घर बुलाकर अब दहलीज के अंदर नहीं घुसने दे रहे अखिलेश, प्रसपा को गठबंधन में सिर्फ एक सीट देने तैयार

UP Chunav 2022: सूत्रों के मुताबिक शिवपाल यादव, अखिलेश से नाराज हो गए हैं. शिवपाल का कहना है कि 6 सीटों का वादा करके अखिलेश मात्र एक सीट जसवंतनगर के अलावा और कोई सीट देने को तैयार नहीं हैं और... 

 

File photo

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव (Uttar Pradesh Chunav 2022) में पहले चरण के मतदान से पहले तमाम उठापटक और अटकलों के बीच में प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल यादव (Shivpal Yadav) सपा अध्यक्ष अपने भतीजे अखिलेश यादव (AKhilesh Yadav) से नाराज हो गए हैं. सूत्रों के मुताबिक इस बड़ी नाराजगी की खबर भी सामने आ गई है. वजह यह है कि चाचा के मुताबिक भतीजे ने धोखा दिया है. अखिलेश यादव शिवपाल को बस एक सीट ऑफर कर रहे हैं. जबकि उनके बीच छ सीटों के लिए बात लगभग बन गई थी.

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अखिलेश से नाराज हुए शिवपाल
सूत्रों के मुताबिक शिवपाल यादव, अखिलेश से नाराज हो गए हैं. शिवपाल का कहना है कि 6 सीटों का वादा करके अखिलेश मात्र एक सीट जसवंतनगर के अलावा और कोई सीट देने को तैयार नहीं हैं. खबरों के मुताबिक शिवपाल यादव अपने बेटे के लिए भी एक सीट चाह रहे हैं.

छह सीटों को लेकर हुई थी बात
बुधवार को सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने अपने चाचा शिवपाल यादव की पार्टी को छह सीटों का ऑफर दिया. दोनों के बीच हुई मीटिंग में अखिलेश यादव ने ये ऑफर दिया. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक शिवपाल यादव के बेटे आदित्य यादव जसवंत नगर से चुनाव लड़ सकते हैं.

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प्रसपा के उम्मीदवार सपा के चिन्ह पर ही चुनावी मैदान में उतरेंगे
प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष शिवपाल यादव ने रविवार को कहा था कि इस चुनाव में प्रसपा के उम्मीदवार सपा के चिन्ह पर ही चुनावी मैदान में उतरेंगे. उन्होंने कहा, कि उनकी पार्टी को नया चुनाव निशान मिला है लेकिन समय कम बचा है और इसका प्रचार जनता के बीच नहीं कर पाएंगे. शिवपाल यादव ने कहा, कि उन्होंने अखिलेश यादव को नेता मान लिया है. अब टिकट के लिए सब कुछ उन्हीं पर छोड़ दिया है. 

नाराजगी के बाद शिवपाल ने बनाई थी प्रसपा
बता दें कि अखिलेश सरकार में मंत्री रहे शिवपाल यादव ने पारिवारिक में विवाद होने के बाद 29 अगस्त, 2018 को पीएसपी-एल नाम की पार्टी बनाई. पार्टी को बनाने के बाद हुए चुनावों में शिवपाल यादव को कोई खास सफलता नहीं मिली. अखिलेश यादव भी सत्ता से बाहर हो गए.अब इस बार दोनों चाचा भतीजे एक बार फिर से एक साथ आ गए हैं. लेकिन टिकट बंटवारे को लेकर अभी तक सहमति नहीं बनी है.

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