दिल्ली में किसानों के आंदोलन पर पीएम मोदी ने वाराणसी से दिया ये जवाब
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दिल्ली में किसानों के आंदोलन पर पीएम मोदी ने वाराणसी से दिया ये जवाब

देव दीवाली के मौके पर वाराणसी पहुंचे पीएम मोदी का जमकर स्वागत हुआ. इस दौरान पीएम ने नए कृषि कानूनों को लेकर लगातार हो रहे विरोध प्रदर्शनों पर विपक्षी दलों पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने विपक्षी दलों पर किसानों को बरगलाने और उनका वर्षों तक छल करने का आरोप लगाया.

दिल्ली में किसानों के आंदोलन पर पीएम मोदी ने वाराणसी से दिया ये जवाब

वाराणसी: देव दीवाली के मौके पर वाराणसी पहुंचे पीएम मोदी का जमकर स्वागत हुआ. इस दौरान पीएम ने नए कृषि कानूनों को लेकर लगातार हो रहे विरोध प्रदर्शनों पर विपक्षी दलों पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने विपक्षी दलों पर किसानों को बरगलाने और उनका वर्षों तक छल करने का आरोप लगाया. पीएम मोदी ने कहा कि छोटे से छोटा किसान भी मंडी से बाहर हर सौदे को लेकर कानूनी कार्रवाई कर सकता है. यानी, किसानों को अब नए विकल्प मिले हैं और धोखे से उसे बचाने के लिए कानूनी संरक्षण भी मिला है. पीएम ने कहा कि नए विकल्प से ही कृषि क्षेत्र का कायाकल्प हो सकता है. पीएम मोदी ने कहा कि भ्रम फैलाकर किसानों को विरोध करने पर मजबूर किया जा रहा है. 

प्रधानमंत्री मोदी ने वाराणसी के खंडूरी गांव में वाराणसी-प्रयागराज 6-लेन हाइवे का लोकार्पण करने के बाद जनसभा को संबोधित करते हुए दिल्ली में जारी किसान आंदोलन के बीच नए कृषि कानूनों पर स्थिति स्पष्ट की.

MSP पर किसानों से किया गया छल
पीएम मोदी ने कहा कि एमएसपी के नाम पर किसानों के साथ वर्षों तक छल किया गया. किसानों के नाम पर कर्जमाफी को लेकर छल किया गया. किसानों के नाम पर बड़ी-बड़ी योजनाएं घोषित होती थीं, लेकिन वो पैसा पहुंचता ही नहीं था. भ्रम को आधार बनाकर दुष्प्रचार फैलाया गया कि ऐसा हो सकता है, वैसा हो सकता है.

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नए कानूनों से पुराने सिस्टम में कोई रोक नहीं
पीएम मोदी ने कहा कि नए कृषि सुधारों से किसानों के लिए नए रास्ते मिले हैं. इन कानूनों में पुराने सिस्टम पर रोक लगाने का कोई प्रावधान नहीं है. उन्होंने कहा कि पहले मंडी के बाहर हुए लेनदेन ही गैरकानूनी थे. किसानों को बड़े बाजार के लिए विकल्प देकर सशक्त बनाया जा रहा है. किसानों के हित में सुधार किए जा रहे हैं, जिससे उन्हें अधिक विकल्प मिलेंगे. पीएम मोदी ने कहा कि अगर कोई पुराने सिस्टम से लेनदेन को उचित समझता है तो इस कानून में कोई रोक नहीं लगाई है. नए कृषि सुधारों से नई विकल्प और नए कानूनी और संरक्षण दिए गए हैं.

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किसानों को मजबूत बनाने का प्रयास जारी
पीएम मोदी ने कहा कि किसान को आधुनिक सुविधाएं देना, छोटे किसानों को संगठित करके उन्हें ताकतवर बनाना और किसानों को मजबूत करने का प्रयास जारी है. फसल बीमा हो या सिंचाई, बीज हो अथवा बाजार, मार्केट हर स्तर पर काम किया गया है. किसान हित में किए गए कृषि सुधार ऐसे ही विकल्प किसान को देते हैं. उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि अगर किसान को कोई ऐसा ही खरीदार मिल जाए जो सीधा खेत से फसल उठाए तो क्या उसकी अपनी उपज उसे बेचने की आजादी मिलनी चाहिए कि नहीं? 

2014 के बाद MSP पर हुई रिकॉर्ड खरीदारी
पीएम मोदी ने कहा कि किसानों के खाते तक पैसे पहुंचाने का हमने प्रबंध किया. दाल की पॉलिसी की बात करते हुए कहा कि 2014 से पहले के 5 सालों में 650 करोड़ की ही दाल MSP पर खरीदी गई थी, लेकिन हमने पांच सालों में करीब 49,000 करोड़ यानी करीब 50 हजार करोड़ की दालें एमएसपी पर खरीदी है. यानी, 75 फीसदी बढ़ाया है. 

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5 साल में 2 लाख करोड़ की धान खरीदी गई
उन्होंने कहा कि 2014 से पहले के पांच वर्षों के दौरान यानी यूपीए-2 के दौरान एमएसपी की दरों पर 2 लाख करोड़ की धान की खराददारी की गई. जबकि, 2014 के बाद पांच वर्षों के दौरान 5 लाख करोड़ की एमएसपी रेट पर धान की खराददारी की गई. पीएम ने कहा कि 2014 से पहले के पांच वर्षों के दौरान यूपीए-2 सरकार में किसानों को MSP रेट गेंहूं का मात्रा डेढ लाख करोड़ रुपये मिला, जबकि 2015 के बाद पांच वर्षों के दौरान तीन लाख करोड़ रूपये की एमएसपी पर खरीद की गई, जो की दोगुनी है.

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