गुपकार समझौते पर भड़के योगी: 'दोहरे रवैये वाली कांग्रेस अपना रुख साफ करे'
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गुपकार समझौते पर भड़के योगी: 'दोहरे रवैये वाली कांग्रेस अपना रुख साफ करे'

कांग्रेस पर बरसते हुए योगी ने कहा कि कहीं विकास के साथ ये लोग जुड़ न जाएं, इसीलिए अलगाववादियों के साथ पूरी बेशर्मी के साथ कांग्रेस खड़ी हो गई है.

गुपकार समझौते पर भड़के योगी: 'दोहरे रवैये वाली कांग्रेस अपना रुख साफ करे'

जम्मू-कश्मीर में बने गुपकार अलायंस पर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को कांग्रेस को सीधी चुनौती दी. उन्होंने कहा कि कांग्रेस दिल्ली में कुछ और जबकि जम्मू-कश्मीर में कुछ और बोलती है. उन्होंने जम्मू-कश्मीर को लेकर कांग्रेस पार्टी का रवैया दोहरा कहा. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने सदैव राष्ट्रीय अस्मिता के साथ खिलवाड़ किया है.

'कांग्रेस क्यों साफ नहीं करती रवैया?'
सीएम योगी ने कहा कि कांग्रेस शीर्ष नेतृत्व गुपकार समझौते पर अपनी राय स्पष्ट क्यों नहीं कर रहा है? इसका जवाब देश जानना चाहता है. सीएम योगी ने कहा कि कांग्रेस प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष तौर पर उन तत्वों को प्रेरित करती है, जो अलगाववाद को बढ़ावा देते हैं. जम्मू-कश्मीर में एक बार फिर कांग्रेस का वही चेहरा सामने आया है. उन्होंने आरोप लगाया कि  जम्मू-कश्मीर में धारा 370 को छल से लागू करके जम्मू कश्मीर में न केवल अलगाववाद को बढ़ावा दिया गया,बल्कि पूरे देश में आतंकवाद को प्रोत्साहित किया गया.सीएम योगी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के विकास को जाने वाला पैसा वहां के लोकल नेता व कांग्रेसी नेता खा जाते थे. अब गुपकार समझौते के माध्यम से देश की सुरक्षा और अखंडता पर प्रहार किया जा रहा है. सीएम ने कहा कि जम्मू कश्मीर में विकास की प्रक्रिया में कांग्रेस क्यों बाधक बन रही है? और क्यों वो गुपकार समझौते के साथ खड़ी है, ये देश जानना चाहता है. कांग्रेस पर बरसते हुए योगी ने कहा कि कहीं विकास के साथ ये लोग जुड़ न जाएं, इसीलिए अलगाववादियों के साथ पूरी बेशर्मी के साथ कांग्रेस खड़ी हो गई है.

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क्या है गुपकार समझौता?
श्रीनगर के गुपकार रोड पर नेशनल कॉन्फ्रेंस के मुखिया फारूक अब्दुल्ला का घर है. जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद-370 हटाने के एक दिन पहले 4 अगस्त, 2019 को आठ स्थानीय दलों ने यहां बैठक की थी. इसमें पारित किए गए प्रस्ताव को ही गुपकार समझौता कहा गया. इस डिक्लेरेशन में आर्टिकल-370 और 35ए की बहाली के साथ ही जम्मू-कश्मीर के लिए राज्य का दर्जा मांगा गया है. सहयोगी दलों के सबसे सीनियर नेता होने के नाते डॉ. फारूक अब्दुल्ला को इसका अध्यक्ष बनाया गया है. गुपकार डिक्लेरेशन को अमलीजामा पहनाने के लिए 6 पार्टियां आगे आई हैं. इनमें डॉ. फारूक अब्दुल्ला की अध्यक्षता वाली नेशनल कॉन्फ्रेंस, महबूबा मुफ्ती की अगुआई वाली पीडीपी के अलावा सज्जाद गनी लोन की पीपुल्स कॉन्फ्रेंस, अवामी नेशनल कॉन्फ्रेंस, जम्मू-कश्मीर पीपुल्स मूवमेंट और एमसीपी भी शामिल है. 

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