विधायक दल के नेता चुने गए योगी आदित्यनाथ, BJP ने पेश किया सरकार बनाने का दावा
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विधायक दल के नेता चुने गए योगी आदित्यनाथ, BJP ने पेश किया सरकार बनाने का दावा

Yogi Adityanath Shapath: उत्तर प्रदेश में शुक्रवार को नई सरकार का शपथ ग्रहण होना है. शपथ ग्रहण की तैयारियां भी पूरी हो चुकी हैं और उससे पहले बीजेपी विधायक दल की बैठक में योगी आदित्यनाथ को नेता चुना गया है. इसके बाद BJP ने राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश किया है.

यूपी में सरकार गठन की तैयारी

लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव में प्रचंड जीत हासिल करने के बाद अब यूपी में सरकार गठन की तैयारी जोर-शोर से चल रही है. शुक्रवार को योगी आदित्यनाथ दूसरी बार सूबे के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेने जा रहे हैं. उससे पहले गुरुवार को बीजेपी विधायक दल की बैठक में योगी आदित्यनाथ को नेता चुन लिया गया है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक यूपी में दोनों डिप्टी CM का फिर से वापसी करना तय माना जा रहा है. दिनेश शर्मा और केशव प्रसाद मौर्य नई सरकार में फिर से उप मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी संभालेंगे. उधर, बीजेपी राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया है.

  1. योगी सरकार 2.0 की तैयारी तेज
  2. शुक्रवार को होगा CM का शपथ ग्रहण
  3. विधायक दल के नेता चुने गए CM योगी

योगी आदित्यनाथ ने जताया आभार

विधायक दल का नेता चुने जाने पर योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और अपनी पार्टी का आभार व्यक्त करता हूं. उन्होंने 5 साल तक हमें सेवा का मौका दिया और फिर पीएम मोदी की नेतृत्व में चुनी गई सरकार में मुझे विधायक दल का नेता चुना गया है. उन्होंने कहा कि इस प्रस्ताव के लिए सभी का आभारी हूं. सभी विधायकों ने सुरेश खन्ना की ओर से लाए गए प्रस्ताव को सर्वसम्मति से पारित किया है.

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह पहली बार हुआ है कि कोई मुख्यमंत्री कार्यकाल पूरा करे और फिर से पार्टी सत्ता में आ जाए. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से शुरू हुए गरीब कल्याण कार्यक्रम की वजह से हमें प्रचंड बहुमत मिला है. उन्होंने कहा कि सरकार और संगठन के तालमेल, सुरक्षा का माहौल, गरीब कल्याणकारी योजनाओं को जिस तरह लोगों के बीच पहुंचाया था, उसी के नतीजे के तौर पर जनता ने दुष्प्रचार के बावजूद फिर से BJP को बहुमत देने का काम किया है.

उन्होंने कहा कि जब में 2017 में विधायक भी नहीं था तब भी पार्टी ने मुझ पर विश्वास किया. पीएम मोदी ने एक अभिभावक के तौर पर मुझे रास्ता दिखाया है. उन्होंने कहा कि हम सभी के ऊपर पीएम मोदी और अमित शाह का संरक्षण था, इसी वजह से ऐसे नतीजे सामने आए हैं. 

जनता का सेवक बनना है मालिक नहीं

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यूपी जैसे राज्य में योजनाओं को हर घर तक पहुंचाना बहुत बड़ी जिम्मेदारी है. गरीबों के खाते से लेकर भर्ती प्रक्रिया को पारदर्शी बनाना हमारा लक्ष्य रहा है. उन्होंने कहा कि अब हमें और मजबूती से यूपी में सुशासन को आगे बढ़ाना है. जैसे पीएम मोदी देश में अपने कार्यों के माध्यम से दुनिया में भारत का मान बढ़ाया है, वैसे ही यूपी में की जनता की हर अपेक्षा को पूरा करने का संकल्प है. 

उन्होंने कहा कि यूपी की जनता ने वंशवाद और जातिवाद को नकार दिया है और सुशासन पर भरोसा जताया है. उन्होंने कहा कि आज प्रदेश में सुरक्षा का माहौल है, यूपी की दंगामुक्त बनाया गया है. अब पीएम मोदी के संकल्प को आगे बढ़ाने का वक्त है. यूपी की जनता ने चुनाव में विकास और राष्ट्रवाद को चुना है. उन्होंने कहा कि सेवक बनकर जनता का काम करना होगा, मालिक बनने की भूल न करें.

सपा सरकार में पुलिस के मालिक थे गुंडे

अमित शाह ने इस मौके पर कहा कि यूपी को जातिवाद पर जीत मिली है और यह 3 दशक में पहला मौका है जब कोई मुख्यमंत्री 5 साल का कार्यकाल पूरा करने के बाद फिर से सत्ता में वापसी कर रहा है. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में ज्यादातर समय राजनैतिक अस्थिरता का माहौल रहा, इसका नतीजा यूपी की राजनीति में जातिवादी और परिवारवादी पार्टियों का उदय हो गया. सपा सरकार में राजनीति का अपराधीकरण था, यूपी की जनता इससे मुक्ति चाहती थी, 2017 का समय आया और यहां की जनता को उससे मुक्ति मिली.  

केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि सपा सरकार में माफिया और गुंडे पुलिस के मालिक बन बैठे थे. गरीब की एफआईआर लिखवाने की हिम्मत नहीं होती थी. 2017 के बाद जब सत्ता में बदलाव हुआ, तो आप देख सकते हैं गुंडे और माफियाओं की क्या हालत है. उन्होंने कहा कि आज थाने में रिपोर्ट लिखवाने वाले गरीब से लेकर प्रदेश की हर बच्ची को अपनी सुरक्षा का भरोसा है. आने वाले 5 साल का वक्त यूपी के गौरव को वापस दिलवाने का है. उन्होंने कहा कि परिवारवाद, जातिवाद और तुष्टीकरण लोकतंत्र के 3 नासूर को बीजेपी ने यूपी से खत्म करने का काम किया है. 

बीजेपी में चला बैठकों का लंबा दौर

बीजेपी हाई कमान ने गृह मंत्री अमित शाह और रघुवर दास को पर्यवेक्षक नियुक्त किया है जिन्होंने बीजेपी विधायकों के साथ चर्चा की. विधायक दल की बैठक से पहले अमित शाह बीजेपी मुख्यालय पहुंचे, जहां यूपी बीजेपी संगठन महामंत्री सुनील बंसल भी उनके साथ मौजूद थे. 

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अमित शाह ने लखनऊ रवाना होने से पहले संसद भवन परिसर स्थित अपने कार्यालय में उत्तर प्रदेश में सरकार गठन को लेकर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक भी की. अमित शाह ने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, यूपी चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान और बीजेपी के राष्ट्रीय संगठन महासचिव बीएल संतोष के साथ बैठक कर यूपी में सरकार गठन को लेकर चर्चा की.

भव्य होगा शपथ ग्रहण समारोह

योगी सरकार 2.0 का शपथ ग्रहण समारोह शुक्रवार को राजधानी के शहीद पथ स्थित अटल बिहारी वाजपेयी इकाना स्टेडियम में होगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, प्रदेश चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान और प्रदेश प्रभारी राधा मोहन सिंह की मौजूदगी में योगी मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. उनके साथ अन्य मंत्री भी शपथ लेंगे. समारोह में कई केंद्रीय मंत्री, बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्री, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पदाधिकारी, साधु-संत, विभिन्न क्षेत्रों की हस्तियां शामिल होंगी. देशभर के प्रमुख विपक्षी नेताओं को भी शपथ ग्रहण समारोह का न्योता भेजा गया है.

योगी सरकार में मंत्री कौन-कौन होंगे, इसे लेकर तमाम तरह के कायास चल रहे हैं. इसके साथ ही चर्चा इस बात को लेकर भी है कि क्या फिर से दो उपमुख्यमंत्री बनाए जाएंगे? इसी बीच यह भी संभावना जताई जाने लगी कि पिछड़ा वर्ग के नेता के रूप में केशव प्रसाद की वापसी लगभग तय है. अगर उनके चुनाव हार जाने का मुद्दा आधार बनता है तो पिछड़ा वर्ग से ही आने वाले अन्य किसी नेता को यह कुर्सी मिल सकती है.

समीकरण बैठाने की कवायद

इस दौड़ में सबसे ज्यादा प्रभावी प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह हो सकते हैं. दलित और महिला कोटे से आगरा ग्रामीण विधायक व उत्तराखंड की पूर्व राज्यपाल बेबीरानी मौर्य की दावेदारी दो पदों पर मानी जा रही है. उन्हें उपमुख्यमंत्री या फिर विधान सभा अध्यक्ष बनाया जा सकता है.

इस बार के चुनाव में मोदी-योगी की जोड़ी के चलते बीजेपी ने विपक्षी मंसूबों को ढेर कर अकेले 255 सीटों पर जीत दर्ज की है. गठबंधन सहयोगियों के साथ एनडीए के खाते में 273 सीटें आई हैं. इस जीत के साथ ही योगी आदित्यनाथ अपना पहला कार्यकाल पूरा करने के बाद लगातार दूसरी बार मुख्यमंत्री पद संभालने जा रहे हैं.

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