पंचतत्व में विलीन हुए पूर्व सीएम Kalyan Singh, बेटे राजवीर ने दी मुखाग्नि
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पंचतत्व में विलीन हुए पूर्व सीएम Kalyan Singh, बेटे राजवीर ने दी मुखाग्नि

कल्याण सिंह (Kalyan Singh) को पिछली 4 जुलाई को संक्रमण और स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतों के बाद लखनऊ के एसजीपीजीआई के ICU में भर्ती कराया गया था. उनके शरीर के कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया, जिसके बाद शनिवार रात को कल्याण सिंह का निधन हो गया.  

अमित शाह ने दी कल्याण सिंह को श्रद्धांजलि

नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह (Kalyan Singh) का बुलंदशहर के नरौरा घाट पर पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. इस मौके पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, सीएम योगी आदित्यनाथ, उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी समेत यूपी सरकार और बीजेपी के कई दिग्गज नेता मौजूद थे. लखनऊ के अस्पताल में शनिवार को लंबी बीमारी के बाद 89 साल की उम्र में कल्याण सिंह का निधन हो गया था.

  1. पंचतत्व में विलीन कल्याण सिंह
  2. बेटे राजवीर सिंह ने दी मुखाग्नि
  3. नरौरा घाट में नेताओं का जमावड़ा

कल्याण सिंह के नाम पर सड़कों के नाम

कल्याण सिंह दो बार यूपी के मुख्यमंत्री रह चुके हैं इसके अलावा वह राजस्थान के राज्यपाल भी रहे हैं. उनके निधन के बाद यूपी सरकार ने सूबे के छह जिलों की सड़कों को कल्याण सिंह के नाम पर समर्पित करने का फैसला किया है. सरकार की ओर से बताया गया कि अयोध्या, लखनऊ, प्रयागराज, अलीगढ़, बुलंदशहर और एटा की एक-एक सड़कों का नामकरण कल्‍याण सिंह के नाम पर किया जाएगा.

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निधन के बाद रविवार को कल्याण सिंह का पार्थिव शरीर अंतिम दर्शन के प्रदेश बीजेपी के लखनऊ स्थित कार्यालय में रखा गया था. पीएम नरेंद्र मोदी ने भी लखनऊ जाकर कल्याण सिंह को श्रद्धांजलि दी. साथ ही पीएम मोदी ने देश के वंचितों और पिछड़ों के कल्याण के लिए किए गए कामों के लिए कल्याण सिंह को याद किया. इसके अलावा बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी लखनऊ में कल्याण सिंह के अंतिम दर्शन किए थे.

राम मंदिर आंदोलन के अग्रज नेता

कल्याण सिंह बीजेपी को देशभर में पहचान दिलाने वाले राम मंदिर आंदोलन के सबसे कद्दावर नेताओं में शामिल थे. अयोध्या में 6 दिसंबर 1992 को विवादित ढांचा गिराए जाने के वक्त कल्याण सिंह की यूपी के मुख्यमंत्री थे और इस घटना के बाद उन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. इसके बाद कल्याण सिंह ने कहा कि था सरकार का मकसद पूरा हो गया और अब राम मंदिर के लिए ऐसी सरकार को बलिदान करता हूं.

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