Uttarkashi Tunnel Collapse Live: मजदूरों को लाने टनल में घुसी NDRF की टीम, अस्पताल में फुल प्रूफ तैयारी
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Uttarkashi Tunnel Collapse Live: मजदूरों को लाने टनल में घुसी NDRF की टीम, अस्पताल में फुल प्रूफ तैयारी

Uttarkashi Tunnel Collapse Update: उत्तराखंड के उत्तरकाशी स्थित सिलक्यारा में हुए टनल हादसे को हुए 9 दिन बीत चुके हैं. टनल में फंसे 41 मजदूरों को निकालने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. 

 

Uttarkashi Tunnel Collapse Live: मजदूरों को लाने टनल में घुसी NDRF की टीम, अस्पताल में फुल प्रूफ तैयारी

Uttarkashi Tunnel Rescue Update Live: टनल से मजदूरों को निकालने के लिए चल रहे रेस्क्यू ऑपरेशन में उत्तराखंड सरकार के आपदा सचिव नीरज खैरवाल, एनएचआईडीसीएल के एमडी मोहम्मद अहमद और उत्तराखंड सूचना महानिदेशक बंशीधर तिवारी भी मौजूद हैं. रेस्क्यू ऑपरेशन के तहत 39 मीटर तक ड्रिलिंग हो चुकी है और 800 MM तक की पाइप भी अंदर जा चुकी है. बरकोट साइड से भी 7.9 मीटर तक प्रवेश कर चुके हैं. वहीं, नीरज खैरवाल, मोहम्मद अहमद और बंशीधर तिवारी का कहना है कि हमें उम्मीद है कि जल्द breakthrough मिल जाए. अभी 18 मीटर ड्रिलिंग करना और बाकी है. अगर कोई अडचन नहीं आती है तो आज देर रात या कल सवेरे एक अच्छी खबर मिल सकती है.

परिजनों ने की फंसे मजदूरों से बात

उत्तरकाशी सुरंग हादसा पर पीड़ित श्रमिक के परिवार के सदस्य सुनीता ने कहा कि मैंने अपने बहनोई से बातचीत की है, जो वहां फंसे हुए हैं. वह स्थिर और स्वस्थ हैं. श्रमिकों को भोजन, कपड़े और अन्य सामान मिल गए हैं. उम्मीद है कि उन्हें कल सुबह तक बचा लिया जाएगा. वहीं, टनल में फंसे एक मजदूर के भाई विक्रम का कहना है कि मेरा छोटा भाई अंदर फंसा हुआ है. मैंने उससे बात की थी. उसकी तबीयत ठीक है और उसे खाने को मिल रहा है.

पीएम मोदी से सीएम धामी ने की बात

उत्तराखंड के उत्तरकाशी टनल हादसे को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात की. फोन पर हुई बातचीत को लेकर सीएम धामी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि प्रधानमंत्री मोदी ने  फोन पर सिलक्यारा में निर्माणाधीन टनल में फंसे श्रमिकों के लिए भोजन, दवाइयां, अन्य आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति और उन्हें सकुशल बाहर निकालने के लिए चल रहे बचाव कार्यों की जानकारी ली. प्रधानमंत्रीको केंद्रीय एजेंसियों, अंतर्राष्ट्रीय एक्सपर्ट्स और प्रदेश प्रशासन के परस्पर समन्वय के साथ संचालित बचाव कार्यों से अवगत कराया गया. 

उन्होंने एक्स पर आगे लिखा कि इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी को  गत 24 घंटों में हुई सकारात्मक प्रगति एव श्रमिकों और उनके परिजनों की बातचीत से बढ़े मनोबल की भी जानकारी दी गई. प्रधानमंत्री का इस कठिन परिस्थिति से निपटने के लिए लगातार मार्गदर्शन प्राप्त हो रहा है, जो हम सभी को पूरी ताकत से श्रमिक भाइयों को शीघ्र और सुरक्षित बाहर निकालने के लिए नित नई उर्जा प्रदान करता है.

कम्युनिकेशन सेंटर किया गया स्थापित

सिलक्यारा टनल से फंसे मजदूरों को निकालने के लिए NDRF और SDRF ने एक audio कम्युनिकेशन स्थापित किया हैं. इसमें  माइक्रोफ़ोन के ज़रिये बात डॉक्टर्स फंसे लोगों से बातचीत कर रहे हैं. डॉक्टर्स का कहना है कि कुछ लोगों को कब्ज (Constipation) की समस्या थी, उसके लिए दवा दी गई है. सब लोगों से बात हुई है, वे पॉजिटिव नजर आ रहे हैं. फंसे मजदूरों का कहना है कि हम हौंसला संभाले हुए हैं. उनके लिए ताजा भोजन, कपड़े और तोलिये जैसी चीजें भेजी जा रही हैं. 

बीआरओ ने किया रास्ता तैयार

सीमा सड़क संगठन (BRO) ने पिछले 48 घंटे में सिल्कयारा टनल से लेकर पहाड़ की चोटी पर वर्टिकल ड्रिलिंग के लिए जगह बनाने तक का रास्ता तैयार किया है. संगठन द्वारा भारी मशीन को टनल के ऊपर पहुंचाने के लिए रास्ता तैयार किया गया है.

ड्रिल के जरिए डाली जा रही पाइप लाइन

उत्तराखंड के उत्तरकाशी में टलन हादसे में फंसे मजदूरों को निकालने के लिए चल रहे रेस्क्यू ऑपरेशन के 11वां दिन आज टनल में ड्रिल के जरिए पाइप को मलबे में डालने का कार्य चल रहा है. एनएचआईडीसीएल मलबे में पाइप को ड्रिल के जरिए डालने का काम कर रहा है. ऑपरेशन 11वें दिन भी लगातार जारी है. वहीं, मजदूरों को पाइप के जरिए लगातार भोजन और ऑक्सीजन टाइम पर दिया जा रहा है. टनल के ऊपर ड्रिल करने के लिए प्लेटफार्म तैयार हो चुका है.

सीएम करेंगे समीक्षा बैठक

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आज सिल्कयारा टनल हादसे को लेकर समीक्षा बैठक करेंगे. यह बैठक दोपहर 3.15 बजे सीएम आवास में होगी और इसमें टनल में फंसे मजदूरों को जल्द से जल्द सकुशल बाहर निकालने पर मंथन होगा. इसके साथ ही बैठक में राहत एवं बचाव कार्यों की भी समीक्ष होगी. 

सुरंग निर्माण के बदलेंगे मानक 

सिल्कयारा टनल हादसे से सबक लेते हुए भारतीय मानक ब्यूरो ने अंडरग्राउंड वर्क के नए नियम तैयार किए हैं. अभी तक BIS नियमावली में एस्केप टनल या अप्रोच एडिट जैसी व्यवस्थाएं नहीं थीं. प्रदेश की सबसे लंबी सिल्कियारा टनल में न अप्रोच एडिट और ना ही एस्केप टनल है. साल 2018 से 4.30 किलोमीटर लंबी सिल्कयारा टनल बनायी जा रही है. जबकि, अटल टनल में पहले से ही एस्केप चैनल बनायी गई है. भविष्य में बनने वाली टनल में एस्केप चैनल अनिवार्य होगा.

टनल हादसे पर राजनीति शुरू

उत्तराखंड के उत्तरकाशी में हुए टनल हादसे को लेकर राजनीति भी शुरू हो गई है. भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता बिपिन कैंथोला ने कांग्रेस पर नकारत्मक एवं राज्य को बदनाम करने वाली घृणित राजनीति करने का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि राज्य के कांग्रेस व नेता प्रतिपक्ष नकारात्मक राजनीति कर रहे हैं. उन्होंने नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य को टनल हादसे को लेकर की गई बयानबाजी की कड़ी आलोचना की है. भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि कांग्रेस आपदा में राजनैतिक अवसर तलाशने की कोशिश कर रही है. यशपाल आर्य समेत पूरी कांग्रेस लगातार गैरजिम्मेदाराना बयान दे रही है व आपदा में राजनीति करने का काम कर रही है. सकारात्मक राजनीति करने की बजाय कांग्रेस आजकल केवल विरोध करने का काम कर रही है.

रेस्क्यू को लेकर आ सकती है बड़ी खबर

उत्तराखंड के उत्तरकाशी के सिलक्यारा में हुए टनल हादसे में फंसे मजूदरों को निकालने के लिए चल रहे रेस्क्यू ऑपरेशन का आज 11वां दिन है. टनल में लगातार ऑगर मशीन चल रही है. टनल से लगातार ऑगर मशीन के चलने की आवाज आ रही है. इससे पहले आज सुबह सबसे पहले बौखनाग देवता की पूजा हुई. टनल के बगल में मंदिर बनाया गया है. उम्मीद जताई जा रही है कि आज रेस्क्यू को लेकर बड़ी खबर आ सकती है.

बनाया गया पाइप का रास्ता

उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के सिलक्यारा टनल में 12 नवंबर को हुए हादसे में फंसे मजदूरों को निकालने का काम लगातार जारी है. हालांकि, तमाम प्रयायों के बावजूद अभी तक मजदूरों को निकाला नहीं जा सका है, लेकिन शासन-प्रशासन की तरफ से लगातार प्रयास जारी है. 

बचावकर्मियों ने सुरंग के मलबे में एक चौड़ा और अधिक सुविधाजनक पाइप का रास्ता बना लिया है, जिससे कि टनल में फंसे 41 श्रमिकों को अधिक भोजन, पानी और ऑक्सीजन पहुंचाया जा सके. इससे पहले डीआरडीओ भी दुर्घटनास्थल पर पहुंच गया है और मिनी ड्रोन और रोबोट की मदद से राहत कार्यों में जुट गया है. अनुमान के अनुसार, मजदूरों तक पहुंचने के लिए पहाड़ी में तीन अलग-अलग जगहों पर ड्रिलिंग का कार्य शुरू होगा.

पीएमओ के पूर्व सलाहकार का बड़ा बयान

उत्तरकाशी सुरंग बचाव पर PMO के पूर्व सलाहकार भास्कर खुल्बे ने कहा, "... मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि 6 मीटर की अगली लंबाई सफलतापूर्वक हासिल कर ली गई है और उम्मीद है कि अगले 2 घंटे अगले प्रयास के लिए संयोजन और उसे हासिल करने के लिहाज से अच्छे होंगे..."

श्रमिकों के लिए चिन्यालीसौड़ में 41 बिस्तरों का अस्पताल तैयार

सिलक्यारा सुरंग में फंसे श्रमिकों के बाहर आने के बाद उनकी देखभाल हेतु बुधवार को चिन्यालीसौड़ में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 41 बिस्तरों का एक अस्पताल तैयार कर लिया गया. उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में निर्माणाधीन सुरंग के अंदर अमेरिकी ऑगर मशीन से ड्रिलिंग फिर शुरू होने से बचाव अभियान में तेजी आ गयी है और अधिकारियों को उम्मीद है कि अगर कोई अड़चन नहीं आयी तो बुधवार देर रात या बृहस्पतिवार सुबह तक कोई अच्छी खबर आ सकती है .

45 मीटर अंदर तक ड्रिलिंग पूरी

श्रमिकों को बाहर निकालने के लिए रास्ता बनाने हेतु ऑगर मशीन अपराह्न तक मलबे के 45 मीटर अंदर तक भेद चुकी थी, अभी सुरंग में 10-15 मीटर मलबे को और भेदा जाना है. मलबे में ड्रिलिंग करके 800 मिलीमीटर व्यास के पाइप डाले जा रहे हैं जिससे बने रास्ते में रेंगते हुए श्रमिक बाहर आएंगे. इस बीच, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी मौके पर बचाव और राहत कार्यों का जायजा लेने के लिए मातली हैलीपैड पहुंच चुके हैं.

15 डॉक्टरों की टीम मौके पर

अधिकारियों ने बताया कि 15 चिकित्सकों का एक दल मौके पर तैनात कर दिया गया है. इसके अलावा, श्रमिकों को तात्कालिक चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध कराने के लिए नियंत्रण कक्ष में भी आठ बिस्तरों का चिकित्सालय तैयार कर लिया गया है. उन्होंने बताया कि मौके पर कई एंबुलेंस और एक हैलीकॉप्टर भी तैयार रखा गया है.

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