Tunnel Rescue: बस कुछ ही समय में टनल से बाहर होंगे 41 मजदूर, निकलते ही सबसे पहले होगा ये काम
Advertisement
trendingNow11973771

Tunnel Rescue: बस कुछ ही समय में टनल से बाहर होंगे 41 मजदूर, निकलते ही सबसे पहले होगा ये काम

Tunnel collapse: जैसे ही वे 41 मजदूर निकाले जाएंगे, उन्हें तत्काल चिन्यलिसौर के एक अस्पताल में भर्ती किया जाएगा. इसके लिए पहले से ही 41 बेड तैयार किए जा चुके हैं. उनके ब्लड प्रेशर और अन्य चीजों पर ध्यान दिया जाएगा.

Tunnel Rescue: बस कुछ ही समय में टनल से बाहर होंगे 41 मजदूर, निकलते ही सबसे पहले होगा ये काम

Uttarakhand Tunnel Rescue Operation: उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले की निर्माणाधीन सिलक्यारा सुरंग में पिछले 11 दिनों से 41 मजदूर फंसे हुए हैं. उन्हें बाहर निकालने के लिए युद्ध स्तर पर तैयारियां चल रही हैं. इससे जुड़ा रेस्क्यू ऑपरेशन अब फाइनल राउंड में पहुंच गया है. सुरंग में फंसे मजदूरों को बाहर निकालने के लिए अब सुरंग में ड्रिल करके एक बड़ा पाइप अंदर डाला जा रहा है. इस पाइप के जरिए बुधवार देर रात तक मजदूरों को बाहर निकाला जा सकता है. अब आइए यह समझते हैं कि मजदूरों के बाहर निकलते ही सबसे पहला कदम क्या उठाया जाएगा.

41 बेड तैयार किए जा चुके
दरअसल, जैसे ही वे 41 मजदूर निकाले जाएंगे, उन्हें तत्काल चिन्यलिसौर के एक अस्पताल में भर्ती किया जाएगा. इसके लिए पहले से ही 41 बेड तैयार किए जा चुके हैं. जी न्यूज से बातचीत में एनडीआरएफ एक्सपर्ट पीके मिश्रा का कहना है कि पहले उन लोगों को लाया जाएगा जिनकी उम्र ज्यादा है क्योंकि ऐसी स्थिति एक ट्रामा की स्थिति होती है. इतने दिन तक वहां गुजारने के बाद उनकी मानसिक स्थिति पर भी नजर रखी जाएगी. उनके ब्लड प्रेशर और अन्य चीजों पर ध्यान दिया जाएगा. यह देखा जाएगा कि उनमें कोई ऑक्सीजन या अन्य की कमी तो उनमें नहीं हो जाएगी. 

टनल के बाहर एंबुलेंस मौजूद
उन्होंने यह भी कहा कि इसके लिए बकायदा तैयारी की गई है. एजेंसियों ने कहा है कि आज रात तक टनल से बड़ी खबर आ सकती है. NDRF की 21 सदस्यीय टीम ऑक्सीजन सिलेंडर लेकर टनल में गई है. इसके साथ ही उनके पास स्ट्रेचर्स भी हैं. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी उत्तरकाशी पहुंच गए हैं. टनल के बाहर एंबुलेंस मौजूद हैं. चिन्याली सौढ़ हॉस्पिटल में डॉक्टर्स की चहल कदमी शुरू हो गई हैं.

रेस्क्यू अब अंतिम चरण में 
वहीं CMO उत्तराखंड ने भी कहा कि सिल्कयारा में रेस्क्यू अब अंतिम चरण में है. मजदूरों को बचाने के लिए एनडीआरएफ की टीम तैनात है. सुरंग के अंदर एक एम्बुलेंस तैनात की गई है. श्रमिकों के स्वास्थ्य परीक्षण के लिए चिन्यालीसौढ़ स्थित सीएचसी में डॉक्टरों की एक टीम तैनात की गई है. वहीं बचाव अभियान की जानकारी के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार सुबह एक बार फिर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से बात की थी. 

Trending news