आसिफ ने कबूल किया कि उसने अपने पड़ोसियों से कहा था कि उसका परिवार एक नए खरीदे गए फ्लैट में कोलकाता शिफ्ट हो गया है, लेकिन आरिफ क्या कर रहा था?
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कोलकाता: पश्चिम बंगाल के मालदा जिले के कालियाचक में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां एक 19 वर्षीय युवक ने कथित तौर पर अपने माता-पिता, बहन और दादी की हत्या कर दी और शवों को घर के गोदाम में दफना दिया.
चौंकाने वाली बात यह भी है कि हत्या चार महीने पहले की गई थी और शव तभी दफनाए गए थे, जिसका रहस्योद्घाटन अब हुआ है. पुलिस ने शनिवार को शव बरामद किए और हत्या के पीछे के मकसद के बारे में जानकारी लेने के लिए आरोपी किशोर, जिसकी पहचान आसिफ मोहम्मद के रूप में हुई है और उसके बड़े भाई आरिफ से पूछताछ कर रही है.
घटना का पता तब चला जब घर से दूर रहने वाले आरिफ ने शनिवार सुबह कालियाचक पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई कि उसके भाई ने उसके परिवार के चार सदस्यों की हत्या कर उनके शवों को उनके घर के बगल में स्थित गोदाम के फर्श के नीचे दबा दिया है. पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और आसिफ को गिरफ्तार कर लिया. बाद में मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में गोदाम के फर्श को खोदा गया और वहां से चारों के शव बरामद किए गए. शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए मालदा मेडिकल कॉलेज भेज दिया गया है.
मालदा के पुलिस अधीक्षक आलोक राजोरिया ने कहा, आरोपी ने स्वीकार किया है कि उसने फरवरी के अंत में सभी चार लोगों को मार डाला था. उसने कबूल किया कि उसने उनके पेय पदार्थ में नशीली दवाओं को मिला किया था और उन्हें बेहोश कर दिया था. उसके बाद, उसने उनकी मौत की पुष्टि करने के लिए उन्हें एक कुएं में धकेल दिया. फिर शवों को कुएं से बाहर निकाला गया, गोदाम ले जाया गया जहां उन्हें एक के बाद एक दफनाया गया. पुलिस आरिफ से भी पूछताछ कर रही है क्योंकि हम कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते. पुलिस ने घर से एक लाख रुपये की नकदी भी बरामद की है.
पुलिस सूत्रों ने कहा कि गोदाम का गेट प्रवेश द्वार के करीब था और अंदर कोई गेट नहीं था और वह स्थान चारों ओर से खुला होने के कारण आरोपी ने शवों को गोदाम के अंदर ले जाने के लिए एक सुरंग खोदी थी. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, सुरंग इसलिए बनाई गई थी ताकि स्थानीय लोगों को कुछ पता न चले. पुलिस को यह भी पता चला है कि ऐसा कोई मौका मुश्किल से ही रहा होगा कि किशोर अपने घर से बाहर निकला हो. उसके घर में किसी का आना-जाना नहीं होता था, यहां तक कि नौकरानी को भी घर के अंदर जाने की अनुमति नहीं थी. किशोर ऑनलाइन खाना ऑर्डर करता था.
हालांकि, पुलिस ने माना कि मामले में अभी भी कुछ तथ्य ऐसे हैं, जो सामने आने बाकी हैं. वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के अनुसार, ऐसा लगता है कि 19 वर्षीय लड़के के लिए चार लोगों की हत्या करना और उन्हें अकेले ही दफनाना संभव नहीं है और यह संभव है कि इस मामले में कोई साथी भी हो. इसके अलावा, यह भी संभावना नजर नहीं आती कि आरिफ को चार महीने तक अपने परिवार के बारे में कोई जानकारी ही नहीं मिली.
पुलिस अधिकारी ने कहा, आसिफ ने कबूल किया कि उसने अपने पड़ोसियों से कहा था कि उसका परिवार एक नए खरीदे गए फ्लैट में कोलकाता शिफ्ट हो गया है, लेकिन आरिफ क्या कर रहा था? उसे कोई संदेह क्यों नहीं हुआ? वह पहले पुलिस के पास क्यों नहीं आया? ये कुछ सवाल हैं, जिनके जवाब देने की जरूरत है और यही वजह है कि हम आरिफ से भी पूछताछ कर रहे हैं. हत्या की खबर फैलते ही घर के पास भारी भीड़ जमा हो गई.
पड़ोसियों के अनुसार, आसिफ ने दसवीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा कथित तौर पर कालियाचक के एक निजी स्कूल से पास की थी, जो उसके गांव से ज्यादा दूर नहीं है. उन्होंने कहा कि परीक्षा पास करने के बाद वह अपने घर से भाग गया था, क्योंकि उसके माता-पिता ने उसे लैपटॉप खरीदने से मना कर दिया था. पड़ोसियों के अनुसार, उसके वापस आने के बाद, उसके माता-पिता ने कथित तौर पर उसे एक महंगा कंप्यूटर और अन्य गैजेट्स खरीदकर दिए थे. उसने अपने माता-पिता से कहा था कि वह एक ऐसा ऐप विकसित कर रहा है, जो उसे बहुत अमीर बना देगा.