रामजन्म भूमि मंदिर में भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कब होगी? सामने आया बड़ा अपडेट
Advertisement
trendingNow11709829

रामजन्म भूमि मंदिर में भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कब होगी? सामने आया बड़ा अपडेट

Ayodhya Ram Mandir: अयोध्या मे बन रहे रामजन्म भूमि मंदिर में भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा और उसके लोकार्पण की अभी कोई तिथि तय नहीं हुई है, लेकिन उम्मीद है कि इस साल 31 दिसंबर से अगले वर्ष के शुरू में 15 जनवरी के बीच किसी शुभ दिन ऐसा किया जा सकता है.

रामजन्म भूमि मंदिर में भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कब होगी? सामने आया बड़ा अपडेट

Ayodhya Ram Mandir: अयोध्या मे बन रहे रामजन्म भूमि मंदिर में भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा और उसके लोकार्पण की अभी कोई तिथि तय नहीं हुई है, लेकिन उम्मीद है कि इस साल 31 दिसंबर से अगले वर्ष के शुरू में 15 जनवरी के बीच किसी शुभ दिन ऐसा किया जा सकता है. राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के महामंत्री चंपत राय ने यह जानकारी दी.

यहां विश्व हिंदू परिषद मार्गदर्शक मंडल की बृहस्पतिवार से शुरू हो रही बैठक में हिस्सा लेने आए राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के महामंत्री चंपत राय ने कहा कि अभी अयोध्या में राम जन्मभूमि मंदिर के लोकार्पण की तारीखें केवल मीडिया में ही चर्चा में हैं और इस बारे में अभी न्यास में कोई बात नहीं हुई है.

उन्होंने अयोध्या में हो रहे राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण की प्रगति को उत्साहवर्धक बताया और कहा कि इस साल के अंत तक मंदिर के भूतल का कार्य पूरा हो जायेगा.

राय ने उम्मीद जताई कि इसके बाद 31 दिसंबर से 15 जनवरी के बीच किसी ‘शुभ दिन’ भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा मंदिर में हो जाएगी. हांलांकि, उन्होंने कहा, ‘‘अभी मंदिर ट्रस्ट में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की तारीख पर कोई चर्चा नहीं हुई है . संतों से विचार विमर्श कर प्राण प्रतिष्ठा तथा मंदिर के लोकार्पण का कार्यक्रम तय किया जाएगा.’’

उन्होंने बताया कि मंदिर पूरब से पश्चिम तक 380 फुट लंबा, दक्षिण से उत्तर की ओर 250 फुट चौड़ा है जबकि जमीन से शिखर तक मंदिर की ऊंचाई 161 फुट है. केवल ग्रेनाइट से बन रहे मंदिर के चबूतरे की ऊंचाई 16 फुट रखी गयी है जबकि मंदिर में तीनों मंजिलों में कुल 392 खंभे लगे हैं.

राय ने कहा कि मंदिर निर्माण में कहीं भी लोहे और कंक्रीट का उपयोग नहीं किया गया है तथा केवल पत्थरों का प्रयोग किया जा रहा है जिन्हें तांबे की पत्तियों से जोड़ा जा रहा है. उन्होंने कहा कि मंदिर जब बन कर तैयार होगा तो देखने वालों के लिए अद्धभुत और आश्चर्जनक होगा.

(एजेंसी इनपुट के साथ)

Trending news