Indian Army: आर्मी ने नई पॉलिसी के तहत किया पहला प्रमोशन, उस अफसर को जानिए जिनको मिला मौका
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Indian Army: आर्मी ने नई पॉलिसी के तहत किया पहला प्रमोशन, उस अफसर को जानिए जिनको मिला मौका

Indian Army New Promotion Policy: बनसोड को कर्नल रैंक बिना कमांड पोस्टिंग के ही मिली है. पहले लेफ्टिनेंट कर्नल रैंक के ऑफिसर का कर्नल रैंक के लिए कमांड असाइनमेंट में जाना जरूरी था लेकिन अब ऐसा नहीं है.

Indian Army: आर्मी ने नई पॉलिसी के तहत किया पहला प्रमोशन, उस अफसर को जानिए जिनको मिला मौका

Indian Army News: प्रसाद ए बनसोड पहले अफसर बन गए हैं जिन्हें भारतीय सेना की नई प्रमोशन पॉलिसी के तहत प्रमोट किया गया. वह लेफ्टिनेंट कर्नल से कर्नल रैंक में प्रमोट हुए हैं. मीडिया रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया कि बनसोड को पिछले महीने प्रमोशन दिया गया है.

बनसोड को कर्नल रैंक बिना कमांड पोस्टिंग के ही मिली है. पहले लेफ्टिनेंट कर्नल रैंक के ऑफिसर का कर्नल रैंक के लिए कमांड असाइनमेंट में जाना जरूरी था लेकिन अब ऐसा नहीं है.

क्या है नई प्रमोशन पॉलिसी
दरअसल 1 जनवरी से लागू हुई नई प्रमोशन पॉलिसी के तहत अगर लेफ्टिनेंट कर्नल रैंक के अधिकारी किसी खास काम- जैसे रोबोटिक्स, ड्रोन, एआई जैसी अहम टेक्नॉलजी पर काम कर रहे हैं तो उन्हें वहीं काम करते हुए भी कर्नल रैंक दिया जा सकता है.

सेना की नई प्रमोशन पॉलिसी का एक बड़ा फायदा यह है कि अब आर्मी ऑफिसर किसी खास काम पर फोकस कर कर ससता है और उसे प्रमोशन भी मिल सकती हैं. कुछ ऐसा ही बनसोड के साथ भी हुआ.

सूत्रों के मतुाबिक बनसोड को मार्च 2021 में ही कर्नल रैंक के लिए अप्रूव कर दिया गया था लेकिन उन्होंने कर्नल रैंक नहीं लिया. इसकी वजह यह थी वह स्मॉल आर्म के रिसर्च और डिवेलपमेंट के साथ अपने काम को जारी रखना चाहते थे. अगर वह कर्नल रैंक लेते तो उन्हें नई कमांड पोस्टिंग में जाना होता.

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बनसोड फिलहाल डीआरडीओ के साथ हैं और उन्हें वहीं रहते हुए कर्नल रैंक दिया गया है.

शानदार रहा है बनसोड का करियर
कर्नल बनसोड की यूनिट 6 सिख है. वह काउंटर इनसरजेंसी और काउंटर टेररिजम ऑपरेशन में तैनात रहे हैं.

फायरआर्म डिवेलपमेंट में उनकी विशेष दिलचस्पी है. कॉन्गो में पोस्टिंग के दौरान उन्होंने इंसास राइफल का बुलपप वर्जन डेवलप किय था. यह काम उन्होंने बहुत कम रिसोर्स के साथ किया. आगे चलकर उन्होंने एके-47 का बुलपप वर्जन भी बनाया. 

बुलपप वर्जन की राइफल में फायरिंग ग्रिप पीछे की बजाय आगे की तरफ होती है। इससे राइफल हल्की हो जाती है और ज्यादा कॉम्पेक्ट होती है।

इस काम के साथ बनसोड ने सेना के आइडिया और इनोवेशन कॉम्पिटिशन में जीत दर्ज की साथ ही. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनवरी 2016 में उन्हें प्राइम मिनिस्टर सर्टिफिकेट ऑफ एक्सिलेंस ऑवर्ड से नवाजा.

बनसोड के नाम भारत की पहली स्वदेशी 9 एमएम की मशीन पिस्टल बनाने की उपलब्धि भी दर्ज है.

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