PM Modi का गांधी परिवार पर निशाना, पूछा- नेहरू सरनेम इस्तेमाल करने पर शर्म क्यों?
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PM Modi का गांधी परिवार पर निशाना, पूछा- नेहरू सरनेम इस्तेमाल करने पर शर्म क्यों?

PM Modi on Gandhi Family: संसद में बीते दो दिनों से पीएम मोदी का विपक्ष खासकर कांग्रेस पार्टी और उसके नेताओं पर हमलावर हैं. लोकसभा के बाद अब राज्यसभा में प्रधानमंत्री मोदी ने गांधी परिवार पर तीखा निशाना साधा है. 

PM Modi का गांधी परिवार पर निशाना, पूछा- नेहरू सरनेम इस्तेमाल करने पर शर्म क्यों?

Why Not Use Nehru Surname: प्रधानमंत्री नरेन्द मोदी (Narendra Modi) ने गुरुवार को गांधी फैमिली के सदस्यों पर सीधा हमला बोलते हुए पूछा कि उन्हें नेहरू उपनाम (Nehru Surname) का इस्तेमाल करने में शर्म क्यों आती है. PM मोदी ने सहकारी संघवाद के मुद्दे पर कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि पूर्व प्रधानमंत्रियों जवाहरलाल नेहरू और इंदिरा गांधी के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकारों ने कई क्षेत्रीय दलों के प्रतिनिधित्व वाली राज्य सरकारों को गिराने के लिए संविधान के अनुच्छेद 356 का कम से कम 90 बार इस्तेमाल किया.

विपक्ष को दिलाई याद

मोदी ने आरोप लगाया कि इंदिरा गांधी ने अकेले अनुच्छेद 356 का इस्तेमाल राज्यों में क्षेत्रीय दलों की सरकारों को गिराने के लिए 50 बार किया. उन्होंने DMK, TDP और लेफ्ट पार्टियों के साथ शरद पवार की NCP जैसे दलों पर कांग्रेस के साथ गठबंधन करने पर भी सवाल उठाया और उन्हें याद दिलाया कि देश की सबसे पुरानी पार्टी ने अतीत में उनकी भी सरकारें गिरा दी थीं.

600 सरकारी योजनाएं सिर्फ गांधी-नेहरू परिवार के नाम 

राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि 600 सरकारी योजनाएं सिर्फ गांधी-नेहरू परिवार के नाम पर हैं. उन्होंने कहा कि किसी कार्यक्रम में अगर नेहरू के नाम का उल्लेख नहीं होता है तो कुछ लोगों के बाल खड़े हो जाते हैं और उनका लहु एकदम गर्म हो जाता है कि नेहरू जी का नाम क्यों नहीं दिया.

कोई नेहरू सरनेम रखने से डरता क्यों है?

उन्होंने कहा, 'मुझे ये समझ नहीं आता है कि उनकी पीढ़ी का कोई व्यक्ति नेहरू सरनेम रखने से डरता क्यों है . क्या शर्मिंदगी है नेहरू सरनेम रखने से. क्या शर्मिंदगी है. इतना बड़ा महान व्यक्तित्व अगर आपको मंजूर नहीं है, परिवार को मंजूर नहीं है और हमारा हिसाब मांगते रहते हो.'

राज्यों के अधिकारों की धज्जियां उड़ाने का इतिहास

मोदी ने कहा कि जो लोग आज विपक्ष में बैठे हैं उन्होंने तो राज्यों के अधिकारों की धज्जियां उड़ा दी थीं. उन्होंने कहा, 'जरा इतिहास उठा करके देख लीजिए, वो कौन पार्टी थी, वो कौन सत्ता में बैठे थे, जिन्‍होंने अनुच्छेद 356 का सबसे ज्यादा दुरुपयोग किया. 90 बार चुनी हुई सरकारों को गिरा दिया. कौन हैं वो, कौन हैं जिन्होंने किया, कौन हैं जिन्होंने किया, कौन हैं जिन्होंने किया.'

मोदी ने कहा कि इंदिरा गांधी ने तो अनुच्छेद 356 का 50 बार उपयोग किया.

पहली चुनी हुई सरकार को घर भेज दिया गया

उन्होंने कहा, 'केरल में आज जो लोग इनके साथ खड़े हैं जरा याद कर लीजिए... केरल में वामपंथी सरकार चुनी गई जिसे पंडित नेहरू पसंद नहीं करते थे. कुछ ही कालखंड के अंदर चुनी हुई पहली सरकार को घर भेज दिया.'

द्रमुक के सदस्यों से प्रधानमंत्री ने कहा कि तमिलनाडु में एमजीआर और करुणानिधि जैसे दिग्गजों की सरकारों को भी कांग्रेस ने गिराया.

उन्होंने कहा, 'एमजीआर की आत्म देखती होगी आप कहां खड़े हो.' मोदी ने कहा कि 1980 में शरद पवार महाराष्ट्र के मुख्‍यमंत्री बने लेकिन उनकी सरकार को भी गिरा दिया गया था और आज वो कांग्रेस के साथ खड़े हैं.

'हर क्षेत्रीय नेता को उन्होंने परेशान किया'

उन्होंने कहा, 'हर क्षेत्रीय नेता को उन्होंने परेशान किया.' प्रधानमंत्री ने कहा कि एनटीआर की सरकार को तो तब गिराने का प्रयास किया गया जब अस्वस्थता की हालत में अमेरिका गए थे.

उन्होंने कहा, 'ये कांग्रेस की राजनीति का स्तर था. अखबार निकाल कर देख लीजिए, हर अखबार लिखता था कि राजभवनों को कांग्रेस के दफ्तर बना दिए गए थे.'

उन्होंने कहा कि 2005 में झारखंड में राजग के पास ज्यादा सीटें थीं लेकिन राज्यपाल ने संप्रग को शपथ के लिए बुला लिया था‌ और 1982 में हरियाणा में भाजपा और देवीलाल की पार्टी के बीच चुनाव पूर्व गठबंधन था लेकिन उसके बावजूद राज्यपाल ने कांग्रेस को सरकार बनाने का निमंत्रण दिया.

उन्होंने कहा, 'ये कांग्रेस का अतीत है और आज वह देश को गुमराह करने की बातें कर रहे हैं.'

(एजेंसी इनपुट के साथ)

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