Zee Jaankari: दिल्ली और NCR की हवा प्राण-वायु नहीं 'मृत्यु वायु' हो गई है!
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Zee Jaankari: दिल्ली और NCR की हवा प्राण-वायु नहीं 'मृत्यु वायु' हो गई है!

DNA में अब हम दिल्ली और NCR के लगभग 3 करोड़ लोगों की जिंदगी से जुड़ा एक विश्लेषण करेंगे. पूरी दुनिया में सिर्फ भारत ही एक ऐसा देश है.

Zee Jaankari: दिल्ली और NCR की हवा प्राण-वायु नहीं 'मृत्यु वायु' हो गई है!

DNA में अब हम दिल्ली और NCR के लगभग 3 करोड़ लोगों की जिंदगी से जुड़ा एक विश्लेषण करेंगे. पूरी दुनिया में सिर्फ भारत ही एक ऐसा देश है...जहां वायु को प्राण-वायु कहा जाता है. लेकिन भारत की प्राण-वायु में अब बड़े पैमाने पर प्रदूषण की मिलावट हो गई है. दिल्ली और NCR के लोग आज जिस हवा में सांस ले रहे हैं. उसे प्राण-वायु नहीं...बल्कि 'मृत्यु वायु' कहना चा​हिए. दिल्ली और NCR के कई इलाकों में Air Quality Index यानी हवा की Quality बेहद खराब स्तर पर पहुंच चुकी है . केंद्र सरकार की ओर से दिल्ली के लोगों के लिए एक Advisory भी जारी की गई है.

इसमें कहा गया है कि अगर आप रोज सुबह Morning Walk पर जाते हैं, तो कुछ दिनों के लिए इसे बंद कर दें और अपने घरों में रहें . दिल्ली का Air Quality Index आज सुबह 6 बजे 301 था . ठीक इसी वक्त नोएडा में ये Quality 343 थी...और गुरुग्राम में 230 थी .यानी आज सुबह इन तीनों शहरों में हवा बेहद खतरनाक हो चुकी थी.

0 से 50 के बीच Air Quality Index को अच्छा माना जाता है . यानी अगर आपके शहर की हवा की गुणवत्ता 0 से 50 के बीच है, तो इसे अच्छा माना जाएगा . 50 से 100 के बीच इसे संतोषजनक, 100 से 200 के बीच मध्यम, 200 से 300 के बीच खराब, 300 से 400 के बीच बेहद खराब और 400 से 500 के बीच हवा की गुणवत्ता की स्थिति को गंभीर माना जाता है .

इस Index से आप समझ सकते हैं कि दिल्ली और NCR में हवा की गुणवत्ता बेहद खराब हो चुकी है. अगर आपके शहर की हवा की Quality 500 से ऊपर है, तो इसे इमरजेंसी वाली स्थिति कहा जाता है .WHO की रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली की हवा दुनिया के 1600 शहरों की हवा के मुकाबले सबसे ज्यादा जहरीली है . दिल्ली में रहने वाले लगभग 22 लाख बच्चों के फेफड़े इस प्रदूषित हवा की वजह से प्रभावित हो चुके हैं.

पूरे देश में वायु प्रदूषण की वजह से हर वर्ष 15 लाख लोगों की मौत होती है . WHO का कहना है कि दिल्ली की हवा में सांस लेना रोज 28 सिगरेट पीने के बराबर है . अक्टूबर, नवंबर और दिसंबर...ये 3 महीने ऐसे होते हैं...जब दिल्ली की हवा सबसे ज्यादा जहरीली होती है . और इसका सबसे महत्वपूर्ण कारण होता है पंजाब और हरियाणा में पराली का जलना.

धान की कटाई के बाद खेत में फसल का जो हिस्सा बचता है, उसे पराली कहते हैं .पंजाब और हरियाणा के किसान हर वर्ष पराली जलाते हैं . पराली के जलने से जो धुआं फैलता है, उसी के कारण दिल्ली और NCR में हवा की गुणवत्ता खराब होती है और लोग बीमार पड़ने लगते हैं .आज सबसे बड़ी चिंता ये है कि अब ये प्रदूषण आपके खून में भी फैलने लगा है .

दिल्ली के All India Institute of Medical Sciences यानी AIIMS ने अपनी एक Research में इस बात को साबित किया है. AIIMS के डॉक्टरों ने 16 से 60 वर्ष की उम्र के लोगों के बीच 10 वर्षों तक ये Research किया है . और उसके बाद ये परिणाम सामने आया है. वहीं...अमेरिका में की गई एक Study में ये बताया गया है कि वायु प्रदूषण की वजह से आपका गुस्सा बढ़ रहा है.

ये Study 8 वर्षों तक की गई . और इसके लिए उन इलाकों में रहने वाले लोगों को चुना गया, जहां वायु प्रदूषण बहुत ज्यादा था .वायु प्रदूषण पर एक Research दक्षिण कोरिया में भी की गई है . इस Research के अनुसार वायु प्रदूषण के कारण लोगों में बाल झड़ने और गंजेपन की समस्या बढ़ रही है . ये समस्या ऐसे लोगों में ज्यादा है, जो प्रदूषण वाली जगहों पर रहते हैं.

यानी आप कह सकते हैं कि वायु प्रदूषण आपके शरीर के हर हिस्से को प्रभावित कर रहा है . आज हमने आपके लिए प्रदूषण पर आसान भाषा में एक रिपोर्ट तैयार की है. आपको अपने पूरे परिवार के साथ आज इस रिपोर्ट को जरूर देखना चाहिए .प्रदूषण हमारे शरीर को काफी नुकसान पहुंचाता है, लेकिन अपने खानपान में थोड़ा सा बदलाव करके आप इसके Side Effects को कम कर सकते हैं .Zee News की टीम ने आपके लिए...आज एक वीडियो विश्लेषण तैयार किया है. इस विश्लेषण में हमने ये जानने की कोशिश की है.

कि वायु प्रदूषण से बचने के लिए आप किन घरेलू उपायों को अपना सकते हैं. हमारे देश में लोग अक्सर चीन को शक की नज़र से देखते हैं. लेकिन प्रदूषण के खिलाफ लड़ाई कैसे लड़ी जाती है ये हमें चीन से ही सीखना चाहिए . प्रदूषण के खिलाफ चीन की इस लड़ाई की Quality बहुत शानदार है. यानी ये ऐसे Chinese Products की तरह नहीं है जिनकी कोई गारंटी नहीं होती.

चीन ने Public Transport System को विकसित किया है. वहां इलेक्ट्रिक बसें और टैक्सियां चलाई जा रही हैं, जिससे वायु प्रदूषण कम हो सके. इसके अलावा प्रदूषण फैलाने वाली औद्योगिक इकाईयों को भी चीन ने बंद किया है. चीन में Anti Smog Police तक बनाई गई है. जिसके अधिकारी प्रदूषण फैलाने वाले कारणों पर नज़र रखते हैं.

आज हमने प्रदूषण से जुड़ा..एक कड़वा सच आपके साथ शेयर किया है. ये आपका और हमारा भविष्य है . अगर बढ़ते प्रदूषण पर रोक नहीं लगाई गई, तो वो दिन दूर नहीं...जब दुनिया में साफ हवा की कमी हो जाएगी. 

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