कंज्यूमर हेल्पलाइन ने दिया संकेत, त्योहारी सीजन में online कंपनियों के खिलाफ 15 फीसदी बढ़ेंगी शिकायतें
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कंज्यूमर हेल्पलाइन ने दिया संकेत, त्योहारी सीजन में online कंपनियों के खिलाफ 15 फीसदी बढ़ेंगी शिकायतें

त्योहारों में लोग ऑनलाइन कंपनियां जैसे पेटीएम, अमेजन, फ्लिपकार्ट जैसी बड़ी कंपनियों से घर बैठे ही सामान मंगवाते हैं.

प्रतीकात्मक तस्वीर

नई दिल्लीः त्योहारों का मौसम आ गया. आपकी ऑनलाइन शापिंग की लिस्ट भी तैयार हो गई होगी. अक्टूबर-नवंबर इस सीजन में लोग खूब शॉपिंग करते हैं और आजकल तो ऑनलाइन शापिंग का जमाना है. मतलब ई कार्मस कंपनियों की चांदी होगी और उनका बाजार सिर चढ़कर बोलेगा, लेकिन साथ ही उनके खिलाफ शिकायतें भी आसमान पर पहुंच जाएगी. जी हां, नेशनल कंज्यूमर हेल्पलाइन (NCH) ने संकेत दिए हैं कि आने वाले दो महीनों में ई कार्मस कंपनियों के खिलाफ शिकायतों में इजाफा होगा. यही नहीं एनसीएच की पिछले कुछ महीनों की रिपोर्ट बताती है कि शिकायतों में बढ़ोतरी हुई है. 

  1. पिछले चार साल के मुकाबले ई कामर्स के खिलाफ शिकायतों में 40 फीसदी का इजाफा
  2. पहले 30-35 हजार आती थीं शिकायतें लेकिन अब 47 हजार के पार, जिसमें 10  हजार सिर्फ ई कामर्स के खिलाफ
  3. पिछले दो महीने में 47 हजार शिकायतें आईं हैं, जो एक रिकार्ड है

एनसीएच के डायरेक्टर प्रोफेसर सुरेश मिश्रा बताते हैं कि जैसे जैसे ई कॉमर्स कंपनियों का बाजार बढ़ रहा है वैसे वैसे इनके खिलाफ शिकायतों में इजाफा हो रहा है. जनवरी -फरवरी में 30-35 हजार शिकायतें आती थी लेकिन पिछले दो महीनों में शिकायतें 45 हजार के पार हो गई हैं. यही नहीं, अगर इस साल की बात करें तो शिकायतें दोगुनी होने वाली है. सबसे चिंता की बात है कि त्योहारी सीजन में इन शिकायतों में 15 फीसदी की वृद्धि होगी.

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पिछले चार साल में शिकायतों में 40 फीसदी का इजाफा हुआ है. अभी हमारे पास जो शिकायतें आती हैं उसमें अव्वल है ई कामर्स के खिलाफ और उसके बाद टेलीकॉम और बैंकिंग है. 

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त्योहारों में लोग ऑनलाइन कंपनियां जैसे पेटीएम, अमेजन, फ्लिपकार्ट जैसी बड़ी कंपनियों से घर बैठे ही सामान मंगवाते हैं. प्रोफेसर मिश्रा बताते हैं कि इन दिनों शिकायतों का पैटर्न जरा बदला है. कभी प्रोडक्ट अच्छा नहीं आता, क्वालिटी इश्यू, नकली ये फेक सामान आ जाना, कभी जो सामान मंगवाया वो नहीं आया बल्कि कुछ और आया, कभी मनी रीफंड तो कभी कुछ और. इस तरह के मामले सामने आते हैं. जब हमने कुछ बड़ी ई कामर्स कंपनियों से बात करने की कोशिश की तो उनका इसपर कोई जवाब नहीं आया. 

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