हाल ही में हुई एक नई स्टडी के मुताबिक, 2023 में दुनिया के हर तीसरे बच्चे को मायोपिया (दूर की नजर कमजोर) की समस्या हो चुकी है. इसका मतलब यह है कि आज के समय में बड़ी संख्या में बच्चे दूर की चीजों को धुंधला या अस्पष्ट देखते हैं.
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हाल ही में हुई एक नई स्टडी के मुताबिक, 2023 में दुनिया के हर तीसरे बच्चे को मायोपिया (दूर की नजर) की समस्या हो चुकी है. इसका मतलब यह है कि आज के समय में बड़ी संख्या में बच्चे दूर की चीजों को धुंधला या अस्पष्ट देखते हैं. इस शोध में यह भी अनुमान लगाया गया है कि 2050 तक यह संख्या 40 प्रतिशत तक बढ़ सकती है, जो माता-पिता के लिए चिंता का कारण बन सकती है.
इस स्टडी को ब्रिटिश जर्नल ऑफ ऑप्थल्मोलॉजी में प्रकाशित किया गया है, जिसके अनुसार पिछले 30 वर्षों में बच्चों और किशोरों में मायोपिया की समस्या में तेजी से वृद्धि देखी गई है. 1990 में 24 प्रतिशत बच्चों को यह समस्या थी, जो 2023 तक बढ़कर लगभग 36 प्रतिशत हो गई है. खासकर सिंगापुर, चीन, ताइवान और अन्य दक्षिण पूर्व एशियाई देशों में यह समस्या तेजी से फैल रही है.
क्यों हो रही है बच्चों की आंखें कमजोर?
विशेषज्ञों का मानना है कि बच्चों की आंखों की कमजोरी के पीछे कई कारण हो सकते हैं. इनमें जीन संबंधी कारण, किताबें पढ़ने और स्क्रीन पर समय बिताने का अधिक होना, आउटडोर एक्टिविटी की कमी और आंखों के आकार में असामान्य बदलाव शामिल हैं. खासकर शहरी क्षेत्रों में, जहां पढ़ाई और डिजिटल उपकरणों का ज्यादा उपयोग होता है, बच्चों में मायोपिया की समस्या गंभीर रूप से बढ़ रही है.
आंखों को तेज करने के घरेलू उपाय
बच्चों की आंखों की सेहत को बेहतर बनाए रखने के लिए पोषक तत्वों से भरपूर डाइट का सेवन करना जरूरी है. नीचे 5 ऐसी सब्जियों की जानकारी दी जा रही हैं जिन्हें बच्चों के डाइट में शामिल करने से उनकी आंखें मजबूत हो सकती है:
गाजर- गाजर में विटामिन ए भरपूर मात्रा में होता है, जो आंखों की रोशनी को सुधारने में मदद करता है.
पालक- पालक में ल्यूटिन और जेक्सैंथिन जैसे तत्व होते हैं, जो आंखों को सूरज की हानिकारक किरणों से बचाते हैं.
शकरकंद- शकरकंद में विटामिन ए और बीटा कैरोटीन होते हैं, जो आंखों की सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं.
ब्रोकली- ब्रोकली में विटामिन सी और ल्यूटिन होते हैं, जो आंखों की मसल्स को मजबूत बनाते हैं.
लाल शिमला मिर्च- इसमें विटामिन सी अधिक होता है, जो आंखों को हानिकारक प्रभावों से बचाता है.
इन सब्जियों को नियमित रूप से बच्चों के डाइट में शामिल करने से उनकी आंखों की रोशनी बेहतर हो सकती है और मायोपिया के खतरे को कम किया जा सकता है.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.