Fruit Consumption: सेहत बनाने के चक्कर में रोज इससे ज्यादा मात्रा में तो नहीं खाते फल? पढ़ लें इसके नुकसान
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Fruit Consumption: सेहत बनाने के चक्कर में रोज इससे ज्यादा मात्रा में तो नहीं खाते फल? पढ़ लें इसके नुकसान

Fruit Consumption: एक्सपर्ट्स के मुताबिक, फल खाना फायदेमंद है, इसका मतलब ये नहीं है कि आप जरूरत से ज्यादा मात्रा में फल खाएं. इससे सेहत से जुड़ी कई समस्याएं हो सकती हैं.

Fruit Consumption: सेहत बनाने के चक्कर में रोज इससे ज्यादा मात्रा में तो नहीं खाते फल? पढ़ लें इसके नुकसान

नई दिल्ली: फलों (Fruits) को विटामिन, मिनरल, एंटीऑक्सीडेंट्स और फाइबर का सबसे अच्छा सोर्स माना जाता है और इसलिए एक संतुलित आहार (Balanced Diet) में फलों को शामिल करना बेहद जरूरी है, लेकिन आपको इसकी मात्रा का भी ख्याल रखना चाहिए. एक्सपर्ट्स के मुताबिक, फल खाना फायदेमंद है, इसका मतलब ये नहीं है कि आप जरूरत से ज्यादा मात्रा में फल खाएं. 

  1. जरूरत से ज्यादा मात्रा में फुक्टोज शरीर पर खराब प्रभाव डालता है. 
  2. ये मोटापे के खतरे को बढ़ा देता है.
  3. कई बार इससे लंबाई (Height) पर भी असर पड़ता है. 

ज्यादा मात्रा में फ्रुक्टोज से नुकसान 

फलों में फ्रुक्टोज (Fructose) शुगर की ज्यादा मात्रा होती है, इसलिए ज्यादा मात्रा में इन्हें खाना नुकसान पहुंचा सकता है. शहद, फलों, फ्रूट जूस और कुछ सब्जियों में फ्रुक्टोज प्राकृतिक रूप से पाया जाता है. 

लिवर में जमा होता है फैट

शुद्ध फ्रुक्टोज (Fructose) दूसरे किसी भी तरह के शुगर से ज्यादा मीठा होता है. अगर आप फ्रुक्टोज की बहुत ज्यादा मात्रा लेते हैं, तो ये आपकी बॉडी को एक्स्ट्रा फैट डिपोजिट करने के लिए स्टिमूलेट करता है. इससे ​खास तौर से लिवर में फैट जमा होता है और आगे चलकर ये Non-Alcoholic Fatty Liver Disease की वजह बनता है.

वजन भी बढ़ सकता है

जरूरत से ज्यादा मात्रा में फुक्टोज शरीर पर खराब प्रभाव डालता है. इससे वजन बढ़ सकता है और ये metabolic diseases की वजह बनता है. ये मीठी चीजें खाने के एडिक्शन को बढ़ाने का काम करता है. साथ ही इसकी ज्यादा मात्रा से आपको भूख भी बार बार लगेगी. इससे शरीर में एक्स्ट्रा फैट जमा होता है, जिससे मोटापे और डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है.

डाइजेस्टिव डिसऑर्डर

ज्यादा मात्रा में फ्रुक्टोज लेने से डायरिया और डाइ​जेस्टिव डिसऑर्डर जैसे irritable bowel syndrome (IBS), पेट दर्द, कब्ज और पेट फूलने की समस्या हो सकती है.

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क्या होना चाहिए फल खाने का सही समय?

सुबह फल खाना होगा फायदेमंद होगा क्योंकि, इससे आपका डाइजेस्टिव सिस्टम आसानी से शुगर को तोड़ पाता है और आपको फलों में मौजूद सभी न्यूट्रिएंट्स का फायदा मिलता है. इस्टेंट एनर्जी के लिए आप वर्कआउट से पहले भी फल खा सकते हैं. वहीं वर्कआउट के बाद फल खाना भी आपको फायदा पहुंचाएगा. इससे आपको वर्कआउट की थकान के बाद एनर्जी मिलेगी.

फल ज्यादा बेहतर हैं या फ्रूट जूस?

कई स्टडीज में सामने आया है कि फ्रूट जूस में जरूरी डायट्री फाइबर नहीं होते जितना कि साबुत फलों में. फ्रूट जूस में स्वाद के लिए कई बार एडेड शुगर और प्रिजर्वेशन के लिए भी कुछ चीजें मिलाई जाती हैं, जिससे मोटापे की समस्या हो सकती है. 

एक्सपर्ट्स के मुताबिक, कम उम्र से ही अगर आपका फ्रूट जूस का कंजप्शन ज्यादा है, तो ये मोटापे के खतरे को बहुत ज्यादा बढ़ा देता है. कई बार इससे लंबाई (Height) पर भी असर पड़ता है. 

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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