हर कोई खुशी चाहता है - चाहे जीवन में उसकी स्थिति कुछ भी हो. हालांकि, यह ऐसी चीज नहीं है जिसे आप खरीद सकते हैं और इसलिए, आपको अपनी नियमित आदतों में कुछ बदलाव करने की जरूरत है - जैसे कि ज्यादा नींद लेना, व्यायाम करना, अच्छा खाना खाना, अपने शरीर की देखभाल करना और दूसरों से अपनी तुलना न करना.
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How To Be Happy in life: खुश रहना एक मानसिक स्थिति है. हर कोई हर समय खुश और आनंदित रहना चाहता है, लेकिन ऐसा करना आसान नहीं है. स्ट्रेस, डिप्रेशन और एंजाइटी आपके दिमाग पर हावी हो सकते हैं. इससे मामले के विशेषज्ञों का कहना है कि आप कुछ बुरी आदतों को छोड़कर खुशी हासिल कर सकते हैं. क्योंकि आदतें गहराई से जमी हुई होती हैं और अगर आप अपनी बुरी आदतों को छोड़कर , उन आदतों को जीवन में शुमार कर लें जो आपको मानसिक शांति देती है तो आप हमेशा खुश रह सकते हैं. अगर आप हमेशा खुश रहना चाहते हैं तो आपको इन आदतों की आदत डाल लेनी चाहिए:
स्माइल करें :
आम तौर पर, लोग खुश होने पर मुस्कुराते हैं. हालांकि, मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, यह दो-तरफा रास्ते जैसा होता है. आप इसलिए मुस्कुराते हैं क्योंकि आप खुश हैं और मुस्कुराने से मस्तिष्क में डोपामाइन निकलता है - जो आपको खुश कर सकता है. अध्ययनों के अनुसार, मुस्कुराहट और खुशी के बीच एक संबंध है जिसे चेहरे की प्रतिक्रिया परिकल्पना के लिए जिम्मेदार ठहराया जा सकता है, जहां चेहरे के भाव भावनाओं पर मामूली प्रभाव डाल सकते हैं.
और इसलिए, जब भी आप उदास महसूस करें, बस एक मुस्कान बिखेरें और देखें कि यह आपके मूड को कैसे बदल देता है.
एक्सरसाइज करें :
कई अध्ययनों से भी ये पता चलता है कि एक्सरसाइज सिर्फ खुद को फिट रखने या वजन कम करने के लिए ही नहीं किया जाता. बल्कि इससे स्ट्रेस, एंजाइटी और डिप्रेशन भी कम किया जाता है. इससे सेल्फ स्टीम और हैप्पीनेस बढती है. बहुत ज्यादा न सही, आप रोजाना अपने शरीर को कम से कम आधा जरूर दें. इसमें आप वॉक कर सकते हैं, ऐरोबिक्स कर सकते हैं और थोडा बहुत स्ट्रेचिंग भी कर सकते हैं.
वो खाएं जिससे मूड अच्चा हो:
आपका खाना आपके मूड पर अहुत असर डालता है. चीनी और स्टार्च वाला खाना सेरोटोनिन हार्मोन प्रोड्यूस करता है. ये हार्मोन फील गुड हार्मोन भी कहलाता है. इसके अलावा लीन मीट, अंडे, दूध दही आदि जैसी चीजें खाने से डोपामाइन और नोरेपाइनफ्रिन बढता है, जिससे कॉन्सेंट्रेशन और एनर्जी बढती है. ओमेगा-3 फैटी एसिड से युक्त फैटी फिश खाने से दिमाग की सेहत अच्छी रहती है.
नींद पूरी करें:
विशेषज्ञों के अनुसार, आपको हर रात कम से कम 8-9 घंटे की नींद की जरूरत होती है. नियमित और निर्बाध नींद आपके मूड को बेहतर बनाती है क्योंकि यह आपके शरीर और दिमाग को बहुत जरूरी आराम देती है.
दूसरों से तुलना ना करें:
दूसरों से अपनी तुलना करना और इसके बारे में बुरा और दुखी महसूस करना बहुत आसान है. यह तनाव और अवसाद की ओर ले जाता है और आपके आत्मसम्मान को कम करता है. लेकिन, अपनी आंतरिक शांति और खुशी के लिए, ऐसा करना बंद करें और खुद पर ध्यान दें.
अपने फोन से दूर रहें :
अध्ययनों से ये पता चलता है कि मोबाइल फोन ब्रेन को नुकसान पहुंचाता है और मूड को बड़े पैमाने पर प्रभावित करते हैं. जिससे बच्चों और युवा वयस्कों दोनों में गंभीर संज्ञानात्मक और भावनात्मक गिरावट होती है. और इसलिए, यदि आप खुशी की तलाश में हैं, तो सुनिश्चित करें कि आप अपने मोबाइल फोन से दूर रहें.