Health Tips: आज हम आपको कुछ ऐसी बाते बताने जा रहे हैं जोकि आपको खुद से कभी भी नहीं करनी चाहिए। आपके मन में लगातार ऐसी बाते आने से आप डिप्रेशन का शिकार हो जाते हैं।
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Mental Health Tips: भगवान ने हर इंसान को अलग तरीके से सोचने-समझने की क्षमता दी है। ऐसे में हमेशा हर किसी की अंतर्आत्मा से एक आवाज आती है जोकि हर किसी के जिंदगी को देखने और जीने का तरीका निर्धारित करती है। इसलिए आपका मन आपसे हर समय बात करता रहता है। इसलिए कई बार जब आपकी लाइफ आपके हिसाब से नहीं चल रही होती है तो आप खुद के बारे में नकारात्मक सोचने लगते हैं।
ऐसे में आप हर बात के लिए कुद को दोष देते हैं और कोसते रहते हैं। आपके मन में लगातार ऐसी बाते आने से आप डिप्रेशन का शिकार हो जाते हैं। इसलिए आज हम आपको कुछ ऐसी बाते बताने जा रहे हैं जोकि आपको खुद से कभी भी नहीं करनी चाहिए, (Mental Health Tips) तो चलिए जानते हैं।
खुद के लिए कभी न लाएं ऐसे विचार- Never Bring Such Negative Thoughts For Yourself
सच में मेरी कोई परवाह नहीं करता
जैसे ही आप ऐसा सोचने लगते हैं कि कोई आपनी केयर नहीं करता है तो आप लोगों को खुद से दूर करना शुरू कर देते हैं। लेकिन इसके विपरीत आपके जीवन में कई लोग ऐसे होते हैं जोकि आपकी सच में बहुत केयर करते हैं। बस आप उन तक पहुंचें और बात करें।
मैं सफल नहीं होती या होता हूं
असफलता हमारी जिंदगी का एक भाग है जोकि आपके जीवन का आधार नहीं होता है। इसलिए आप तब तक प्रयास करते रहें जब तक कि आप फिर से उठकर चलने की क्षमता रखते हैं। ऐसे में कभी हार न मानें और तब तक प्रयास करें जब तक कि आप सफल न हो जाएं।
मैं हमेशा बेवकूफी भरी बाते करता या करती हूं
कोई भी इंसान परफेक्ट नहीं होता है इसलिए हर चतुर और समझदार इंसान भी गलतियां करता है। माना कि हर काम का एक रिजल्ट होता है, लेकिन इसका अर्थ यह नहीं है कि आप उसका प्रभाव अपनी लाइफ के फैसले लेने की क्षमता पर हावी करें। ऐसे में आप अपनी गलतियों से सीखकर सुधार करें।
मुझे कुछ भी नहीं बोलना चाहिए
क्या आप ऐसा सोचते है कि जब आप बोलते हैं तो लोग आपको सुनना पसंद नहीं करते हैं? क्या आपकी बातों से आपको जज किया जाता है? अगर ऐसा है तो सबसे पहले आपको अपने दोस्तों के ग्रुप को बदने की जरूरत है। ऐसे में आप कभी भी खुद पर संदेह न करें और अपनी राय खुलकर सामने रखें।
मुझे खुद से कोई उम्मीद नहीं है
अपने आप अमदर से निराशा, लाचारी, उदासी, खुद को नुकसान पहुंचाना और चिड़चिड़ापन जैसा महसूस करते हैं तो समझ लें कि आप तनाव में हैं। अगर आप ऐसी मनोदशा में हैं तो आप तुरंत किसी डॉक्टर से मिलें और उनसे खुलकर अपनी बात शेयर करें।