ऐसा लगता है कि प्रतिष्ठित काशी हिन्दू विश्वविद्यालय से सिविल इंजीनियरिंग करने वाले एवं तीन बार सांसद रहे मनोज सिन्हा पूर्वी उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में जातिगत समीकरण के चलते हार के शिकार हो गए.
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नई दिल्ली: ऐसा लगता है कि प्रतिष्ठित काशी हिन्दू विश्वविद्यालय से सिविल इंजीनियरिंग करने वाले एवं तीन बार सांसद रहे मनोज सिन्हा पूर्वी उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में जातिगत समीकरण के चलते हार के शिकार हो गए. मोदी सरकार में दूरसंचार मंत्री रहे सिन्हा को महागठबंधन (सपा-बसपा-रालोद) के संयुक्त उम्मीदवार अफजाल अंसारी से 1.19 लाख मतों के अंतर से हार का सामना करना पड़ा. सिन्हा को 4.46 लाख मत मिले, जबकि अंसारी को 5.66 लाख वोट मिले. भाजपा नेता ने वर्ष 2014 में 32,452 मतों के अंतर से जीत दर्ज की थी.
अपने चाहने वालों में ‘विकास पुरुष’ कहे जाने वाले और मोदी सरकार के अंतर्मुखी सदस्य सिन्हा ने 2016 में संचार मंत्री के रूप में रविशंकर प्रसाद से प्रभार ग्रहण किया था. भाजपा के तीन बार सांसद रहे सिन्हा पहली बार 1996 में लोकसभा के लिए निर्वाचित हुए थे. 1999 में वह फिर लोकसभा के सांसद बने. 2014 में वह तीसरी बार लोकसभा के लिए चुने गए.
जाति से भूमिहार सिन्हा का नाम 2017 में उत्तर प्रदेश विधानसभा के चुनाव में भाजपा की शानदार जीत के बाद मुख्यमंत्री पद के लिए भी उछला था. उन्होंने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत 1982 में काशी हिन्दू विश्वविद्यालय छात्रसंघ के अध्यक्ष के रूप में की थी.
यूपी में मोदी लहर में मनोज सिन्हा हारे, कई मंत्री जीते
रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा को छोड़कर उत्तर प्रदेश की विभिन्न सीटों से चुनाव लड़े बाकी सभी केन्द्रीय मंत्री चुनाव जीतने में कामयाब रहे. प्रदेश से कुल नौ केन्द्रीय मंत्री चुनाव लड़े थे, जिनमें से आठ के सिर जीत का सेहरा बंधामनोबल के लिहाज से सबसे बड़ी जीत कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी को हासिल हुई. उन्होंने नेहरू-गांधी परिवार के गढ़ अमेठी से कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को 55120 मतों से शिकस्त देकर सभी को चौंका दिया.
इसके अलावा महिला एवं परिवार कल्याण मंत्री मेनका गांधी ने सुलतानपुर सीट से गठबंधन प्रत्याशी बसपा के चंद्रभद्र सिंह 'सोनू' को 14,526 मतों से हराया. पर्यावरण एवं वन राज्यमंत्री डॉक्टर महेश शर्मा ने गौतम बुद्ध नगर सीट से अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी बसपा के सतवीर को 3,36,922 मतों से पराजित कर इस सीट पर अपना कब्जा बरकरार रखा.
केन्द्रीय श्रम एवं सेवायोजन मंत्री संतोष गंगवार ने बरेली सीट से अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी गठबंधन प्रत्याशी सपा के भगवत शरण गंगवार को 1,67,282 वोटों से पराजित करके यह सीट अपने पास बरकरार रखी.
विदेश राज्यमंत्री जनरल वी.के. सिंह ने गाजियाबाद सीट से अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी गठबंधन उम्मीदवार सपा के सुरेश बंसल को 5,01,500 मतों से हराया. केन्द्रीय खाद्य प्रसंस्करण राज्यमंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने फतेहपुर सीट से अपने करीबी प्रतिद्वंद्वी गठबंधन उम्मीदवार बसपा के सुखदेव प्रसाद वर्मा को 1,98,205 मतों से हराया.
इनपुट भाषा से भी