लोकसभा चुनाव के अब तक जो एग्जिट पोल सामने आए हैं, उनमें एक बार फिर से बीजेपी की जीत तय मानी जा रही है. अगर एग्जिट पोल की तरह चुनावी नतीजे भी बीजेपी के पक्ष में आते हैं तो एनडीए 2014 की तरह 2019 में सत्ता पर कायम होगी.
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नई दिल्ली : लोकसभा चुनाव के अब तक जो एग्जिट पोल सामने आए हैं, उनमें एक बार फिर से बीजेपी की जीत तय मानी जा रही है. अगर एग्जिट पोल की तरह चुनावी नतीजे भी बीजेपी के पक्ष में आते हैं तो एनडीए 2014 की तरह 2019 में सत्ता पर कायम होगी.
इन चुनावों में बीजेपी के कई दिग्गज नेताओं पर दांव खेला गया है, वो भी सिर्फ इस आम में की वह जीत दर्ज कर ही लेंगे. इसी पूरी लिस्ट में पहला नाम है बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह का.
बीजेपी की वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी की पारंपरिक सीट गांधी नगर से चुनाव लड़ रहे अमित शाह के लिए यह चुनाव जीतना बहुत जरूरी है. क्योंकि यह शाह का पहला चुनाव है और राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि इस वक्त देश में मोदी नाम की लहर चल रही है.
गुजरात की 26 लोकसभा सीटों में गांधीनगर में सर्वाधिक मतदाता हैं, जिनकी संख्या 19.21 लाख है. इसमें गांधीनगर उत्तर, कलोल, साणंद, घाटलोदिया, वेजलपुर, नारनपुरा और साबरमती समेत सात विधानसभा क्षेत्र हैं. 2017 के विधानसभा चुनावों में गांधीनगर उत्तर और कलोल सीटों पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की थी, बाकी पांच सीटें कांग्रेस के खाते में गईं थीं.
अमित शाह का जन्म 22 अक्टूबर 1964 को महाराष्ट्र के मुंबई में एक व्यापारी के घर हुआ था. वे गुजरात के एक रईस परिवार से ताल्लुक रखते हैं, उनका गांव पाटण जिले के चन्दूर में है. मेहसाणा में शुरुआती पढ़ाई के बाद बॉयोकेमिस्ट्री की पढ़ाई के लिए वे अहमदाबाद आए, जहां से उन्होने बॉयोकेमिस्ट्री में बीएससी की, उसके बाद अपने पिता का बिजनेस संभालने में जुट गए. राजनीति में आने से पहले वे मनसा में प्लास्टिक के पाइप का पारिवारिक बिजनेस संभालते थे. अमित शाह बहुत कम उम्र में ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़ गए थे. साल 1982 में उनके अपने कॉलेज के दिनों में शाह की मुलाकात नरेंद्र मोदी से हुई थी.