बीजेपी नेताओं ने गहलोत सरकार के 100 दिनों के शासनकाल को प्रदेश की जनता के लिए बुरे दिन साबित होना बताया.
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जयपुर: भारतीय जनता पार्टी ने राज्य में कांग्रेस सरकार के 100 दिन पूरे होने पर शनिवार को जन आरोप पत्र जारी किया. इस आरोप पत्र में गहलोत सरकार पर 100 दिन के शासनकाल के दौरान आम लोगों से वादाखिलाफी का आरोप लगाया गया है.
राजधानी जयपुर में आरोप पत्र जारी करने के दौरान वहां मौजूद बीजेपी नेताओं ने गहलोत सरकार के 100 दिनों के शासनकाल को प्रदेश की जनता के लिए बुरे दिन साबित होना बताया. इस दौरान बीजेपी नेता और पूर्व मंत्री अरुण चतुर्वेदी, राजेंद्र राठौड़ और विधायक सतीश पूनिया मौजूद थे.
आरोप पत्र जारी होने के बाद राठौड़ ने मीडिया से बातचीत में कहा कि गहलोत सरकार चुनावी घोषणा पत्र के मुद्दों पर खरा नहीं उतरी है. राज्य सरकार ने किसानों और बेरोजगारों के साथ दूसरे तबकों से भी वादाखिलाफी की है.
उन्होंने कहा कि गहलोत सरकार 100 दिन में ढाई कोस ही चल पाई है. वहीं, प्रदेश में कानून व्यवस्था की हालत भी पूरी तरह बिगड़े हुए दिखाई दे रहे हैं.
वहीं, पूर्व मंत्री अरुण चतुर्वेदी ने कहा कि प्रदेश में अभी तक आर्थिक पिछड़ा वर्ग के लिए एक भी सर्टिफिकेट जारी नहीं किया गया. उन्होंने बिजली की कम उपलब्धता, रबी की फसल के अल्पकालिक ऋण सबसे कम देने और थाने में कांस्टेबल की आत्महत्या के साथ ही राजभवन में चोरी जैसे मामलों को गंभीर बताया.
चतुर्वेदी ने कहा कि सरकार की ढिलाई का जवाब लोकसभा चुनाव में ही जनता अपने वोट से देती हुई दिखाई देगी. बीजेपी नेताओं ने जन आरोप पत्र में सरकार पर भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना को बंद करने के लिए भी घेरा.
बीजेपी नेता सतीश पूनिया ने कहा कि सरकार ने भामाशाह को कमजोर कर दिया और आयुष्मान भारत योजना अभी तक प्रदेश में लागू नहीं की. उन्होंने कहा कि अगर आयुष्मान भारत योजना लागू होती तो इससे साढे तीन करोड़ लोगों को फायदा होता. पूनिया ने 33 लाख बेरोजगारों में से केवल 72 हजार ही चिन्हित करने का आरोप लगाया.
उन्होंने कहा कि जिस तरह 100 दिन सास अत्याचार करती है और 1 दिन में बहू हिसाब किताब बराबर कर देती है. उसी तरह जनता भी इस अत्याचारी सरकार का हिसाब बराबर कर देगी.