NDA के एक और दल ने दिखाई BJP को आंख, विरोधी खेमे में जाने की दी धमकी
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NDA के एक और दल ने दिखाई BJP को आंख, विरोधी खेमे में जाने की दी धमकी

उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ बीजेपी के सहयोगी दल सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के अध्यक्ष और राज्य के कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने सीबीआई के छापे के विरोध में धरना करने वाली पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का भी खुलकर समर्थन किया.

ओम प्रकाश राजभर लगातार बीजेपी पर आक्रामक हैं.

बलिया/लखनऊ: उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ बीजेपी के सहयोगी दल सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के अध्यक्ष और राज्य के कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने कहा है कि बीजेपी से बात नहीं बनी तो उनके दल के लिये सपा-बसपा गठबंधन से तालमेल का विकल्प खुला है. राजभर ने सीबीआई के छापे के विरोध में धरना करने वाली पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का भी खुलकर समर्थन किया. प्रदेश के दिव्यांग जन सशक्तिकरण एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री राजभर ने सोमवार रात संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि अगर अगले लोकसभा चुनाव के लिये बीजेपी से बात नहीं बनी तो उनके दल के लिये सपा-बसपा गठबंधन से तालमेल का विकल्प खुला हुआ है.

यह पूछे जाने पर कि क्या उनकी सपा और बसपा के किसी नेता से इस संबंध में कोई बातचीत हुई है, उन्होंने स्पष्ट किया कि उनकी इस सिलसिले में दोनों दल के किसी नेता से अभी तक कोई बातचीत नहीं हुई है.

मालूम हो कि प्रदेश सरकार की अक्सर कड़ी आलोचना करने वाले मंत्री राजभर ने बीजेपी को पहले ही अल्टीमेटम देते हुए कहा है कि अगर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार 24 फरवरी तक पिछड़े वर्गों के लिये आरक्षण के भीतर आरक्षण की व्यवस्था लागू नहीं करती है तो उनकी पार्टी बीजेपी से नाता तोड़कर प्रदेश की सभी 80 लोकसभा सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारेगी.

पूर्वांचल के कुछ इलाकों में सियासी असर रखने वाली सुभासपा के प्रदेश विधानसभा में चार विधायक हैं.

ममता बनर्जी के पक्ष में बोले राजभर
पश्चिम बंगाल के ताजा घटनाक्रम के संबंध में सवाल करने पर उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का बचाव किया. उन्होंने सीबीआई की कार्रवाई पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि शारदा घोटाले के मुख्य आरोपी मुकुल रॉय के यहाँ सीबीआई ने छापेमारी क्यों नहीं की, जो बीजेपी में शामिल हो गये हैं.

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राजभर ने पश्चिम बंगाल के ताजा घटनाक्रम को चुनावी ड्रामा करार दिया. उन्होंने सवाल किया कि न्यायालय द्वारा रोक के बावजूद सीबीआई की टीम ने आखिर किसके आदेश पर कोलकाता पुलिस आयुक्त राजीव कुमार के घर पर छापा मारा.

'मांगें नहीं सुनी तो बीजेपी से तोड़ लेंगे नाता'
सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी ने रविवार को कहा कि अगर 24 फरवरी तक सामाजिक न्याय समिति की सिफारिशें लागू नहीं की गई तो वह बीजेपी से अपने रिश्ते तोड़ सकती है. सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के महासचिव अरुण राजभर ने बताया कि अगर बीजेपी हमारी ओर से उठाई गई मांगों से सहमत नहीं होती है तो निश्चित तौर पर हम उनसे रिश्ता तोड़ देंगे. अगर सामाजिक न्याय समिति की सिफारिशों को 24 फरवरी तक लागू नहीं किया गया तो हमारा बीजेपी से रास्ता अलग होगा और उसके बाद हम उत्तर प्रदेश की सभी 80 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेंगे.

उन्होंने कहा, ‘हम आवश्यकता पड़ने पर बीजेपी विरोधी गठबंधन के साथ भी जा सकते हैं. उनके साथ कई दौर की वार्ता हो चुकी है.’ राजभर ने कहा कि यह अंतिम चेतावनी है और 24 फरवरी के बाद बीजेपी के साथ कोई समझौता नहीं किया जाएगा. बीजेपी ने वादा किया था सामाजिक न्याय समिति की सिफारिशें लोकसभा चुनाव के छह महीने पहले लागू कर दी जायेंगी लेकिन इस दिशा में कोई प्रगति नहीं हुई.

सामाजिक न्याय समिति का गठन पिछले साल मई में किया गया था. समिति ने पिछड़े वर्ग को तीन वर्ग में यानी पिछड़ा, अति पिछड़ा और सर्वाधिक पिछड़ा में बांटने की वकालत की थी. सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी ने छह फरवरी को कहा था कि अगले आम चुनाव में सपा-बसपा गठबंधन के साथ जाने का विकल्प उसके लिए खुला है.

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