साइरस मिस्त्री होंगे रतन टाटा के उत्तराधिकारी
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साइरस मिस्त्री होंगे रतन टाटा के उत्तराधिकारी

रतन टाटा की जगह सापुर्जी पल्लोंजी समूह के प्रबंध निदेशक साइरस पी. मिस्त्री टाटा संस के नये अध्यक्ष होंगे। वह 2012 में कार्यभार संभालेंगे।

नई दिल्ली : नमक से लेकर लोहा तक बनाने देश के प्रमुख औद्योगिक घराने टाटा की बागडोर रतन टाटा के बाद साइरस पी मिस्त्री के हाथ में होगी अस्सी अरब डालर (4000 अरब रूपए) से अधिक का कारोबार कर रहे टाटा ग्रुप की कंपनियों की धारक कंपनी टाटा संस ने रतन टाटा के उत्तराधिकारी के रूप में साइरस पी मिस्त्री के नाम की घोषणा बुद्धवार को की। 43 वर्षीय मिस्त्री सापुर्जी पल्लोंजी समूह के प्रबंध निदेशक हैं जो 2012 में टाटा संस के अध्यक्ष पद का कार्यभार संभालेंगे।

 

टाटा संस के बयान में कहा गया है, टाटा संस के निदेशक मंडल की बैठक बुद्धवार को हुई जिसमें साइरस पी मिस्त्री को डिप्टी चेयरमैन नियुक्त किया गया। वे साल भर रतन टाटा के साथ काम करेंगे और उनके दिसंबर 2012 में टाटा के सेवानिवृत्त होने पर उनकी जगह लेंगे। इसमें कहा गया है कि यह फैसला रतन टाटा के उत्तराधिकारी के चयन के लिए गठित समिति की सर्वसम्मत सिफारिश के आधार पर ही किया गया है। सापुर्जी पल्लोंजी ग्रुप की टाटा संस में 18 प्रतिशत हिस्सेदारी है।

 

टाटा संस के चेयरमैन रतन टाटा ने इस नियुक्ति पर कहा है, टाटा संस के डिप्टी चेयरमैन के रूप में साइरस पी मिस्त्री का चयन एक अच्छा और दूरदर्शितापूर्ण निर्णय है । टाटा ने मिस्त्री के बारे में कहा है, वे अगस्त 2006 से ही टाटा संस के निदेशक मंडल में हैं और मैं उनके गुणों, भागीदारी की उनकी क्षमता, कुशाग्रता तथा नम्रता से प्रभावित हुआ। टाटा ने कहा कि वे साल भर मिस्त्री के साथ काम करते रहेंगे ताकि उनके साथ समूह के संचालन संबंधी अनुभवों का आदान प्रदान कर उन्हें गुरुतर दायित्व संभालने के लिए तैयार कर सकें।

 

मिस्त्री ने इंपीरियल कॉलेज, लंदन से सिविल इंजीनियरिंग की। इसके अलावा उनके पास लंदन बिजनेस स्कूल से मास्टर आफ साइंस (प्रबंधन) की डिग्री भी है।

 

जिम्मेदारी को पूरी गंभीरता से लूंगा : मिस्त्री

टाटा संस के भावी चेयरमैन साइरस पी. मिस्त्री ने कहा है कि वह इस जिम्मेदारी को पूरी गंभीरता से लेंगे और भविष्य में हितों के टकराव से बचने के लिए अपने पारिवारिक कारोबार के प्रबंधन से कानूनी रूप से पूरी तरह हट जाएंगे।
उन्होंने कहा, टाटा समूह के मूल्यों व मानदंडों को ध्यान में रखते हुए मैं इस जिम्मेदारी को बहुत गंभीरता से लेता हूं। भविष्य में हितों के टकराव का कोई मुद्दा नहीं आए इसके लिए मैं मेरे पारिवारिक कारोबार के प्रबंधन से खुद को कानूनी रूप से अलग करूंगा। उन्होंने कहा कि टाटा समूह की अपेक्षाओं पर खरा उतरने के लिए वे अगले साल भर रतन टाटा से मार्ग निर्देशन लेंगे।
उन्होंने कहा, मैं इस नियुक्ति से बहुत सम्मानित हुआ हूं। मुझे पता है कि मुझे एक महान विरासत की बड़ी जिम्मेदारी दी गई है। (एजेंसी)

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