65 अरब डॉलर के मालिक हैं, पर अब नहीं चाहिए पैसा
Advertisement
trendingNow142313

65 अरब डॉलर के मालिक हैं, पर अब नहीं चाहिए पैसा

विलियम हेनरी बिल गेट्स के पास अनुमानित 65 अरब डॉलर की अकूत सम्पत्ति है, जिसे वह दूसरे के जीवन को बेहतर बनाने में लगा रहे हैं। समाचार पत्र टेलीग्राफ के मुताबिक वह अब पोलियो को समाप्त करने के अभियान में जुटना चाहते हैं। माइक्रोसॉफ्ट के सह-संस्थापक 57 वर्षीय गेट्स ने पहले ही 28 अरब डॉलर की सम्पत्ति दान कर दी है।

लंदन : विलियम हेनरी बिल गेट्स के पास अनुमानित 65 अरब डॉलर की अकूत सम्पत्ति है, जिसे वह दूसरे के जीवन को बेहतर बनाने में लगा रहे हैं। समाचार पत्र टेलीग्राफ के मुताबिक वह अब पोलियो को समाप्त करने के अभियान में जुटना चाहते हैं। माइक्रोसॉफ्ट के सह-संस्थापक 57 वर्षीय गेट्स ने पहले ही 28 अरब डॉलर की सम्पत्ति दान कर दी है।
गेट्स ने कहा कि मेरे पास निश्चित रूप से भोजन और वस्त्र का पूरा प्रबंध है। उन्होंने कहा कि एक सीमा के बाद मेरे लिए पैसे का कोई उपयोग नहीं है। इसका एकमात्र उपयोग संस्था का निर्माण करने और पैसे को दुनिया के सबसे अधिक वंचित तक ले जाने में है। गेट्स के पास वाशिंगटन में एक झील के किनारे 15 करोड़ डॉलर का एक बंगला है। बंगले के परिसर में एक स्वीमिंग पूल है, जिसमें पानी के भीतर संगीत सिस्टम लगाया गया है। लेकिन इस उम्र में भी गेट्स को चैन नहीं है। वह कुछ नया करना चाहते हैं।
गेट्स और उनकी पत्नी मेलिंडा ने अपने फाउंडेशन में 28 अरब डॉलर का दान किया है। इसमें से आठ अरब डॉलर वैश्विक स्वास्थ्य के लिए समर्पित है। गेट्स ने कहा कि पोलियो विशेष रोग है, क्योंकि यदि आप इसे जड़ से समाप्त कर देते हैं, तो आपको इस पर पैसे खर्च करने की जरूरत नहीं रह जाती है। यह रोग अब भी नाइजीरिया, पाकिस्तान तथा अफगानिस्तान में बड़े पैमाने पर फैला हुआ है। 1990 में पांच वर्ष से कम उम्र के 1.2 करोड़ बच्चों की मौत हो गई। आज यह आंकड़ा 70 लाख है यानी रोज 19 हजार।
संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक मौत के प्रमुख कारण थे निमोनिया (18 फीसदी), जन्म से पहले की समस्या (14 फीसदी), डायरिया (11 फीसदी), जन्म के समय की समस्या (9 फीसदी) और मलेरिया (7 फीसदी)। बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन अगले छह सालों में पोलियो उन्मूलन पर 1.8 अरब डॉलर खर्च करेगा। उन्होंने कहा कि आपको सिर्फ करना यह है कि 90 फीसदी से अधिक बच्चों को तीन बूंद की खुराक पिलानी है और इस रोग का प्रसार रुक जाएगा। रोग की संख्या घटकर शून्य रह जाएगी। गेट्स ने कहा कि जब हमने अभियान शुरू किया था, तब साल में चार लाख बच्चे अपंग हो रहे थे। आज यह संख्या घटकर साल में 1,000 रह गई है। (एजेंसी)

Trending news